मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कॉन्ग्रेस नेता कमलनाथ 4 अगस्त के दिन एक बड़े आयोजन की योजना बना चुके हैं। 5 अगस्त के दिन होने वाले राम मंदिर के भूमि पूजन से एक दिन पहले वह भोपाल स्थित अपने आवास पर हनुमान चालीसा का पाठ कराएँगे।
इतना ही नहीं इस दिन मध्य प्रदेश कॉन्ग्रेस के तमाम नेता अपने घरों या स्थानीय मंदिरों में हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे। इस दौरान वह सामाजिक दूरी से संबंधित अहम दिशा निर्देशों का भी ध्यान रखेंगे।
साल 2018 के विधानसभा चुनावों के बाद कॉन्ग्रेस पार्टी ने “सॉफ्ट हिंदुत्व” के एजेंडे पर चलने का पूरा प्रयास किया है। ऐसा मध्य प्रदेश में काफी हद तक नज़र आता है। विधानसभा चुनावों के मतदान के दौरान मुख्यमंत्री पद के दावेदार कमलनाथ को संगठन ने “हनुमान भक्त” के तौर पर ही दर्शाया था। इसके बाद वह “राम वन गमन पथ योजना” जैसी नीति लेकर आए। सत्ता में आने के बाद राज्य में गौशालाएँ बनवाई और मंदिरों का नवीनीकरण तक कराया।
कुछ ही दिनों पहले कमलनाथ ने राम मंदिर के भव्य निर्माण का स्वागत किया था। उन्होंने शुक्रवार (जुलाई 31, 2020) के दिन एक वीडियो संदेश जारी किया था। उसमें उन्होंने कहा कि देशवासियों को लम्बे समय से इसकी अपेक्षा और आकांक्षा थी। मंदिर निर्माण हर भारतीय की सहमति से हो रहा है और यह केवल भारत में ही संभव है।
मै अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का स्वागत करता हूँ।
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) July 31, 2020
देशवासियों को इसकी बहुत दिनों से अपेक्षा और आकांक्षा थी।
राम मंदिर का निर्माण हर भारतवासी की सहमति से हो रहा है, ये सिर्फ़ भारत में ही संभव है।
जय श्री राम pic.twitter.com/EwvzJ07kch
इस वीडियो में कमलनाथ के पीछे भगवान हनुमान की तस्वीर भी नजर आ रही थी। कभी अपने को हनुमान भक्त और कभी शिवभक्त दिखाने वाले कमलनाथ अब राम भक्त के रूप में नज़र आ रहे थे। लेकिन कमलनाथ द्वारा श्रीराम मंदिर के समर्थन में दिया गया बयान एक विशेष समुदाय के लोगों को रास नहीं आई। ट्विटर पर ही कमलनाथ के इस वीडियो में कुछ लोगों ने कमेंट में लिखा है कि यह सभी भारतीयों की सहमति से नहीं बना है।
एक ट्विटर यूजर फ़राज़ ने कमलनाथ के इस वीडियो के जवाब में लिखा है कि राम मंदिर पर आपके इस नजरिए का अंजाम आपको अगले चुनाव में भुगतना पड़ेगा। वहीं, आफताब अहमद मलिक ने इस वीडियो के जवाब में बेहद निराशाजनक भाव में लिखा है कि वो MP कॉन्ग्रेस से नफरत करते हैं और अब तक वो कमलनाथ के समर्थक थे, लेकिन अब से नहीं हैं।
Aftab Miya, Faraz Miya issued Fatwa against CON… So much love & bhaichara… https://t.co/n3ryc2RveO pic.twitter.com/XTT9L8smPV
— wittycatty (@wittycatty) July 31, 2020
‘काकावाणी’ ट्विटर हैंडल से पोस्ट करने वाले अली सोहराब ने कमलनाथ का यह वीडियो शेयर करते हुए लिखा है – “सेक्युलरिज्म”। अली सोहराब के इस ट्वीट के जवाब में शेख अजहरुद्दीन ने कमलनाथ पर अपना आक्रोश व्यक्त करते हुए लिखा है कि अच्छा हुआ मध्य प्रदेश में इनकी सरकार गिर गई और अब राजस्थान के साथ ही बाकी राज्यों में भी गिर जानी चाहिए।
#सेक्युलरिज़्म👇pic.twitter.com/VRCJECK0td
— काकावाणी 2.0 (@007AliSohrab) July 31, 2020
हाल ही में कमलनाथ ने भोपाल में बड़े पैमाने पर सार्वजनिक रूप से हनुमान चालीसा का पाठ कराया था। वहीं दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी ने कॉन्ग्रेस के इस कदम को दिखावा बताया था। भाजपा प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने आज तक से इस बारे में बातचीत की थी। उनका कहना था कि “कॉन्ग्रेस ने हमेशा राम के अस्तित्व को खारिज है। राम सेतु को काल्पनिक बताया है अब राम का नाम जप रही है। कॉन्ग्रेस के लिए यह बहुत अच्छा होगा अगर वह “श्रीराम” को सिर्फ चुनाव और और उपचुनाव के दौरान न याद करें।”