प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार (जून 2, 2020) को भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) के वार्षिक कार्यक्रम को सम्बोधित किया, जिसमें कई कारोबारियों ने हिस्सा लिया। पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि आज जहाँ एक तरफ कोरोना वायरस से लड़ने के लिए सख्त कदम उठाने हैं, वहीं दूसरी तरफ अर्थव्यवस्था का भी ध्यान रखना है। पीएम ने कहा कि इस स्थिति में जब कामकाज को पटरी पर लाने की बात शुरू की गई है तो निश्चित तौर पर इसके लिए भारतीय उद्योग जगत के लोग बधाई के पात्र हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना ने हमारी गति जितनी भी धीमी की हो, लेकिन आज देश की सबसे बड़ी सच्चाई यही है कि भारत लॉकडाउन को पीछे छोड़कर अनलॉक-1 में प्रवेश कर चुका है। उन्होंने बताया कि इस फेज में अर्थव्यवस्था का बहुत बड़ा हिस्सा खुल चुका है। उन्होंने कहा कि आज ये सब हम इसलिए कर पा रहे हैं, क्योंकि जब दुनिया में कोरोना वायरस पैर फैला रहा था, तो भारत ने सही समय पर, सही तरीके से सही कदम उठाए।
बकौल पीएम मोदी, दुनिया के तमाम देशों से तुलना करें तो आज हमें पता चलता है कि भारत में लॉकडाउन का बहुत व्यापक प्रभाव रहा है। पीएम मोदी ने आश्वासन दिया कि कोरोना के खिलाफ इकॉनमी को फिर से मजबूत करना सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकताओं में से एक है। उन्होंने जानकारी दी कि ‘प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना’ के तहत करीब 74 करोड़ लोगों को राशन का वितरण किया जा चुका है। प्रधानमंत्री ने आगे कहा:
“लॉकडाउन के दौरान सरकार ने गरीबों को 8 करोड़ से ज्यादा गैस सिलेंडर डिलिवर किए हैं। भारत को फिर से तेज़ विकास के पथ पर लाने के लिए, आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए 5 चीजें बहुत ज़रूरी हैं। Intent, Inclusion, Investment, Infrastructure और Innovation. हाल ही में काफी बोल्ड फ़ैसले लिए गए, उनमें इन पाँचों की झलक है। हमारे श्रमिकों के कल्याण को ध्यान में रखते हुए, रोजगार के अवसरों को बढ़ाने के लिए लेबर रिफॉर्म्स भी किए जा रहे हैं।”
मुझे भारत की Capabilities और Crisis Management पर भरोसा है।
— PMO India (@PMOIndia) June 2, 2020
मुझे भारत के Talent और Technology पर भरोसा है।
मुझे भारत के Innovation और Intellect पर भरोसा है।
मुझे भारत के Farmers, MSME’s, Entrepreneurs पर भरोसा है: PM @narendramodi
स्वदेशी उत्पादों पर जोर देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश में ऐसे प्रोडक्ट्स बनाने की ज़रूरत है जो ‘मेड इन इंडिया’ हों, ‘मेड फॉर द वर्ल्ड’ हों। उन्होंने पूछा कि कैसे हम देश का आयात कम से कम करें, इसे लेकर क्या नए लक्ष्य तय किए जा सकते हैं? पीएम ने संतुष्टि जताते हुए कहा कि सिर्फ 3 महीने के भीतर ही देश ने पीपीई किट्स की सैकड़ों करोड़ की इंडस्ट्री खड़ी की है। उन्होंने बताया कि अब गाँव के पास ही लोकल एग्रो प्रोडक्ट्स के क्लस्टर्स के लिए ज़रूरी इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जा रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सरकार प्राइवेट सेक्टर को देश की विकास यात्रा का पार्टनर मानती है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि आत्मनिर्भर भारत अभियान से जुड़ी कारोबारियों की हर आवश्यकता का ध्यान रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि वो करोबारियों समेत अन्य हितधारकों से संवाद का ये सिलसिला यूँ ही कायम रखेंगे। उन्होंने सभी को सलाह दी कि देश को आत्मनिर्भर बनाने का संकल्प लें और इस संकल्प को पूरा करने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा दें।
Indian industries today have a clear path of self-reliant India. It means that we will get stronger and impress the world.
— BJP (@BJP4India) June 2, 2020
Self-reliant India will be integrated with the world economy while also being supportive: PM Modi pic.twitter.com/Hh8LIG8Uex
नरेंद्र मोदी ने याद दिलाया कि अब हमें अब एक ऐसी मजबूत लोकल सप्लाई चेन के निर्माण में निवेश करना है, जो वैश्विक सप्लाई चेन में भारत की हिस्सेदारी को और मजबूत करे। उन्होंने इस अभियान में CII जैसी दिग्गज संस्था को भी पोस्ट-कोरोना जगत में नई भूमिका में आगे आने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि इस समय नए सिरे से मंथन चल रहा है। और ऐसे समय में, भारत से दुनिया की अपेक्षा व उम्मीदें और बढ़ीं हैं। पीएम ने कहा कि आज दुनिया का भारत पर विश्वास भी बढ़ा है और नई आशा का संचार भी हुआ है।