आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल के साथ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के PA विभव कुमार द्वारा की गई मारपीट का असर INDI गठबंधन में भी मिलने लगा है। आज शनिवार (18 मई) को दिल्ली में आयोजित राहुल गाँधी की रैली में AAP प्रमुख अरविंद केजरीवाल को न्योता नहीं भेजा गया है। इसके पहले प्रियंका गाँधी स्वाति मालीवाल के समर्थन दे चुकी हैं।
दरअसल, 13 मई 2024 को स्वाति मालीवाल सीएम केजरीवाल के आवास पहुँची थीं। मीडिया में कहा गया कि चूँकि केजरीवाल सरकार ने उनसे इस्तीफा माँगा था, इसलिए वो वहाँ बात करने गई थीं। इसी दौरान सीएम के PA विभव कुमार ने उनके साथ गाली-गलौच और मारपीट की। AAP ने पहले माना कि स्वाति मालीवाल के साथ मारपीट हुई है और अब पार्टी मालीवाल के दावे को फर्जी बता रही है।
इस मामले में स्वाति मालीवाल ने विभव कुमार के खिलाफ थाने में FIR दर्ज कराई है। वहीं, विभव कुमार ने मालीवाल के खिलाफ क्रॉस एफआईआर दर्ज कराई है। वहीं, दिल्ली पुलिस अब सीन को रिक्रिएट करने के लिए सीएम हाउस पहुँची है। उधर, स्वाति मालीवाल ने विभव कुमार को गुंडा बताते हुए कहा कि वह पार्टी को धमका रहे हैं। इसलिए पार्टी यूटर्न लेकर विभव कुमार को बचाने के लिए मजबूर है।
अरविंद केजरीवाल की पार्टी AAP वपक्षी INDI गठबंधन की प्रमुख सहयोगी है। हालाँकि, इस मामले ने AAP पर सवाल खड़े कर दिए हैं। इसके बाद आम आदमी पार्टी विपक्ष में अलग-थलग पड़ती जा रही है। कॉन्ग्रेस की महासचिव प्रियंका गाँधी ने भी शुक्रवार (17 मई) को कहा, “अगर महिलाओं के साथ कुछ गलत होता है तो हम उनके साथ खड़े हैं। मैं हमेशा महिलाओं के साथ ही खड़ी रहती हूँ चाहे वो किसी भी पार्टी की हो।”
कॉन्ग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी के बयान के बाद अब राहुल गाँधी की रैली में केजरीवाल को निमंत्रण नहीं भेजा जाना, गठबंधन के लिए मुसीबत बनता जा रहा है। कॉन्ग्रेस इस समय महिला उत्पीड़न को लेकर खुद को सख्त साबित करते हुए अरविंद केजरीवाल से अलग दिखाने की कोशिश कर रही है। पहले से ही घोटाले में फँसे और तिहाड़ जेल की हवा खा चुके अरविंद केजरीवाल के लिए यह नई मुसीबत है।
इस पर सफाई देते हुए कॉन्ग्रेस ने कहा, “यह कोई जॉइंट रैली नहीं है। जिस समय राहुल गाँधी अशोक विहार में रैली करेंगे, ठीक उसी समय अरविंद केजरीवाल दिल्ली के हजारी नगर में आम आदमी पार्टी के प्रत्याशियों के लिए प्रचार करने वाले हैं। ये पहले से तय कार्यक्रम है। उनकी (केजरीवाल की) व्यस्तता किसी और कार्यक्रम में है। हालाँकि, रैली में उनकी पार्टी के नेता शामिल होंगे। इसके लिए न्योता भेजा गया है।”
यहाँ बताना दिलचस्प है कि अरविंद केजरीवाल समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव के साथ संयुक्त रूप से रैली करने उत्तर प्रदेश जा सकते हैं, लेकिन दिल्ली में एक ही दिन और एक ही समय केजरीवाल और राहुल गाँधी अलग-अलग रैलियाँ कर रहे होंगे। यह बात राजनीतिक विश्लेषक अपने ढंग से परिभाषित कर रहे हैं।
विश्लेषकों का मानना है कि स्वाति मालीवाल के ताजा मामले को देखते हुए कॉन्ग्रेस खुद को AAP से अलग दिखाने की कोशिश कर रही है। यही कारण है कि राहुल गाँधी जैसे इंडी गठबंधन के सबसे बड़े की रैली होने के बावजूद आम आदमी पार्टी के प्रमुख को न्योता नहीं भेजा गया, क्योंकि पार्टी प्रमुख के पीए पर एक महिला से मारपीट करने का आरोप है और पार्टी उसे बचा भी रही है।