चुनाव के वक्त फ्री सेवाओं का वादा करना आसान है लेकिन उन्हें पूरा करना बहुत मुश्किल। यही वजह है कि अब कर्नाटक सरकार की फ्री बस सेवा देने के मामले में कमर टूटने लगी है। खबर आई है कि राज्य में महिलाओं को फ्री बस सेवा मुहैया कराने की वजह से कर्नाटक स्टेट रोड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (KSRTC) ₹295 करोड़ रुपए के घाटे में चला गया है इसीलिए KSRTC ने बस के किराए में 15-20 फीसदी का इजाफा करने की माँग की है।
जानकारी के मुताबिक, कॉर्पोरेशन ने बस के किराए में इजाफा करने की डिमांड राज्य सरकार को भेजी है। KRCTC के अध्यक्ष और कॉन्ग्रेस विधायक एस आर श्रीनिवास ने बताया, “परसों बोर्ड मीटिंग हुई थी और उसमें हमने बस किराया बढ़ाने का प्रस्ताव पेश किया और इसकी जानकारी सीएम को दी है…।”
The same jokers of @INCKarnataka who were blowing trumpets and beating drums that the Shakti guarantee scheme has increased KSRTC's revenue are now pitching for bus fare hike citing losses.
— R. Ashoka (ಮೋದಿ ಅವರ ಕುಟುಂಬ) (@RAshokaBJP) July 15, 2024
Mr. @RahulGandhi avare, a prosperous and flourishing state like Karnataka is pushed to… pic.twitter.com/qcKc3HyD8O
उन्होंने आगे कहा कि बस एक आवश्यक सेवा है। अगर एक ड्राइवर नहीं आता है तो गाँव को उस दिन बस सेवा नहीं मिल पाएगी। ऐसा हुआ, तो लोग हमें नहीं छोड़ेंगे। अब शक्ति योजना के बावजूद हमें पिछले 3 महीनों में 295 करोड़ रुपए का घाटा हुआ है। यही वजह है हम किराए में 15-20 फीसद बढ़ोतरी की माँग कर रहे हैं। हमें देखना होगा कि सीएम कितना किराए बढ़ाने को मंजूरी देते हैं। अगर उन्होंने हमारी नहीं सुनी तो संगठन नहीं बच पाएगा।”
वहीं इस मामले में एनडब्लूकेआरसीटी या उत्तर पश्चिमी कर्नाटक सड़क परिवहन निगम के अध्यक्ष और कॉन्ग्रेस विधायक राजू कागे ने कहा कि राज्य में महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा प्रदान करने वाली शक्ति योजना की वजह से KRCTC को घाटा हो रहा है। वह बोले, “हमें अब बस किराए में संशोधन करना होगा। पिछले 10 सालों से किराया नहीं बढ़ा है। चाहे डीजल हो, पेट्रोल हो, तेल हो या टायर… कीमतें हर चीज की बढ़ी हैं इसलिए हम संशोधन करने के बारे में सोच रहे हैं।” उन्होंने यह भी जानकारी दी उत्तर पश्चिमी कर्नाटक सड़क परिवहन निगम घाटे में है, लेकिन फिर भी वो लोग किसी तरह मैनेज कर रहे हैं। लेकिन, शक्ति योजना जो पाँच गारंटियों में से एक है उसकी वजह से KRSTC इसे मैनेज कर रही है।
बता दें कि साल 2023 में कर्नाटक में कॉन्ग्रेस ने चुनाव लड़ने से पहले पाँच वादे किए थे। इन्हीं पाँच वादों में से एक वादा ये था कि अगर कर्नाटक में कॉन्ग्रेस आई तो गैर प्रीमियम सरकारी बसों में महिलाओं को मुफ्त में यात्रा करवाई जाएगी। शुरू में इस योजना से सब बहुत खुश हुए। कर्नाटक में कॉन्ग्रेस सरकार भी आ गई, लेकिन मुफ्त वाली कोई भी सेवा जनता को देना इतना आसान नहीं होता। नतीजतन कर्नाटक स्टेट रोड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन को नुकसान झेलना पड़ा और अब किराया चालू करने की बजाय किराए बढ़ाने पर बात हो रही है।