उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में समाजवादी पार्टी नेता स्वामी प्रसाद मौर्य पर जूता फेंकने की घटना सामने आई हैं। वकील के वेश में पहुँचे आकाश सैनी नामक व्यक्ति ने इस घटना को अंजाम दिया। हालाँकि, जूता फेंकने के बाद वहाँ मौजूद सपा समर्थकों ने आरोपित को पकड़कर उसकी जमकर पिटाई कर दी। वहीं आरोपित का कहना है कि वह पूजा-पाठ करने वाला व्यक्ति है लेकिन मौर्य के बयानों से वह दुखी था।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, राजधानी लखनऊ के इंदिरा गाँधी प्रतिष्ठान में समाजवादी पार्टी ने पिछड़ा वर्ग महासम्मेलन आयोजित किया था। स्वामी प्रसाद मौर्य इस कार्यक्रम में शामिल होने पहुँचे थे। इस दौरान जब वह कार से उतरकर अंदर जा रहे थे, तभी वकील की वेश में पहले से अंदर मौजूद व्यक्ति ने जूता उतारकर स्वामी प्रसाद मौर्य की ओर फेंक दिया। हालाँकि, जूता स्वामी प्रसाद को छूता हुआ जमीन पर जा गिरा।
BREAKING: A man threw a shoe at SP leader Swami Prasad Maurya at the Pichdavarg Mahasammelan in Lucknow, angry over his controversial statements. pic.twitter.com/edt1QIFiDm
— ADV. ASHUTOSH J. DUBEY 🇮🇳 (@AdvAshutoshBJP) August 21, 2023
इस घटना के बाद वहाँ मौजूद समाजवादी पार्टी के समर्थकों ने आरोपित युवक को पकड़ लिया। इसके बाद उसकी जमकर पिटाई कर दी। इसके कुछ वीडियो भी सामने आए हैं। वीडियो में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा आरोपित युवक को पीटते देखा जा सकता है। मौके पर मौजूद पुलिस उसे सपाइयों से बचाने की कोशिश कर रही थी। लेकिन सपा समर्थक उसे बार-बार पुलिस से छुड़ा कर पीटना शुरू कर देते।
VIDEO | A man dressed up as an advocate hurls shoe at Samajwadi Party leader Swami Prasad Maurya in Lucknow. The attacker was later roughed up by Maurya's supporters. More details are awaited. pic.twitter.com/OQCU5G3xVE
— Press Trust of India (@PTI_News) August 21, 2023
वहीं पुलिस बड़ी मुश्किल से उसे सपाइयों से छुड़ा पाई। इसके बाद भी सपाई उसका पीछा कर रहे थे। ऐसे में पुलिस सरकारी गाड़ी की जगह ऑटो में बैठाकर उसे थाने ले गई। जूता फेंकने वाले व्यक्ति की पहचान आकाश सैनी के रूप में हुई है। पकड़े जाने पर आकाश ने कहा है कि वह पूजा पाठ करने वाला व्यक्ति है लेकिन स्वामी प्रसाद मौर्य के बयानों से वह दुखी था, इसलिए उसने यह कदम उठाया।
इस घटना के बाद यूपी सरकार में मंत्री ओम प्रकाश राजभर का बयान भी सामने आया। उन्होंने कहा है कि पिछड़ों और दलितों को समाजवादी पार्टी में सम्मान नहीं मिलता। 4 बार की सरकार ने इन लोगों को धोखा दिया है। सपा का यह सम्मेलन ओबीसी और दलित को धोखा देने के लिए आयोजित किया गया। जिसने स्याही फेंकी थी, उसकी अखिलेश यादव के साथ फोटो वायरल हो गई। यह इस बात का सबूत है कि सपा के राष्ट्रीय महासचिव के आने पर सपाई कह रहे हैं मेरे अँगने में तुम्हारा क्या काम है?
वहीं, अयोध्या स्थित हनुमान गढ़ी के महंत राजू दास ने कहा, “अभी सिर्फ स्वामी प्रसाद मौर्य पर जूता फेंका गया है। यह सिलसिला रुकेगा नहीं। सनातन धर्म पर ऐसी ही टिप्पणी करते रहेंगे तो वह दिन दूर नहीं जब अखिलेश यादव भी पीटे जाएँगे।”
उन्होंने आगे कहा, “स्वामी प्रसाद मौर्या के ऊपर जूता कांड करने वाले को मेरे तरफ से उचित इनाम दिया जाएगा।”
स्वामी प्रसाद मौर्या के ऊपर जूता कांड करने वाले को मेरे तरफ से उचित इनाम दिया जाएगा pic.twitter.com/WeAbQxX3rF
— Raju Das Hanumangadhi Ayodhya (@rajudasji99) August 21, 2023
बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य ने जनवरी, 2023 में रामचरित मानस को बकवास बताते हुए इस पर प्रतिबंध लगाने की माँग की थी। यही नहीं वह साधु-संतों और महंतों को ‘आतंकवादी’ व ‘जल्लाद’ भी कह चुके हैं। इसको लेकर जमकर विवाद हुआ था। बाद में उनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हुआ था।