लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम जारी हो गए, जिसमें भाजपा को 240 सीटें प्राप्त हुईं और NDA 292 सीटों के साथ पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में लौटा। अब नई दिल्ली में बुधवार (5 जून, 2024) को NDA के घटक दलों की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गठबंधन का नेता चुन लिया गया है। गठबंधन ने जो प्रस्ताव पारित किया है, उसमें स्पष्ट लिखा है कि भारत के 140 करोड़ देशवासियों ने पीएम मोदी के नेतृत्व में NDA सरकार की जन-कल्याणकारी नीतियों से देश को हर क्षेत्र में विकसित होते देखा है।
NDA के सभी दलों द्वारा पारित किए गए प्रस्ताव में आगे लिखा है कि 6 दशक बाद ऐसा हुआ है जब भारत की जनता ने लगातार तीसरी बार पूर्ण बहुमत से किसी सशक्त नेतृत्व को चुना है। NDA नेताओं ने इस पर गर्व जताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में उन्होंने न सिर्फ ये चुनाव लड़ा, बल्कि जीता भी। साथ ही सर्वसम्मति से एक बार फिर से उन्हें अपना नेता चुन लिया गया। गरीब, महिला, युवा, किसान, शोषित, वंचित और पीड़ित नागरिकों की सेवा के लिए भी प्रतिबद्धता जताई गई है।
NDA ने अपने बयान में कहा है कि भारत की विरासत को संरक्षित कर देश के सर्वांगीण विकास हेतु NDA सरकार भारत के जन-जन के जीवन में सुधार लाने के लिए कार्य करती रहेगी। प्रधानमंत्री ने राजग के सभी सांसदों के प्रति कृतज्ञता जताते हुए कहा है कि वो इस निर्णय के लिए उन्हें धन्यवाद देते हैं। शुक्रवार (7 जून, 2024) को राजग के सभी सांसदों की बैठक होगी, जिसके बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे।
आज नई दिल्ली में आयोजित एनडीए की बैठक में आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी को सर्वसम्मति से एनडीए का नेता चुना गया है।
— BJP (@BJP4India) June 5, 2024
मोदी जी के नेतृत्व में एनडीए सरकार भारत के गरीब-महिला-युवा-किसान और शोषित, वंचित व पीड़ित नागरिकों की सेवा करने के लिए प्रतिबद्ध है। भारत की विरासत को संरक्षित कर… pic.twitter.com/yIKuR2mkE9
गठबंधन सहयोगियों से बातचीत की जिम्मेदारी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष JP नड्डा के अलावा ‘मोदी 2.0’ में गृह मंत्री रहे अमित शाह और रक्षा रहे मंत्री राजनाथ सिंह को सौंपा गया है। उधर I.N.D.I. गठबंधन भी सरकार बनाने पर विचार-विमर्श कर रहा है, लेकिन इसकी शायद ही कोई संभावना नज़र आ रही है। बता दें कि 17वीं लोकसभा को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भंग कर दिया है। अब 8 जून को शपथग्रहण समारोह के बाद नई कैबिनेट का गठन होगा। 3 निर्दलीयों और एक-एक सांसद वाले 7 अन्य दलों ने भी पीएम मोदी को समर्थन दिया है।