उत्तर प्रदेश में सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के बाद माफिया मुख्तार अंसारी की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। खबर है कि यूपी पुलिस ने अंसारी की संपत्ति पर ताबड़तोड़ कार्रवाई करने के बाद उसके दोनों बेटों अब्बास और उमर को अपराधी करार देते हुए उन पर 25-25 हजार रुपए का इनाम घोषित कर दिया है।
इससे पहले पिछले साल भी लखनऊ पुलिस ने अब्बास अंसारी के घर पर छापेमारी की थी। उस समय उसके घर से 6 बंदूक और 4,431 कारतूस बरामद हुए थे। हालाँकि, ताजा कार्रवाई लखनऊ पुलिस ने मुख्तार और उसके बेटों पर डालीबाग में सरकारी जमीन पर अवैध निर्माण कराने के मुकदमे में की है। इसके संबंध में जियामऊ के लेखपाल सुरजन लाल ने शिकायत दर्ज कराई थी।
अपनी शिकायत में सुरजन लाल ने आरोप लगाया था कि जिस जमीन पर मुख्तार के बेटों ने टावर बनवाए थे, वह मोहम्मद वसीम की थी। वसीम 1952 में पाकिस्तान चले गए तो संपत्ति निष्क्रांत के रूप में दर्ज हो गई। उक्त जमीन के फर्जी दस्तावेज बनाकर मुख्तार के बेटों ने वहाँ कब्जा करके दो टावर का निर्माण करवा लिया और जमीन पर एक मस्जिद भी बना ली।
पुलिस कमिश्नर की ओर से जारी आदेश के मुताबिक मुख़्तार अंसारी के बेटों उमर और अब्बास पर 25-25 हज़ार रुपए का इनाम घोषित किया गया है। दोनों के खिलाफ कुछ दिन पहले अवैध कब्जे के मामले में एफआईआर हुई थी। लखनऊ में उनके अवैध कब्जे वाली दो इमारतों को ढहा भी दिया गया था।
गौरतलब है कि पिछले कुछ समय से यूपी प्रशासन लगातार मुख्तार अंसारी के रसूख को खत्म करने के लिए उसकी संपत्ति और उसके करीबियों की संपत्तियों पर कार्रवाई कर रहा है। 27 अगस्त से लेकर 9 अगस्त यानी मात्र 12 दिनों में मुख्तार अंसारी पर 4 बड़ी कार्रवाई कर चुकी है।
सबसे पहले प्रशासन ने 27 अगस्त को माफिया मुख्तार अंसारी की डालीबाग कॉलोनी में स्थित अवैध संपत्ति को ध्वस्त किया और ऐलान किया कि इमारत ध्वस्त करने में जो खर्चा आया है वह भी मुख्तार अंसारी से वसूला जाएगा। इसके बाद 28 अगस्त को मऊ में उसके करीबी रईस कुरैशी के बूचड़खाने पर प्रशासन ने कार्रवाई की और बुलडोजर चला कर उसे गिरा दिया। खबरों में इस बूचड़खाने की कीमत 40 लाख बताई गई।
फिर 3 सितंबर को मऊ में ही प्रशासन ने अंसारी के वसूली गैंग के गुर्गे सुरेश सिंह की अवैध रूप से कमाई संपत्ति पर शिकंजा कसा और उसकी 1 करोड़ 5 लाख 40 हजार मूल्य की संपत्ति जब्त की गई। इसमें कई वाहन शामिल थे। 9 सितंबर की खबर के मुताबिक ताबड़तोड़ कार्रवाई के चलते उसे 25 वाहन सीज किए जा चुके थे। सभी वाहनों की कीमत 4. 29 करोड़ थी।