डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘काली’ को लेकर दिए बयान पर जारी विवाद के बीच तृणमूल कॉन्ग्रेस (TMC) सांसद महुआ मोइत्रा ने ट्विटर पर पार्टी से दूरी बना ली है। खबर है कि उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर टीएमसी को अनफॉलो कर दिया है। उन्होंने यह कदम पार्टी द्वारा उनके बयान से किनारा करने के बाद उठाया है। वहीं बीजेपी ने पार्टी के पल्ला झाड़ने पर घेरने की कोशिश की है। वहीं बीजेपी ने सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराते हुए गिरफ्तारी की माँग की है।
बीजेपी ने टीएमसी पर माँ काली का अपमान करने का लगाया है। महुआ मोइत्रा के बयान पर आपत्ति जताते हुए बीजेपी नेता राजर्षि लहिरी ने कोलकाता के रबिंद्र सरोबर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है। साथ ही बीजेपी ने टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा को तुरंत गिरफ्तार करने की माँग की है। उनका कहना है कि महुआ मोइत्रा का बयान व्यावहारिक रूप से धर्म के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देता है। ऐसे में महुआ के खिलाफ 153A and 295A के तहत तहत मामला दर्ज किया जाना चाहिए।
बता दें कि महुआ मोइत्रा के द्वारा देवी काली के लेकर की गई टिप्पणी को लेकर बीजेपी ने सख्त ऐतराज जताया है वहीं उनकी गिरफ्तारी की माँग की है। पश्चिम बंगाल भाजपा प्रमुख सुकांत मजूमदार ने इसकी जानकारी देते हुए कहा, ”हमारी महिला मोर्चा धरना देगी। पुलिस स्टेशन जाएगी और महुआ मोइत्रा की गिरफ्तारी की माँग करेगी।”
सुकांत मजूमदार टीएमसी के अपने सांसद के बयान से पल्ला झाड़ने पर कहा, ”महुआ मोइत्रा की टिप्पणियों से टीएमसी खुद को अलग नहीं कर सकती है। यदि टीएमसी वास्तव में इसका समर्थन नहीं करती है तो उसे कार्रवाई करनी चाहिए। उन्हें या तो उन्हें निष्कासित करना चाहिए या उन्हें कुछ दिनों के लिए पार्टी से निलंबित कर देना चाहिए।”
हालाँकि, महुआ के ट्विटर अकाउंट के मुताबिक वह पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को फॉलो कर रही हैं।
बता दें कि हाल ही में टीएमसी ने मोइत्रा की तरफ से देवी काली को लेकर दिए गए बयान से पल्ला झाड़ लिया था। डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘काली’ पोस्टर को लेकर विवाद पर बयान देते हुए महुआ ने कहा था कि उनके लिए काली मांस खाने वाली और शराब को स्वीकार करने वाली देवी हैं। उन्होंने दावा किया कि कई जगहों पर देवी-देवताओं को व्हिस्की चढ़ाई जाती है। महुआ का कहना था कि हमारे पास इसकी स्वतंत्रता है कि हम हमारे देवी-देवताओं को किसी भी रूप में सोच सकते हैं।
उन्होंने कहा था, “जब आप सिक्किम जाएँगे तो आपके देखेंगे कि वे देवी काली को व्हिस्की चढ़ाते हैं। लेकिन अगर आप उत्तर प्रदेश जाएँगे और अगर आप कहेंगे कि आप प्रसाद के तौर पर देवी को व्हिस्की चढ़ाते हैं, तो वे इसे ईशनिंदा कहेंगे।” महुआ ने ‘इंडिया टुडे कॉन्क्लेव ईस्ट 2022’ में बोलते हुए ये बातें कहीं थी।
हालाँकि, उनके इस बयान से TMC से किनारा कर लिया था। पार्टी ने कहा था कि महुआ मोइत्रा द्वारा दिए गए बयान और माँ काली को लेकर उनके द्वारा अभिव्यक्त किए गए विचार उनके निजी हैं और पार्टी किसी भी सूरत में या किसी भी रूप में इसका समर्थन नहीं करती। साथ ही पार्टी के आधिकारिक बयान में ये भी कहा गया कि ‘ऑल इंडिया तृणमूल कॉन्ग्रेस (AITC)’ ऐसे किसी भी बयान की पुरजोर निंदा करता है।
वहीं टीएमसी द्वारा नाराजगी जताने के बाद महुआ मोइत्रा ने भी ट्वीट कर सफाई दी थी। उन्होंने मंगलवार (5 जुलाई 2022) को इस विवाद के बाद कहा था, “आप सभी संघियों का झूठ आपको बेहतर हिंदू साबित नहीं कर सकता। मैंने कभी किसी फिल्म या पोस्टर का समर्थन नहीं किया या कहीं भी धूम्रपान शब्द का उल्लेख नहीं किया। मेरा सुझाव है कि आप तारापीठ में मेरी माँ काली के पास जाएँ, यह देखने के लिए कि भोग के रूप में उन्हें क्या खाना-पीना दिया जाता है। जय माँ तारा।”
गौरतलब है कि विवादित डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘काली’ लीना मणिमेकलई ने बनाई है। इसका पोस्टर जारी होते ही फिल्म विवाद में घिर गई। इस पोस्टर में माँ काली को सिगरेट पीते दिखाया गया था। उनके एक हाथ में LGBTQ का झंडा भी दिखाया गया था। जिसके बाद लीना मणिमेकलई के खिलाफ यूपी पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। इससे पहले दिल्ली में एक वकील ने लीना के खिलाफ शिकायत देकर एफआईआर की माँग की थी जिसके बाद दिल्ली की आईएफएसओ यूनिट ने भी लीना के खिलाफ मामला दर्ज किया। इसके अलावा ‘काली’ के पोस्टर पर भारत की आपत्ति के बाद कनाडा की आगा खान म्यूजियम (Aga Khan Museum) ने माफी माँगी है। बता दें कि इसी म्यूजियम में ‘काली’ दिखाई गई थी।