Monday, December 23, 2024
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कोरोना काल में ₹42 लाख का क्रिकेट मैच… खिलाड़ी झारखंड के ‘माननीय’ MLA लोग, मैन ऑफ द मैच खुद CM सोरेन

मुख्यमंत्री हेमंत सोरन की टीम हार गई थी... लेकिन 11 रन बनाने वाले CM सोरेन को मैन ऑफ द मैच चुना गया। ऐसा 2 मैच खेला गया था, जिसमें कुल 42 रुपए का खर्च हुआ और...

कोरोना महामारी में जब पूरी दुनिया आर्थिक संकट से गुजर थी, तब झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 2 क्रिकेट मैचों में 42 लाख रुपए खर्च किए। इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित अभिषेक अंगद की रिपोर्ट के अनुसार इन खर्चों के बिलों को झारखंड कैबिनेट पास करने वाली है। ये क्रिकेट मैच इसी वर्ष मार्च में आयोजित किए गए थे। इन मैचों में मीडियाकर्मियों के साथ झारखंड के विधायकों ने हिस्सा लिया था। मैन ऑफ़ थे मैच खुद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन चुने गए थे।

पहला मैच 18 मार्च को हुआ था। इसमें 11 लोगों की एक टीम मुख्यमंत्री की थी, जिसका मुकाबला विधानसभा स्पीकर रबिन्द्रनाथ महतो की टीम के 11 सदस्यों से हुआ था। मुख्यमंत्री की टीम 12 ओवरों में 73 रन बना पाई थी। इसके जवाब में स्पीकर की टीम ने 10 ओवरों में 74 रन बना कर मैच जीत लिया था। इस मैच 11 रन बनाने वाले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को मैन ऑफ द मैच चुना गया था।

RTI के मुताबिक इस मैच में कुल लगभग 30 लाख रुपए खर्च हुए थे, जिसमें लगभग 24 लाख रुपए खेलों से जुड़े सामान आदि खरीदने और लगभग 3 लाख रुपए खाने, चाय, नाश्ते आदि में। इसी के साथ अन्य खर्चों में बिजली, तेल आदि शामिल थे।

दूसरा मैच 22 मार्च को बिरसा मुंडा स्टेडियम में खेला गया था। इसमें मुख्यमंत्री की टीम ने 4 विकेट के नुकसान पर 15 ओवरों में 191 रन बनाए थे। जबकि उसके जवाब में इस बार उतरी मीडिया की टीम 15 ओवरों में 2 विकेट के नुकसान पर 153 रन ही बना सकी थी। RTI के अनुसार इसमें कुछ लगभग 11 लाख 33 हजार रुपए खर्च हुए थे। इसमें खेलों के सामान के लिए लगभग 9 लाख 37 हजार थे। बाकी अन्य खर्चे थे।

इंडियन एक्सप्रेस का दावा है कि उन्होंने ये आँकड़े जनसूचना अधिकार अधिनियम (RTI) से जुटाए हैं। इसके मुताबिक पहले दो बार इन बिलों को मंजूरी नहीं मिल पाई थी। विभागीय स्तर और कैबिनेट स्तर पर इन्हे नामंजूर किया जा चुका है। इस बार पर्यटन, कला, संस्कृति, खेल और युवा मामलों के विभाग में ये बिल प्रोसेस में हैं।

आँकड़ों के मुताबिक नई किट खरीदने में ही लगभग 33 लाख रुपए खर्च हुए थे। इस किट में ट्रैकसूट, टी शर्ट, टोपियाँ, किट बैग, जूते और मोजे आदि शामिल थे। इन दोनों मैचों के लिए दस्ताने पैड, हेलमेट आदि नहीं खरीदने पड़े थे क्योंकि ये मैच टेनिस की गेंद से हुए थे। मैदान पर कुल 33 लोगों ने उतर कर मैच खेला था। जबकि ये सभी सामान लगभग 100 लोगों में बाँटे गए थे। सामान पाने वालों में मीडिया वाले, विधायक, विधानसभा के स्टाफ और सभी 82 विधायक शामिल थे।

इन सामानों को टेंडर प्रक्रिया के तहत मँगाया गया था। झारखंड के खेल मंत्री और मधुपुर से विधायक हफीजुल हसन ने इसके भुगतान के प्रपोजल पर दस्तखत किए थे। सवाल किए जाने पर उन्होंने मीडिया को इस बार में कुछ भी बताने से मना कर दिया। इसी के साथ खेल विभाग के सचिव अमिताभ कौशल का भी इस मामले में कोई जवाब नहीं आया है।

इस मैच को खेलने वाले कॉन्ग्रेस विधायक प्रदीप यादव ने इसे खेलों को बढ़ावा देने वाला आयोजन बताया था। साथ ही सभी के आपसी मेलजोल के लिए भी जरूरी बताया। किट में मिले जूतों की तारीफ करते हुए उन्होंने बताया कि वो अब तक उन्हें पहन रहे हैं क्योकि वो बहुत उम्दा क्वालिटी के थे। उन्हें इसके बिलों के बारे में कोई जानकारी नहीं।

क्रिकेट किट को पाने वाले एक अन्य CPI (ML) विधायक विनोद सिंह के मुताबिक वो मैच देखने गए थे। वहाँ उनके सहयोगी को एक बैग दे दिया गया था, जिसमें ट्रैकसूट और जूते थे।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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