रविवार (9 जून, 2024) को देश को नई सरकार मिल गई। NDA संसदीय दल के नेता नरेन्द्र मोदी ने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। उनके साथ भाजपा के बड़े नेताओं में भी मंत्री के रूप शपथ ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
पीएम मोदी के अलावा मोदी सरकार 2.0 में रक्षा मंत्री रहे राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री रहे एस जयशंकर और वित्त मंत्री रहीं निर्मला सीतारमण ने शपथ ली। उनके अलावा मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तथा हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को भी केन्द्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया गया।
जहाँ मोदी सरकार 2.0 के मंत्रालय नई सरकार में भी समान रहने की उम्मीद है, वहीं दोनों पूर्व मुख्यमंत्रियों को भी अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है। उनके अलावा कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और JDS नेता एचडी कुमारस्वामी ने भी मंत्रिपद की शपथ ली। JDS, सरकार बनाने वाले गठबंधन NDA का हिस्सा है।
मोदी सरकार 2.0 में अहम मंत्रालय संभालने वाले पीयूष गोयल ने भी मंत्रिपद और गोपनीयता की शपथ ली। वह इस बार मुंबई से लोकसभा सदस्य निर्वाचित हुए हैं। ओडिशा से लोकसभा सदस्य चुने गए धर्मेन्द्र प्रधान भी केद्रीय मंत्री बने हैं। उन्होंने भी शपथ ली है। उनका नाम ओडिशा के मुख्यमंत्री की दौड़ में भी चल रहा था। अब केन्द्रीय मंत्री बनने के बाद उनका नाम इस रेस से बाहर हो गया है।
NDA की सदस्य HAM पार्टी के मुखिया जीतनराम मांझी ने भी मंत्रिपद की शपथ ली है। NDA की अहम सहयोगी की तरफ से राजीव रंजन सिंह उर्फ़ लल्लन सिंह ने भी मंत्रिपद की शपथ ली है। असम के पूर्व मुख्यमंत्री और मोदी सरकार 2.0 में शामिल सर्बानंद सोनोवाल ने भी पद और गोपनीयता की शपथ ली।
मध्य प्रदेश से आने वाले डॉ वीरेंद्र कुमार ने भी मंत्रिपद की शपथ ली, वह मोदी सरकार 2.0 में भी मंत्री थे। NDA की सदस्य TDP से KR नायडू ने मंत्रिपद की शपथ ली है। वह मोदी सरकार के सबसे युवा मंत्रियों में से एक हैं। उनके अलावा कर्नाटक से आने वाले भाजपा सांसद प्रल्हाद जोशी ने भी मंत्रिपद की शपथ ली।
आदिवासी समुदाय से आने वाले जुएल ओराम ने भी मोदी सरकार 3.0 में मंत्रिपद की शपथ ली है। बिहार से आने वाले गिरिराज सिंह ने भी केन्द्रीय मंत्री के रूप में शपथ ली है। मोदी सरकार 2.0 में रेल मंत्री रहे अश्विनी वैष्णव को भी मंत्री पद की शपथ राष्ट्रपति मुर्मू ने दिलाई।
ज्योतिरादित्य सिंधिया और भूपेन्द्र यादव ने भी मोदी सरकार 3.0 में मंत्रिपद की शपथ ली है। मोदी सरकार 2.0 में जलशक्ति मंत्री रहे गजेन्द्र सिंह शेखावत भी मोदी सरकार 3.0 में मंत्री बने हैं। झारखंड से आने वाली अन्नपूर्णा देवी और किरेन रिजीजू को भी एक बार फिर केन्द्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है।
मोदी सरकार में डॉ मनसुख एल मांडविया और हरदीप सिंह पुरी को फिर से जगह मिली है। उनके अलावा जी किशन रेड्डी को भी केन्द्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। NDA की सदस्य LJP (R) के मुखिया चिराग पासवान को भी मंत्रिपद की शपथ दिलाई गई है। गुजरात भाजपा के अध्यक्ष सीआर पाटिल को भी मंत्रिमंडल में जगह दी गई है।
उपरोक्त सभी व्यक्ति मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री बनेंगे। वहीं राव इंदरजीत सिंह को राज्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई है। PMO में मंत्री रहे जितेन्द्र सिंह को भी केन्द्रीय राज्यमंत्री बनाया गया है। उनके अलावा अर्जुन राम मेघवाल भी राज्यमंत्री बने हैं। NDA की सहयोगी शिवसेना की तरफ से प्रतापराव जाधव को राज्यमंत्री बनाया गया गया है।
