Sunday, September 8, 2024
Homeराजनीतिबिहार की गिर गई डेढ़ साल पुरानी सरकार, नीतीश कुमार ने राज्यपाल को सौंपा...

बिहार की गिर गई डेढ़ साल पुरानी सरकार, नीतीश कुमार ने राज्यपाल को सौंपा इस्तीफा: भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाने की तैयारी, 9वीं बार लेंगे सीएम पद की शपथ

बिहार में पिछले तीन दिनों से जारी उठा-पटक के बाद अब राजनीतिक स्थिति लगभग साफ हो गई है। महागठबंधन से अलग होने का निर्णय ले चुके नीतीश कुमार राजभवन पहुँचे और वहाँ राज्यपाल से मुलाकात करके उन्होंने आज रविवार (28 जनवरी 2024) को अपना इस्तीफा सौंप दिया। कहा जा रहा है कि वे भाजपा के साथ मिलकर आज ही राज्य में सरकार बनाएँगे।

बिहार में पिछले तीन दिनों से जारी उठा-पटक के बाद अब राजनीतिक स्थिति लगभग साफ हो गई है। महागठबंधन से अलग होने का निर्णय ले चुके नीतीश कुमार राजभवन पहुँचे और वहाँ राज्यपाल से मुलाकात करके उन्होंने आज रविवार (28 जनवरी 2024) को अपना इस्तीफा सौंप दिया। कहा जा रहा है कि वे भाजपा के साथ मिलकर आज ही राज्य में सरकार बनाएँगे।

इस्तीफा देने के नीतीश कुमार ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “मैं काम कर रहा था, लेकिन मुझे काम नहीं करने दिया जा रहा था। इससे लोगों को दुख हो रहा था। हमने अपने लोगों, पार्टी की राय को सुना और इसलिए आज इस्तीफा दे दिया। जो सरकार थी, वो समाप्त कर दिया।” उन्होंने आगे कहा, “आज अन्य पार्टियाँ जो पहले साथ में थीं वो तय करेंगी। आगे जो होगा वो देखिएगा।”

बिहार के राजभवन से राज्यपाल के साथ नीतीश कुमार की एक तस्वीर जारी की गई है। इसके साथ ही लिखा गया है, “माननीय राज्यपाल श्री राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार का त्यागपत्र स्वीकार कर लिया तथा वैकल्पिक व्यवस्था होने तक उन्हें कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में कार्य करने को कहा।”

नीतीश कुमार द्वारा मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के नई सरकार के गठन की तैयारियाँ तेज हो गई हैं। मीडिया रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि JDU विधायक दल की बैठक के दौरान नीतीश कुमार ने भाजपा के एक शीर्ष नेता से फोन पर बात की। इस बीच राजभवन में शपथ ग्रहण की तैयारियाँ शुरू हो गई हैं। नीतीश कुमार आज ही नौंवी बार बिहार के मुख्यमंत्री बनेंगे।

सूत्रों के हवाले से मीडिया रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जनता दल यूनाइटेड (JDU) के विधायकों की बैठक में कहा कि राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के साथ रहना अब मुश्किल है और इस्तीफे का वक्त है। नीतीश कुमार के इस फैसले से राजद में अफरा-तफरी का माहौल है।

उधर, नीतीश कुमार को समर्थन देकर साथ में सरकार बनाने जा रही भाजपा ने अपने विधायकों के साथ बैठक शुरू कर दी है। इसमें भाजपा के विधायकों से समर्थन पत्र पर हस्ताक्षर लिए जा रहे हैं। थोड़ी देर में भाजपा के विधायकों को मुख्यमंत्री आवास ले जाया जाएगा और वहाँ NDA विधायक दल की बैठक में नीतीश कुमार को नेता चुना जाएगा।

इस घटनाक्रम से राजद हक्का-बक्का है। राजद के मृत्युंजय तिवारी ने कहा, “अब तो जनता भी कह रही है कि देखा है पहली बार ऐसी पलटीमार सरकार। नीतीश कुमार के साथ तेजस्वी यादव जब सरकार में उपमुख्यमंत्री बनें तो इन 15 महीनों के कामों को कोई नहीं भुला सकता। यह हमारी उपलब्धि है। आगे जो भी होगा, उसका सामना किया जाएगा।”

वहीं, NDA के सहयोगी और राष्ट्रीय लोक जनता दल (RLJD) के प्रमुख उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा, “आज बिहार के लिए खास दिन है। नीतीश कुमार को आरजेडी को तरफ से गालियाँ दी जा रही थीं। मैंने कहा था की नीतीश कुमार अगर ज्यादा दिन आरजेडी के साथ रहे तो उनकी उम्र कम हो जाएगी। हम एनडीए के साथ हैं।”

 

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

ग्रामीण और रिश्तेदार कहते थे – अनाथालय में छोड़ आओ; आज उसी लड़की ने माँ-बाप की बेची हुई जमीन वापस खरीद कर लौटाई, पेरिस...

दीप्ति की प्रतिभा का पता कोच एन. रमेश को तब चला जब वह 15 वर्ष की थीं और उसके बाद से उन्होंने लगातार खुद को बेहतर ही किया है।

शेख हसीना का घर अब बनेगा ‘जुलाई क्रांति’ का स्मारक: उपद्रव के संग्रहण में क्या ब्रा-ब्लाउज लहराने वाली तस्वीरें भी लगेंगी?

यूनुस की अगुवाई में 5 सितंबर 2024 को सलाहकार परिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि इसे "जुलाई क्रांति स्मारक संग्रहालय" के रूप में परिवर्तित किया जाएगा।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -