दिल्ली के मुख्यमंत्री और ‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) और सीएम भगवंत मान (Bhagwant Mann) के जालंधर दौरे से पहले शहर की दीवारों पर अराजक तत्वों ने खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लिख दिए। खालिस्तान (Khalistan) समर्थक नारे देवी तालाब मंदिर के आसपास के क्षेत्रों की कुछ दीवारों पर लिखे हैं। पुलिस ने कहा, “हम नारे लगाने वालों का पता लगाने में जुट गए हैं। इसके लिए सभी सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।”
Punjab: Pro-Khalistan slogans seen scrawled on walls near Jalandhar Shakti Peeth, Devi Talab Mandir in Jalandhar
— ANI (@ANI) June 15, 2022
Police say, “We’re checking CCTV footage to find out who wrote the slogans
Delhi CM-AAP national convener Arvind Kejriwal & CM Bhagwant Mann to visit Jalandhar today pic.twitter.com/KogySCs57u
बताया जा रहा है कि खालिस्तान के समर्थन में नारे काले रंग की पेंट स्प्रे के साथ लिखे गए हैं। यह काम अराजक तत्वों ने रातोंरात किया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि कुछ दीवारों पर खालिस्तान के समर्थन में नारे लिखे हुए थे। यह नारे पहले के नहीं लिखे हुए हैं, बल्कि पिछली रात ही किसी ने यह कारनामा किया है।
उल्लेखनीय है कि पिछले एक हफ्ते में पंजाब में खालिस्तान के समर्थन में नारे लिखे जाने का यह दूसरा मामला सामने आया है। 11 जून को फरीदकोट में जिला व सेशन जज के घर के बाहर दीवार पर खालिस्तानी समर्थक नारे लिखे गए थे। इस बात की जानकारी पंजाब के फरीदकोट की एसएसपी अवनीत कौर सिद्धू ने दी थी। उन्होंने कहा था कि आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के संस्थापक गुरपतवंत सिंह पन्नू का एक वीडियो सामने आया है और दीवारों पर नारे लिखे गए हैं।
गौरतलब है कि पंजाब में खालिस्तान की माँग को लेकर 6 जून को ऑपरेशन ब्लू स्टार (Operation Blue Star) की बरसी पर स्वर्ण मंदिर (Golden Temple) के गेट तक पहुँचे सैकड़ों की संख्या में लोगों ने खालिस्तान के समर्थन में नारेबाजी की थी। इस दौरान लोगों ने अपने हाथों में नंगी तलवारें और खालिस्तानी आतंकी जरनैल सिंह भिंडरावाले (Jarnail Bhindranwale) के पोस्टर लिए हुए थे। उन्होंने जरनैल सिंह भिंडरावाले के बैनर और पोस्टरों को लहराते हुए स्वर्ण मंदिर के अंदर घुसने की कोशिश की, लेकिन उन्हें गेट पर ही रोक दिया गया था।
ऑपरेशन ब्लू स्टार की बरसी के बीच कट्टरपंथी संगठनों ने अमृतसर में बंद का आह्वान किया था। दल खालसा नाम के कट्टरपंथी संगठन ने हर जगह ऑपरेशन ब्लू स्टार के विरोध में पोस्टर चस्पा किए थे। मामले की गंभीरता के मद्देनजर अमृतसर में 7000 जवानों की तैनाती की गई थी। बावजूद इसके खालिस्तानी समर्थक स्वर्ण मंदिर तक पहुँच गए थे।