Thursday, October 10, 2024
Homeबड़ी ख़बरस्वाति मालीवाल पर AAP का यूटर्न: पहले पार्टी ने कहा कि केजरीवाल के पीए...

स्वाति मालीवाल पर AAP का यूटर्न: पहले पार्टी ने कहा कि केजरीवाल के पीए विभव ने की बदतमीजी, अब महिला सांसद के आरोप को बता रही फर्जी

आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पीए विभव कुमार के बीच मारपीट का मामला गंभीर होता जा रहा है। एक तरफ स्वाति मालीवाल ने विभव कुमार के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है तो दूसरी तरफ विभव कुमार ने भी क्रॉस FIR दर्ज करवाई है। आम आदमी पार्टी स्वाति मालीवाल के साथ हुई घटना को अब भाजपा की साजिश बता रही है।

बता दें कि 13 मई 2024 को सुबह 9:10 मिनट पर स्वाति मालीवाल सीएम केजरीवाल के आवास पहुँची थीं। मीडिया में कहा गया कि चूँकि केजरीवाल सरकार ने उनसे इस्तीफा माँगा था, इसलिए वो वहाँ बात करने गई थीं। करीबन 24 मिनट बाद 9:34 पर स्वाति मालीवाल के नाम से पीसीआर को कॉल गई। उन्होंने बताया कि उनसे साथ सीएम आवास में हिंसा हुई है।

मामला जब मीडिया में आया तो आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने मामले को संभालने की कोशिश की। उन्होंने 14 मई को प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा कि स्वाति मालीवाल के साथ विभव कुमार ने बदसलूकी की थी। उन्होंने यह भी कहा था कि पार्टी स्वाति मालीवाल के साथ मजबूती से खड़ी है।

इतना ही नहीं, संजय सिंह ने यहाँ तक दावा किया था कि स्वाति मालीवाल के साथ हई घटना निंदनीय थी और इस पर अरविंद केजरीवाल ने संज्ञान लेते हुए कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। संजय सिंह ने कहा था कि स्वाति मालीवाल मुख्यमंत्री के आवास पर पहुँचकर ड्राइंग रूम में बैठी थीं। तभी केजरीवाल के पीए विभव कुमार वहाँ पहुँचे और स्वाति मालीवाल के साथ बदतमीजी की। 

इस बीच 16 मई को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और सांसद संजय सिंह लखनऊ पहुँचे। वहाँ समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव के साथ उनकी संयुक्त प्रेस वार्ता थी। मजेदार बात यह थी कि इस टीम में अरविंद केजरीवाल के पीए विभव कुमार भी साथ थे। लखनऊ एयरपोर्ट पर केजरीवाल, संजय सिंह के साथ उनकी तस्वीरें भी सामने आईं।

लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जब पत्रकारों ने उनसे मालीवाल से संबंधित सवाल किया तो वो असहज हो गए। तब अखिलेश यादव ने माइक लेकर कहा कि ‘इससे भी महत्वपूर्ण मामले हैं देश में बात करने के लिए’। इस तरह आम आदमी पार्टी का दोमुँहा चेहरा सामने आ गया। आखिरकार स्वाति मामलीवाल ने थाने में जाकर औपचारिक शिकायत दर्ज कराने के लिए मजबूर हो गईंं।

अब आम आदमी पार्टी की ओर से दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने शुक्रवार (17 मई) को एक एक प्रेस कॉन्ग्रेस किया और पूरे मामले को ही झूठा बता दिया। इस तरह बीतते समय के साथ आम आदमी पार्टी ने अपने स्टैंड से यू टर्न ले लिया। जिस मामले में संजय सिंह बता रहे थे कि बदतमीजी हुई थी, उसमें अब AAP की आतिशी कह रही थीं कि ये झूठे आरोप हैं।

दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने इस मामले को फर्जी बताया और कहा कि ये बीजेपी की साजिश थी। उन्होंने कहा, “बीजेपी ने साजिश के तहत स्वाति मालीवाल को अरविंद केजरीवाल के घर भेजा। इस षडयंत्र का इरादा था अरविंद केजरीवाल पर झूठे आरोप लगाना। स्वाति मालीवाल इस साजिश का चेहरा थी और मोहरा भी। उस समय अरविंद केजरीवाल मौजूद नहीं थे, इसलिए वो बच गए।”

आतिशी ने कहा, “आज एक वीडियो सामने आया है सीएम आवाज के ड्राइंड रूम का। उस वीडियो ने स्वाति मालीवाल के झूठ को पूरे देश के सामने रख दिया है। स्वाति मालीवाल ने दिल्ली पुलिस को जो एफआईआर की है, उसके फैक्टशीट के मुताबिक, स्वाति मालीवाल ने कहा है कि उनकी बेरहमी से पिटाई की गई। उनको मुक्के मारे गए, घूँसे मारे गए। उनसे बोला नहीं जा रहा था।”

दिल्ली सरकार की मंत्री ने आगे कहा, “उन्होंने शिकायत में लिखा है कि उनका सर टेबल पर मारा गया, जो फट गया। उनके कपड़े फाड़े गए। लेकिन जो वीडियो सामने आया है, वो उनके दावे के एकदम विपरीत है। वीडियो में स्वाति ड्राइंग रूम से आराम से बैठी हैं। पुलिस को धमका रही हैं। उनके कपड़े फटे नहीं है। न ही उनके सिर पर चोट दिख रही है। वो बिभव कुमार को धमका रही हैं और अपशब्दों का इस्तेमाल कर रही हैं।”

इस तरह कल तक स्वाति मालीवाल के साथ खड़ी रहने का दावा करने वाली आम आदमी पार्टी अब यू टर्न ले चुकी है और स्वाति मालीवाल को ही दोषी ठहराने लगी हैं। इस पूरे मामले में जिस तरह से पार्टी ने यू टर्न लिया है, उससे साफ लग रहा है कि पार्टी उन्हें बचाने के लिए हर तरह का प्रयास कर रही है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

अल्पसंख्यक हैं मिजोरम में हिंदू, फिर भी हरि मंदिर को बचाने में जुटे: असम राइफल्स के जाने के बाद राज्य सरकार के कब्जे में...

पूर्वोत्तर भारत के राज्य मिजोरम में हिन्दू असम राइफल्स की कैंटोनमेंट में स्थित अपना एक मंदिर सरकारी नियंत्रण में जाने से बचाने को लड़ रहे हैं।

बिहार में ईसाई धर्मांतरण की ग्राउंड रिपोर्ट, YouTube ने डिलीट किया वीडियो: क्या फेसबुक भी उड़ा देगा, बिग टेक कंपनियों की वामपंथी पॉलिसी कब...

पहली बार नहीं है कि किसी मामले को लेकर बड़ी टेक कंपनियों के वामपंथी रवैये पर सवाल खड़ा किया जा रहा हो। इनका प्रभाव फेसबुक पोस्ट से लेकर इंस्टा की रीच तक पर आप देख सकते हैं।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -