Monday, November 18, 2024
Homeराजनीति'भारत धर्मशाला नहीं, CAA-NRC का विरोध कर मुस्लिम किसको अपनी ताकत दिखाना चाहते हैं?'

‘भारत धर्मशाला नहीं, CAA-NRC का विरोध कर मुस्लिम किसको अपनी ताकत दिखाना चाहते हैं?’

"उनकी पार्टी नागरिकता कानून का विरोध करते लोगों को सटीक जवाब देगी। आज का महामोर्चा, नागरिकता कानून और एनआरसी के विरोध में हुए विरोध प्रदर्शनों के जवाब में निकाला गया है। रैली का जवाब रैली से दिया जाएगा, पत्थर का जवाब पत्थर से, और तलवार का जवाब तलवार से।"

मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने अपने भगवा रंग को और गाढ़ा करते हुए रविवार को मुंबई के आजाद मैदान तक पाकिस्तानी और बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ महा रैली निकाली। नागरिकता कानून को अपना समर्थन देते हुए राज ठाकरे ने रैली में कहा कि यदि पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिन्दुओं को डर लगता है तो उन्हें भारत की नागरिकता देने में क्या बुराई है?

एनआरसी का समर्थन करते हुए राज ठाकरे ने अपनी रैली में कहा कि भारत कोई धर्मशाला नहीं है, न सिर्फ हम ने ही मानवता का सारा ठेका ले रखा है, दुनिया के सभी देशों में स्पष्ट प्रावधान हैं कि अगर आप गैर क़ानूनी ढंग से वहाँ रह रहे हैं तो फिर या तो आपको वापस जाना होगा या फिर जेल जाना होगा।

रिपोर्ट्स के अनुसार ठाकरे ने रैली को सम्बोधित करते हुए कहा, “उनकी पार्टी नागरिकता कानून का विरोध करते लोगों को सटीक जवाब देगी। आज का महामोर्चा, नागरिकता कानून और एनआरसी के विरोध में हुए विरोध प्रदर्शनों के जवाब में निकाला गया है। रैली का जवाब रैली से दिया जाएगा, पत्थर का जवाब पत्थर से, और तलवार का जवाब तलवार से।”

रविवार की दोपहर मनसे ने अवैध पाकिस्तानी और बांग्लादेशियों को देश से निकालने की माँग करते हुए गिरगाँव चौपाटी से आजाद मैदान तक एक विशाल रैली निकाली जिसमें हजारों की संख्या में मनसे कार्यकर्ता शामिल हुए।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार रैली से पहले राज ठाकरे ने अपनी पत्नी व बेटे के साथ सिद्ध विनायक मंदिर जा भगवान गणेश की आरती की।

रैली को सम्बोधित करते हुए राज ठाकरे ने कहा, “मैं समझ नहीं पा रहा कि मुस्लिम नागरिकता कानून और एनआरसी के खिलाफ क्यों विरोध प्रदर्शन कर रहे। कौन उनको देश से निकालने जा रहा जो जन्म से भारतीय हैं?नागरिकता कानून और एनआरसी का विरोध कर आप किसको अपनी ताकत दिखाना चाहते हैं?”

ठाकरे ने इन देश भर में जारी इन विरोध प्रदर्शनों को गलतफहमी का नतीजा बताया, जो सिर्फ विषय की ठीक से समझ न होने के कारण पैदा हुई है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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