23 मई को चुनाव के परिणामों की घोषणा होगी, मगर उससे पहले ही सभी पार्टियाँ अपनी-अपनी जीत को लेकर दावा कर रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भी लगातार दावा कर रहे हैं कि एनडीए 2014 के चुनाव की अपेक्षा 2019 में ज्यादा सीटों के साथ सत्ता में आएगी। मगर इसी बीच केन्द्रीय मंत्री रामदास अठावले ने यूपी और महाराष्ट्र में एनडीए के सीट की संख्या कम होने की बात कह दी, लेकिन साथ ही उन्होंने केंद्र में एनडीए की सरकार बनने का भी दावा किया।
एनडीए खेमे में दलित चेहरा और पीएम मोदी के कैबिनेट के अहम सदस्य रामदास अठावले ने कहा है कि महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में एनडीए की सीटें कम होंगी. हालांकि उन्होंने ये भी दावा किया है कि केंद्र में एनडीए की ही सरकार बनेगी.
— Zee Rajasthan News (@zeerajasthan_) May 12, 2019
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बता दें कि, रामदास अठावले एनडीए के सहयोगी पार्टी रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष और मोदी कैबिनेट में केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री हैं। अठावले एनडीए में बड़ा दलित चेहरा माने जाते हैं। उनका कहना है कि भाजपा इस बार कम से कम से कम 260 लोकसभा सीटें जीतेगी। महाराष्ट्र में भाजपा और शिवसेना के गठबंधन को 37 से 38 सीटें मिलेंगी, जबकि 2014 में उन्हें 42 सीटें मिली थीं। अठावले ने ओडिशा, पश्चिम बंगाल और दक्षिण भारत में भाजपा को अच्छी सीटें मिलने की संभावना जताई है और साथ ही कहा कि इस बार राजग को 330 से 325 सीटें मिलेंगी। हालाँकि रामदास ने एनडीए को पिछले साल की तुलना में कम सीटें मिलने की बात जरूर कही है, लेकिन उन्होंने नरेंद्र मोदी के फिर से प्रधानमंत्री पर भी विश्वास जताया है। इतना ही नहीं, उन्होंने तो एक बार फिर से खुद के मंत्री बनने की भविष्यवाणी भी कर दी।
Union Minister Ramdas Athawale: Today the environment in the country is such that NDA will get 350 seats and BJP will get 65+ seats in Uttar Pradesh as Congress-SP-BSP are not together there, there is fragmentation of votes. So, BJP will automatically be benefited. pic.twitter.com/CI3HhDrLoa
— ANI (@ANI) April 14, 2019
गौरतलब है कि, पिछले महीने 14 अप्रैल को भी अठावले कुछ इसी तरह की भविष्यवाणी करते हुए कहा था कि लोकसभा चुनाव में एनडीए 350 से ज्यादा सीटें जीतेगा। उन्होंने कहा था कि उत्तर प्रदेश में बीजेपी 65 से ज्यादा सीटें जीतेंगी क्योंकि यूपी के महागठबंधन में समाजवादी पार्टी (एसपी) और बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के साथ कॉन्ग्रेस पार्टी नहीं है। इससे वोट बँट जाएँगे और इसका फायदा भाजपा को होगा। इसके साथ ही उन्होंने एनडीए के केंद्र में दोबारा वापस आने पर नागरिकता विधेयक में बदलाव करने के बारे में पीएम मोदी से बात करने की भी बात कही थी।