कॉन्ग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी ने दावा किया था कि चीन ने भारत की जमीन कब्जा ली है, जिसके बाद लद्दाख के राज्यपाल ब्रिगेडियर (रिटायर्ड) BD मिश्रा ने उन्हें कराया जवाब दिया है। राहुल गाँधी के बयान पर प्रतिक्रिया माँगे जाने पर उप-राज्यपाल ने कहा कि वो किसी के बयान पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे, लेकिन लेकिन वो तथ्य बताएँगे जो कि उन्होंने खुद अपनी आँखों से देखा है। उन्होंने साफ़-साफ़ कहा कि चीन ने भारत की 1 वर्ग इंच की जमीन पर भी कब्ज़ा नहीं किया है।
ब्रिगेडियर (रिटायर्ड) बीडी मिश्रा ने कहा कि सन् 1964 में क्या हुआ वो उस समय की बात थी, लेकिन आज के समय में भारत अंतिम इंच तक अपनी जमीन को नियंत्रण में रखे हुए है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि वो नेताओं के बयान पर प्रतिक्रिया नहीं देंगे, जो तथ्य है बस वही बता रहे हैं। LG ने कहा कि हमारे सुरक्षा बल किसी भी प्रकार की घटना से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर कोई कुछ भी गड़बड़ी करता है तो उस पर कड़ा जवाब दिया जाएगा।
#WATCH | On Congress MP Rahul Gandhi's claim that a large portion of Ladakh has been occupied by China, Lt Governor of Ladakh Brig. (Dr.) B.D. Mishra (Retd.) says, "I wouldn't comment on anybody's statement but I will say what is fact because I have seen myself. There is not even… pic.twitter.com/BJwWhlYBnj
— ANI (@ANI) September 11, 2023
बता दें कि 25 अगस्त, 2023 को राहुल गाँधी कारगिल पहुँचे थे। वहाँ एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा था कि ये एक स्ट्रैटेजिक लोकेशन है, ऐसे में एक चीज स्पष्ट है कि चीन ने भारत की जमीन कब्जाई है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी झूठ बोलने का आरोप लगा दिया था। उन्होंने कहा था कि ये जमीन का मसला है और चीन हमारी और जमीन ले लेना चाहता है। लद्दाख में राहुल गाँधी ने बाइक भी चलाई थी। अब LG ने उनके इन आरोपों को नकार दिया है।
इतना ही नहीं, मुंबई में हुई विपक्षी दलों के गठबंधन I.N.D.I.A. की बैठक के बाद हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी राहुल गाँधी ने अपने इस आरोप को दोहराया था कि चीन ने भारत की जमीन कब्जाई है। साथ ही उन्होंने भारत सरकार पर चीन के साथ इसके लिए समझौता करने तक के आरोप लगा दिए थे। उन्होंने केंद्र सरकार पर लद्दाख की जनता से धोखा का आरोप मढ़ा था। भाजपा ने भी उन पर हमला बोलते हुए पूछा था कि वो चीन के प्रवक्ता की तरह व्यवहार क्यों कर रहे हैं?