Sunday, November 17, 2024
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गरीब लोगों से जो सेवाएँ लेते हैं उनके आर्थिक हितों का ध्यान रखें, उन्हें पूरा वेतन दें: PM मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि सरकारी सेवा, अस्पताल और मीडिया की सक्रियता जरूरी है लेकिन जिन लोगों के लिए जरूरी नहीं है वह घर से बाहर ना निकलें। मैं एक और चीज माँगता हूँ कि जनता कर्फ्यू लगाया जाए। 22 मार्च, रविवार को सुबह 7 बजे रात 9 बजे तक जनता कर्फ्यू का पालन करना है। अभी से लेकर रविवार तक इस जनता कर्फ्यू का संदेश लोगों को पहुँचाएँ।

पीएम नरेंद्र मोदी आज कोरोना वायरस को लेकर देश के लोगों को संबोधित कर रहे हैं। दुनियाभर में कोरोना वायरस के बढ़ते मामले और भारत पर भी लगातार मंडराते इसके खतरे के मद्देनजर पीएम मोदी ने जनता को संयम और जागरूकता अपनाने कि सलाह दी है। कोरोना महामारी से उत्पन्न हो रही आर्थिक चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए, वित्त मंत्री के नेतृत्व में सरकार ने एक कोविड-19 इकनॉमिक रिस्पॉन्स टास्क फोर्स के गठन का फैसला लिया है।

COVID-19 Economy Task Force

कोरोनावायरस के संकट को देखते हुए फाइनेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमण के साथ बातचीत करके COVID-19 Economy Task Force (आर्थिक टास्क फ़ोर्स) बनाने का फैसला किया है। यह हर परिस्थिति का आंकलन करते हुए निकट भविष्य में फैसले लेगी। टास्कफोर्स सभी से सलाह लेकर फैसले लेगा। संकट के इस समय में मेरा आग्रह है कि आप जिन जिन लोगों से सेवाएं लेते हैं उनके आर्थिक हितों का ध्यान रखे। मुमकिन है कि अगर कोई दफ्तर ना पाए या घर ना पाए तो उनका वेतन मत काटिए। ध्यान रखिएगा कि उन्हें भी अपने परिवार को बीमारी से बचाना है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा- “मैं चाहता हूँ कि 22 मार्च, रविवार के दिन हम ऐसे सभी लोगों को धन्यवाद अर्पित करें जो खुद जोखिम उठाकर आवश्यक कामों में लगे हैं, इस महामारी से लड़ने में मदद कर रहे हैं। रविवार को ठीक 5 बजे हम अपने घर के दरवाजे पर खड़े होकर, बालकनी में खिड़कियों के सामने खड़े होकर 5 मिनट तक ऐसे लोगों का आभार व्यक्त करें।

  • इस रविवार यानि 22 मार्च को सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक, सभी देशवासियों को जनता-कर्फ्यू का पालन करना है।
  • कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के खिलाफ लड़ाई के लिए भारत कितना तैयार है, ये देखने और परखने का भी समय है।
  • संभव हो तो हर व्यक्ति प्रतिदिन कम से कम 10 लोगों को फोन करके कोरोना वायरस से बचाव के उपायों के साथ ही जनता-कर्फ्यू के बारे में भी बताए।
  • संकट के इस समय में आपको ये भी ध्यान रखना है कि हमारी आवश्यक सेवाओं पर, हमारे हॉस्पिटलों पर दबाव भी निरंतर बढ़ रहा है।इसलिए मेरा आपसे आग्रह ये भी है कि रूटीन चेक-अप के लिए अस्पताल जाने से जितना बच सकते हैं, उतना बचें
  • ऐसी स्थिति में, जब इस बीमारी की कोई दवा नहीं है तो हमारा खुद का स्वस्थ बने रहना बहुत आवश्यक है। इस बीमारी से बचने और खुद के स्वस्थ बने रहने के लिए अनिवार्य है संयम।

इस नवरात्री पर 9 आग्रह –

कोरोनावायरस का संकट बहुत बड़ा

पीएम मोदी ने कहापहले विश्व युद्ध और दूसरे विश्व युद्ध में जितने लोग प्रभावित नहीं हुए थे, उससे ज्यादा लोग कोरोनावायरस संक्रमण से प्रभावित हैं। कोरोनावायरस को हल्के में नहीं लेना चाहिए। इसकी वजह से पूरी मानव जाति खतरे में पड़ गई है। 

क्यों जरूरी है Isolation?

पीएम मोदी ने कहा कि सरकारी सेवा, अस्पताल और मीडिया की सक्रियता जरूरी है लेकिन जिन लोगों के लिए जरूरी नहीं है वह घर से बाहर ना निकलें। मैं एक और चीज माँगता हूँ कि जनता कर्फ्यू लगाया जाए। 22 मार्च, रविवार को सुबह 7 बजे रात 9 बजे तक जनता कर्फ्यू का पालन करना है। अभी से लेकर रविवार तक इस जनता कर्फ्यू का संदेश लोगों को पहुँचाएँ।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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