केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पटना में आयोजित ‘जन जागरण सभा’ में न सिर्फ़ जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को निरस्त किए जाने वाले निर्णय के बारे में बताया बल्कि पाकिस्तान को भी कड़ी चेतावनी दी। राजनाथ सिंह के मंच पर आते ही लोगों ने ‘भारत माता की जय’ के नारे के साथ उनका स्वागत किया। सिंह ने कहा कि जब कभी भारत की सीमा को किसी देश-विरोधी ताक़त से ख़तरा हुआ है, भाजपा और जनसंघ ने उसके ख़िलाफ़ आवाज़ बुलंद किया है।
राजनाथ सिंह ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के जन्म के लिए भी अनुच्छेद 370 को ज़िम्मेदार ठहराया। राजनाथ ने कहा कि आतंकवाद ने जम्मू-कश्मीर को लहूलुहान कर दिया है। उन्होंने कहा कि उन्हें देखना है कि पाकिस्तान कितने आतंकी पैदा करने की कुव्वत रखता है? रक्षा मंत्री ने इमरान ख़ान के उस बयान का जिक्र किया जिसमें उन्होंने पाकिस्तान के नौजवानों को भारत-पाक सीमा पर न जाने की सलाह दी थी। राजनाथ ने कहा कि ये अच्छी सलाह है क्योंकि हमारे जवान सीमा पर तैनात हैं और जो भी आएगा, वह वापस लौट कर नहीं जाएगा।
उन्होंने पाकिस्तान को 1965 और 1971 को न दोहराने की चेतावनी दी। राजनाथ ने कहा कि अगर पाकिस्तान ने फिर से अपनी नापाक हरकत दोहराई तो पीओके का क्या होगा, इस सम्बन्ध में वह विचार कर ले। राजनाथ ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद जब तक ख़त्म नहीं करता, कोई बातचीत नहीं होगी। उन्होंने कहा कि अगर बात होगी भी तो सिर्फ़ पीओके पर ही होगी। उन्होंने कहा:
“भारत का बँटवारा मज़हब के आधार पर हुआ है। गाँधी और अम्बेडकर नहीं चाहते थे कि भारत के टुकड़े हों लेकिन कुछ सांप्रदायिक नेताओं ने देश का विभाजन कर दिया। मजहब के आधार पर गठित पाकिस्तान की यह हालत हो गई कि 1971 आते-आते बांग्लादेश उससे अलग हो गया। मैं पाकिस्तानी हुक्मरानों से कहना चाहता हूँ कि यदि बलूचों और पख्तूनों के ख़िलाफ़ मानवाधिकारों का उल्लंघन चलता रहा तो पाकिस्तान को खंड-खंड होने से कोई नहीं बचा सकता। पाकिस्तान अपनी हरकतों की वजह से अपनेआप टुकड़े-टुकड़े हो जाएगा।”
राजनाथ सिंह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के आतंकियों को पाकिस्तान स्वतंत्रता सेनानी कहता है। उन्होंने पूछा कि किसी एक देश का आतंकी दूसरे देश का स्वतंत्रता सेनानी कैसे हो सकता है? उन्होंने कहा कि आज़ादी के बाद से अब तक जम्मू-कश्मीर में 41,500 लोग मारे गए हैं। राज्य में अब तक सुरक्षा बलों के भी 5500 से अधिक जवान वीरगति को प्राप्त हो चुके हैं। उन्होंने याद दिलाया कि लाल बहादुर शास्त्री के प्रधानमंत्रित्व काल में भी संसद ने अनुच्छेद 370 हटाने का समर्थन किया था।
राजनाथ सिंह ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी की बात करते हुए कहा कि उन्हें शेख अब्दुल्ला की पुलिस ने जेल में डाल दिया, जहाँ संदिग्ध परिस्थितियों में उनकी मृत्यु हो गई। राजनाथ ने कॉन्ग्रेस पर वोट बैंक की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि वे अनुच्छेद 370 पर अनाप-शनाप आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कॉन्ग्रेस पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाया कि उत्तर-पूर्वी राज्यों के नेता अनुच्छेद 370 पर सरकार के निर्णय का विरोध कर रहे हैं।
कार्यक्रम को बिहार भाजपा के अध्यक्ष संजय जायसवाल, केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय, बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे और केंद्रीय क़ानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भी सम्बोधित किया।