कर्नाटक विधानसभा चुनाव प्रचार अब आखिरी दौर में चल रहा है। सभी पार्टियाँ पूरी ताकत के साथ प्रचार में जुटी हुई हैं। पीएम मोदी ने बीजेपी के प्रचार का जिम्मा सँभाल रखा है। इस बीच प्रधानमंत्री ने शिवमोगा ग्रामीण में जनसभा को संबोधित किया। इसमें उन्होंने कहा है कि कर्नाटक की जनता ने उन्हें आशीर्वाद दिया है। वह राज्य का विकास करके इसे ब्याज समेत लौटाएँगे।
इस जनसभा से पहले पीएम ने बेंगलुरु में 10 किलोमीटर लंबा रोड शो किया। बेंगलुरु में यह उनका लगातार दूसरा रोड शो था। इससे पहले उन्होंने शनिवार (6 मई 2023) को 26 किलोमीटर लंबा रोड शो किया था। पीएम ने शिवमोगा ग्रामीण में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा है कि यहाँ की जनता ने बीजेपी को बार-बार बहुत प्रेम, स्नेह और आशीर्वाद दिया है। यहाँ बैठी जनता के उत्साह ने उनका यह विश्वास पक्का कर दिया है कि कर्नाटक में बीजेपी सरकार की वापसी होने जा रही है।
PM Shri @narendramodi addresses public meeting in Shivamogga Rural, Karnataka. #NannaVoteModige
— BJP (@BJP4India) May 7, 2023
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पीएम ने आगे कहा है, “आज पूरा कर्नाटक कह रहा है कि ‘ई बारिया निर्धारा, बहुमाताड़ा बीजेपी सरकारा’। मेरे रोड शो के दौरान, बेंगलुरु ने अपार प्यार और विश्वास दिखाया है, और इसने मेरे दिल को छू लिया है। मैं हमेशा कर्नाटक का ऋणी रहूँगा। शिवमोगा की इस धरती से मैं पूरे कर्नाटक को विश्वास दिलाना चाहता हूँ, असली गारंटी देना चाहता हूँ कि आपने मुझे जो प्यार दिया है, आपने मुझे जो आशीर्वाद दिया है। मैं कर्नाटक का विकास करके आपको ब्याज समेत लौटाऊँगा।”
उन्होंने आगे कहा है, “यहाँ के किसान सुपारी के किसान विदेश से आने वाली सुपारी से चिंतित थे। यहाँ के किसानों के साथ अन्याय और षड्यंत्र हो रहा था। विदेशों से कम कीमत वाली सुपारी का आयात हो रहा था। इससे किसानों की कमाई होती जा रही थी। लेकिन कॉन्ग्रेस ने इस पर ध्यान नहीं दिया। साल 2014 से पहले सुपारी पर न्यूनतम आयात मूल्य ₹100/ किलोग्राम के आसपास था। हमने सोचा यह तो हमारे कर्नाटक के किसानों को मार देगा। इसके बाद हमने सुपारी पर न्यूनतम आयात मूल्य ₹350 प्रति किलोग्राम कर दिया।”
पीएम ने कॉन्ग्रेस के चुनावी घोषणा पत्र की पोल खोलते हुए कहा है, “कॉन्ग्रेस ने कर्नाटक में वादा किया है कि वह अगले 5 सालों में 10 लाख लोगों को नौकरी देंगे। इसका मतलब यह है कि हर साल 2 लाख लोगों नौकरी मिलेगी। कॉन्ग्रेस के इस झूठ को समझिए। कर्नाटक में बीजेपी की सरकार पिछले साढ़े तीन सालों से है। इस दौरान पूरी दुनिया विभिन्न संकटों से जूझ रही थी। इसके बाद भी कर्नाटक में हर साल 13 लाख से ज्यादा नौकरियाँ बनाईं हैं। इसलिए मैं कहता हूँ कर्नाटक के लोगों को कॉन्ग्रेस से बहुत सावधान रहने की जरूरत है।”
बता दें कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव प्रचार सोमवार (8 मई 2023) को थम जाएगा। राज्य की सभी 224 सीटों पर 10 मई को मतदान होना है। चुनाव परिणाम 13 मई को सामने आएँगे। अब तक सामने आए अधिकांश एक्जिट पोल में बीजेपी कॉन्ग्रेस से कहीं अधिक आगे दिखाई दे रही है।