जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती ने राज्य की पुलिस पर बड़ा आरोप लगाया है। पूर्व सीएम ने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश घोषित होते ही राज्य की पुलिस सत्ता के मद में चूर हो गई है। मुफ़्ती ने आरोप लगाया कि पुलिस ने सज्जाद लोन और शाह फैसल जैसे नेताओं की पिटाई भी की है। शाह फैसल ने नई राजनीतिक पार्टी का गठन किया था लेकिन अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को निरस्त किए जाने के बाद उनके मंसूबों पर पानी फिर गया। शाह फैसल भारत के बारे में अंतरराष्ट्रीय मंचों पर नकारात्मकता फैलाने के लिए तुर्की भाग रहे थे लेकिन ऐन मौके पर उन्हें दिल्ली एयरपोर्ट से धर दबोचा गया।
सत्ता की वासना में जब नौकरशाही की निष्ठा शीघ्रपतित होती है तो लोग शाह फ़ैसल बन जाते हैं
वहीं सज्जाद लोन ‘जम्मू कश्मीर पीपल्स कॉन्फ्रेंस’ के मुखिया हैं और विधायक रह चुके हैं। अभी इन नेताओं को पुलिस ने अपने ऐहतियान हिरासत में ले रखा है। इन्हें हाउस अरेस्ट में रखा गया है। वहीं तीनों पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती, उमर अब्दुल्ला और फ़ारूक़ अब्दुल्ला भी हाउस अरेस्ट के बाद अलग-अलग जगहों पर रखे गए हैं। महबूबा मुफ़्ती ने अपने ट्विटर हैंडल से आरोप लगाया कि सज्जाद लोन और शाह फैसल जैसे नेताओं को श्रीनगर एमएलए हॉस्टल में शिफ्ट करते समय पुलिस ने उनके साथ हाथापाई की। महबूबा मुफ़्ती ने आरोप लगाया कि पुलिस ने इन कश्मीरी नेताओं की जम कर पिटाई की।
The same Waheed Para whose work for strengthening democracy in J&K was lauded by former Home Minister Shri Rajnath Singh.The very same Shah Faesal who was called Kashmir’s role model when he topped UPSC exam. Once appreciated & now humiliated. Why?
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) November 17, 2019
महबूबा मुफ़्ती ने आरोप लगाया कि जम्मू कश्मीर में अभी मार्शल लॉ चल रहा है और जनप्रतिनिधियों को अपमानित किया जा रहा है। वहीं पीडीपी के प्रवक्ता वहीद पारा की पिटाई किए जाने की बात भी महबूबा मुफ़्ती ने कही है। महबूबा ने बताया कि ये वही वहीद पारा हैं, जिन्हें जम्मू कश्मीर में लोकतंत्र मजबूत करने के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सराहा था। महबूबा ने पूछा कि सिविल सर्विस की परीक्षा में शीर्ष स्थान पाने के बाद जिस शाह फैसल को राज्य का रोल मॉडल बताया गया था, आज उन्हें इस तरह अपमानित क्यों किया जा रहा है? उनके साथ दुर्व्यवहार क्यों हो रहा है?
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सज्जाद लोन के बारे में महबूबा मुफ़्ती ने कहा कि वो 2014 से ही नरेंद्र मोदी की नज़र में खटक रहे हैं। उन्होंने बताया कि सज्जाद लोन पहले अलगाववादी थे लेकिन बाद में उन्होंने लोकतान्त्रिक राजनीति में क़दम रखा। हालाँकि, जम्मू कश्मीर पुलिस ने महबूबा मुफ़्ती के दावों को नकार दिया है। आईपीएस इम्तियाज हुसैन ने कहा कि कुछ ट्विटर हैंडल्स द्वारा श्रीनगर स्थित एमएलए हॉस्टल में नेताओं के साथ मारपीट की बातें फैलाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी कोई भी घटना नहीं हुई है। साथ ही इम्तियाज ने ये भी बताया कि पुलिस ने बस ज़रूरी सुरक्षा ड्रिल को अंजाम दिया है, जो नियमित तौर पर होता रहता है।
Apropos some twitter handle claiming manhandling of some people at MLA hostel Srinagar,it is hereby clarified that no such incident has taken place. Mandatory security drills were followed as required for lodgement.
— Imtiyaz Hussain (@hussain_imtiyaz) November 17, 2019
J&K Police
जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 को निरस्त किए जाने के बाद से ही कई अलगाववादियों व कश्मीरी नेताओं को हिरासत में रखा गया है। इनमें से कई नेताओं को गिरफ़्तार कर के किसी गेस्ट हाउस या होटलों में भी रखा गया है। अलगाववादियों को यूपी के जेल में भेजने की भी ख़बरें आई थीं।