उत्तराखंड में निवेशकों को आकर्षित करने के लिए राजधानी देहरादून में 8-9 दिसंबर को आयोजित हो रहे ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का उद्घाटन आज (8 दिसंबर 2023) प्रधानमंत्री मोदी ने किया है। प्रधानमंत्री ने इस दौरान उत्तराखंड सरकार की प्रशंसा की।
उत्तराखंड सरकार ने लक्ष्य रखा है कि वह इस समिट के माध्यम से राज्य ₹2.5 लाख करोड़ का निवेश लाए। इस समिट में प्रधानमंत्री मोदी के अलावा पतंजलि समूह से बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण, अडानी समूह से गौतम अडानी के बेटे प्रणव अडानी समेत कई देश-विदेश के बड़े कारोबारी पहुँचे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस समिट का उद्घाटन करने के बाद कहा, “देवभूमि उत्तराखंड में आकर मेरा मन धन्य हो जाता है। कुछ वर्ष पहले जब मैं बाबा केदारनाथ के दर्शन के लिए निकला था, तो अचानक मेरे मुँह से निकला था कि 21वीं सदी का ये तीसरा दशक उत्तराखंड का दशक है। मुझे खुशी है कि अपने उस कथन को मैं लगातार चरितार्थ होते हुए देख रहा हूँ।”
Delighted to see global investors converge at the Uttarakhand Investors' Summit. This will significantly contribute to the state's development journey. https://t.co/vP1P2K3hvB
— Narendra Modi (@narendramodi) December 8, 2023
प्रधानमंत्री ने उत्तरकाशी की सिल्क्यारा सुरंग से मजदूरों को सफलतापूर्वक बचाने के लिए उत्तराखंड सरकार की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, “बीते दिनों उत्तरकाशी ही में सुरंग में फँसे श्रमिक भाइयों को निकालने का रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। मैं राज्य सरकार और प्रशासन को उनके द्वारा किए गए कार्यों के लिए बधाई देता हूँ।”
प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड के लिए एक कविता भी कही, “जहाँ अंजुलि में गंगाजल हो, जहाँ हर एक मन बस निश्चल हो, जहाँ गाँव-गाँव में देशभक्त हो, जहाँ नारी में सच्चा बल हो, उस देवभूमि का आशीर्वाद लिए मैं चलता जाता हूँ, इस देवभूमि के ध्यान से मैं धन्य सदा हो जाता हूँ, हे देवभूमि मैं तुमको शीश नवाता हूँ।”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यहाँ कारोबारी लोग मौजूद हैं। यह लोग सभी चीजों का विश्लेषण करते हैं। उन्होंने कहा, “अगर हम देश का विश्लेषण करेंगे तो आपको सब जगह आशा, आत्मविश्वास, अवसर और नीतियों से चल रही सरकार दिखेगी।”
उन्होंने कहा कि भारत के लोग अब अस्थिरता नहीं चाहते। वह स्थिर सरकार चाहते हैं। उन्होंने उत्तराखंड के पिछले चुनावी नतीजों का जिक्र किया और कहा कि जनता ने मजबूत सरकार के लिए जनादेश दिया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान यह भी कहा, “मेरे तीसरे कार्यकाल में देश दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यस्था बन जाएगा।” उन्होंने उत्तराखंड के सीमावर्ती क्षेत्रों में विकास को लेकर भी बात की। उन्होंने कहा कि हमारी सोच है हम सीमावर्ती गाँवों को आखिरी गाँव नहीं बल्कि पहला गाँव बनाए।
प्रधानमंत्री मोदी ने यहाँ ‘हाउस ऑफ़ हिमालयाज’ ब्रांड नेम का भी उद्घाटन किया। इसके अंतर्गत अब उत्तराखंड के स्थानीय उत्पादों को इसी के तहत बेचा जाएगा। अभी तक यह अलग-अलग नाम से बाजार में उपलब्ध थे।
उन्होंने इस दौरान देश में दो करोड़ महिलाओं को लखपति बनाने के अभियान को लेकर बात की। प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड में महिलाओं के सशक्त होने से यह लक्ष्य पूरा होगा। उन्होंने ‘मेक इन इंडिया’ की तरह देश में ‘वेड इन इंडिया’ का अभियान चलाने की अपील की। इसके तहत लोग विदेश ना जाकर भारत में ही शादी करें।
इस समिट के आयोजन के पहले दिन ही प्रणव अडानी ने राज्य में नई परियोजनाएँ लगाने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि वह रुड़की में लगे अम्बुजा सीमेंट के प्लांट की क्षमता बढ़ाएँगे। इसके लिए ₹300 करोड़, हरिद्वार-देहरादून के बीच ग्राइंडिंग यूनिट के लिए ₹1400 करोड़ और कुमाऊं क्षेत्र में ₹800 करोड़ से स्मार्ट मीटर लगाएँगे।
रोजमर्रा के उत्पाद बनाने वाली कम्पनी आईटीसी के मुखिया ने कहा कि वो ₹4,000 करोड़ के पल्प मिल लगाएँगे। पतंजलि से बाबा रामदेव ने कहा कि वह राज्य में दस हजार करोड़ का निवेश करेंगे। इस समेत में घोषित होने वाले निवेशों को धामी सरकार एक साल के भीतर जमीन पर उतारने की योजना बना रही है।