NDA सदस्य RLD के मुखिया जयंत चौधरी को भी मोदी सरकार में राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार बनाया गया है। उनके अलावा पीलीभीत से सांसद निर्वाचित हुए जितिन प्रसाद भी राज्यमंत्री बनाए गए हैं। श्रीपाद नाइक को भी राज्यमंत्री बनाया गया है। मोदी सरकार 2.0 में राज्यमंत्री रहे पंकज चौधरी को भी राज्यमंत्री बनाया गया है।
हरियाणा से आने वाले कृष्णपाल गुर्जर को भी मोदी सरकार में राज्यमंत्री के रूप से जगह दी गई है। NDA की सहयोगी पार्टी RPI के सांसद रामदास अठावले को भी केंद्र में राज्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई है। बिहार से JDU के राज्यसभा सांसद रामनाथ ठाकुर को भी राज्यमंत्री बनाया गया है। भाजपा ने नित्यानंद राय को फिर से राज्यमंत्री बनाया है।
अपना दल (सोनेलाल) की सांसद अनुप्रिया पटेल को भी केंद्र में राज्यमंत्री बनाया गया है। कर्नाटक से आने वाले वी सोमन्ना को भी राज्यमंत्री का पद दिया गया है। TDP की तरफ से चंद्रशेखर पेम्मासमी को राज्यमंत्री पद दिया गया है। एसपी सिंह बघेल को भी राज्यमंत्री बनाया गया है। कर्नाटक से ही आने वाली शोभा करंदलाजे को भी राज्यमंत्री बनाया गया है।
उत्तर प्रदेश के गोंडा से सांसद बने कीर्तिवर्धन सिंह को भी राज्यमंत्री बनाया गया है। उत्तर प्रदेश से ही बीएल वर्मा को भी राज्यमंत्री बनाया गया है। बंगाल के मतुआ समुदाय से आने वाले शांतनु ठाकुर को भी मंत्री बनाया गया है। केरल में भाजपा का खाता खोलने वाले सुरेश गोपी को भी राज्यमंत्री बनाया गया है।
तमिलनाडु से आने वाले डॉक्टर एल मुरुगन को भी राज्यमंत्री पद दिया गया है। उत्तराखंड से अजय टम्टा को भी केन्द्रीय मंत्रिपरिषद में राज्यमंत्री बनाया गया है। तेलंगाना के बंडी संजय कुमार को भी राज्यमंत्री बनाया गया है। उत्तर प्रदेश के बाँसगाँव से सांसद बने कमलेश पासवान को भी मंत्री बनाया गया है। राजस्थान से भागीरथ चौधरी को राज्यमंत्री का पद मिला है।
बिहार से आने वाले सतीश दुबे को भी राज्यमंत्री बनाया गया है। झारखंड से आने वाले संजय सेठ को भी मंत्री बनाया गया है। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के पोते रवनीत सिंह बिट्टू को भी केंद्र में राज्यमंत्री बनाया गया है। वह पंजाब के लुधियाना से चुनाव हार गए थे। भाजपा ने इसके बाद भी उन्हें केन्द्रीय मंत्रिपरिषद में जगह दी है।
मध्य प्रदेश से आने वाले दुर्गादास उइके को भी राज्यमंत्री बनाया गया है। महाराष्ट्र से आने वाली रक्षा खडसे को भी केन्द्रीय मंत्रिपरिषद में राज्यमंत्री के रूप में जगह दी गई है। बंगाल भाजपा के अध्यक्ष सुकांता मजूमदार को भी राज्यमंत्री बनाया गया है। आदिवासी सावित्री ठाकुर और तोखन साहू को भी राज्यमंत्री बनाया गया है।
बिहार को 2024 चुनाव में काफी मंत्री मिले हैं। बिहार के ही राजभूषण चौधरी को भी राज्यमंत्री बनाया गया है। कर्नाटक से आने वाले भूपति राजू श्रीनिवास वर्मा को भी राज्यमंत्री बनाया गया है। दिल्ली से हर्ष मल्होत्रा को राज्यमंत्री के रूप में मौक़ा दिया गया है। गुजरात से आने वाले निमुबेन बाम्भ्निया को राज्यमंत्री बनाया गया है।
पुणे के सांसद मुरलीधर मोहोल को भी राज्यमंत्री बनाया गया है। केरल के जॉर्ज कुरियन को भी राज्यमंत्री बनाया गया है। असम के पबित्र मार्गरीता को भी राज्यमंत्री बनाया गया है।