Sunday, October 13, 2024
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कनाडा के जिस म्यूजियम ने दिखाई ‘काली’, उसने हिंदू आस्था को ठेस पहुँचाने पर माँगी माफी: भारतीय दूतावास ने भड़काऊ कंटेंट्स हटाने को कहा था

लीना ने ‘काली’ का जो पोस्टर रिलीज किया था उसमें अभिनेत्री ने एक हाथ में त्रिशूल और दूसरे हाथ में LGBTQ का झंडा पकड़ा हुआ है। साथ ही उसे सिगरेट पीते हुए दिखाया गया है।

लीना मणिमेकलई (Leena Manimekalai) की डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘काली’ के पोस्टर पर भारत की आपत्ति के बाद कनाडा की आगा खान म्यूजियम (Aga Khan Museum) ने माफी माँगी है। म्यूजियम ने हिंदुओं की आस्था को अनजाने में ठेस पहुँचाने के लिए खेद व्यक्त किया है।

आगा खान म्यूजियम ने बयान जारी कर कहा है, “टोरंटो मेट्रोपॉलिटन यूनिवर्सिटी का प्रोजेक्ट प्रेजेंटेशन (Project Presentation) आगा खान म्यूजियम में आयोजित किया गया था। ‘अंडर द टेंट’ प्रोजेक्ट के तहत म्यूजियम में 18 शॉर्ट वीडियो में से एक और इसके साथ जुड़ी सोशल मीडिया पोस्ट ने अनजाने में हिंदुओं और अन्य लोगों को ठेस पहुँचाई है। अब इस फिल्म को म्यूजियम में नहीं दिखाया जाएगा। म्यूजियम का मिशन कला के माध्यम से अलग-अलग सांस्कृतियों के बीच समझ और संवाद को बढ़ावा देना है। विविध धार्मिक अभिव्यक्तियों और आस्था का सम्मान मिशन का एक अभिन्न अंग है।”

इससे पहले भारतीय दूतावास ने ‘काली’ से जुड़ी सभी आपत्तिजनक सामग्री हटाने की अपील की थी। ओटावा में स्थित भारतीय दूतावास ने 4 जुलाई को अपने बयान में कहा था, “हमें हिन्दू समुदाय के नेताओं की तरफ से एक फिल्म के पोस्टर में हिन्दू देवी-देवताओं को अपमानजनक तरीके से प्रदर्शित किए जाने की शिकायतें मिली हैं। इस फिल्म को टोरंटो स्थित ‘आगा खान म्यूजियम’ में ‘अंडर द टेंट’ प्रोजेक्ट के तहत दिखाया जा रहा है। टोरंटो में हमारे काउंसलेट जनरल ने इस कार्यक्रम के आयोजकों के समक्ष इन चिंताओं को रखा है।” भारतीय दूतावास ने ये भी जानकारी दी थी कि कई हिन्दू संगठनों ने कनाडा के प्रशासन से भी संपर्क किया और इस फिल्म को दिखाए जाने के खिलाफ कार्रवाई करने की माँग की है।

लीना मणिमेकलई ने 2 जुलाई को अपनी डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘काली’ का पोस्टर ट्विटर पर रिलीज किया था। इस पोस्टर में एक्ट्रेस को ‘काली’ के रूप में दिखाया गया है। इसमें उसने एक हाथ में त्रिशूल और दूसरे हाथ में LGBT समुदाय का झंडा पकड़ा हुआ। साथ ही उसे सिगरेट पीते हुए भी दिखाया गया है। पोस्टर रिलीज होने के बाद से सोशल मीडिया पर इस फिल्म का विरोध किया जा रहा है।

वहीं विरोध के बाद फिल्म की निर्देशक लीना ने कहा, था “मेरे पास खोने के लिए कुछ नहीं है। मैं एक ऐसी आवाज के साथ रहना चाहती हूँ जो बिना किसी डर के बोले जब तक वह है। अगर इसकी कीमत मेरी जान है तो मैं दे दूँगी। ये फिल्म एक ऐसी शाम पर है जब काली प्रकट होती हैं और टोरंटो की सड़कों पर घूमती हैं।” बता दें कि लीना ने साल 2002 में शॉर्ट डॉक्यूमेंट्री ‘मथम्मा’ से अपने करियर की शुरुआत की थी। काली के अलावा उनकी पिछली कई फिल्में जैसे ‘सेंगडल’, ‘पराई’, ‘व्हाइट वैन स्टोरीज’ भी विवादों का हिस्सा रह चुकी है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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