Saturday, November 2, 2024
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9 जिले, 341 Km, ₹22500 करोड़ की लागत: PM मोदी ने पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का किया उद्घाटन, इसी पर लैंड हुआ वायुसेना का विमान

लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, अयोध्या, सुल्तानपुर, अंबेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर - ये वो 9 जिले हैं, जिन्हें पूर्वांचल एक्सप्रेसवे आपस में जोड़ेगा। जहाँ ये ख़त्म होगा, वहाँ से मात्र 18 किलोमीटर की दूरी पर बिहार सीमा स्थित है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार (16 नवंबर, 2021) को उत्तर प्रदेश में बने भव्य पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का उद्घाटन किया। 341 किलोमीटर पूर्वांचल एक्सप्रेसवे राजधानी लखनऊ के चाँद सराय से गाजीपुर तक जाएगा। इसके निर्माण के बाद दिल्ली से गाजीपुर की दूरी मात्र 10 घंटे में पूरी की जा सकेगी। इसे बनाने में 22,497 करोड़ रुपए एक खर्च आया है। लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, अयोध्या, सुल्तानपुर, अंबेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर – ये वो 9 जिले हैं, जिन्हें पूर्वांचल एक्सप्रेसवे आपस में जोड़ेगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जुलाई 2018 में आजमगढ़ में इसकी आधारशिला रखी थी। ये एक्सप्रेसवे गाजीपुर में NH-31 पर स्थित हैदरिया गाँव में आकर ख़त्म होगा। इससे बिहार वासियों को भी फायदा मिलेगा, क्योंकि इस गांव की दूरी बिहार सीमा से मात्र 18 किलोमीटर ही है। फ़िलहाल ये 6 लेन का है, लेकिन इसे इस तरह से बनाया गया है कि भविष्य में 8 लेन भी किया जा सके। अक्टूबर 2018 में इसका निर्माण कार्य शुरू हुआ था। इस हिसाब से इसे 3 वर्षों में पूरा कर लिया गया है।

अनुमान है कि 341 किलोमीटर के इस एक्सप्रेसवे के सफर को एक छोर से दूसरे छोर तक पूरा करने में मात्र 4 घंटे का समय लगेगा। सरकार को इससे टोल के रूप में 202 करोड़ रुपए का सलाना राजस्व भी प्राप्त होगा। फ़िलहाल लोगों को टोल टैक्स से राहत दी गई है और ये सफर मुफ्त रहेगा। बाद में किसी निजी कंपनी को टोल का ठेका दिया जाएगा, जो प्रति किलोमीटर के हिसाब से रेट तय करेगी। लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे की दरों के आसपास ही इसे रखा जाएगा।

‘आज तक’ की खबर के अनुसार, इस एक्सप्रेसवे पर 18 फ्लाईओवर, 7 रेलवे ओवरब्रिज, 7 दीर्घ सेतु, 104 लघु सेतु, 13 इंटरचेंज, 5 रैम्प प्लाजा, 271 अंडरपासेज और 525 पुलियों का निर्माण कराया गया है। इससे न सिर्फ किसानों को फायदा होगा, बल्कि राजधानी से पूर्वांचल का आखिरी छोर भी जुड़ जाएगा। सब्जी-दूध के व्यवसायियों को राहत मिलेगी। बिहार से इसे जल्द ही जोड़ा जाएगा। रास्ते में अभी पेट्रोल पंप और टॉयलेट्स भी बनाए जाएँगे। सुल्तानपुर में 3.2 किलोमीटर लंबी और 34 मीटर चौड़ी हवाई पट्टी भी बनी है।

अर्थात, इस पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर हवाई जहाज भी उतारे जा सकते हैं। उद्घाटन से पहले पीएम मोदी का सुपर हर्कुलस C-130J विमान भी इसी एक्सप्रेसवे पर लैंड हुआ। आगरा-लखनऊ डिफेंस कॉरिडोर और यमुना एक्सप्रेसवे के अलावा ये तीसरा एक्सप्रेसवे है, जो उत्तर प्रदेश की विकास को गति देगा। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे, गंगा एक्सप्रेसवे और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर भी काम चल रहा है। हाल ही में पूर्वांचल के कुशीनगर को अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट की भी सौगात मिली है।

उद्घाटन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में निर्माणाधीन राम मंदिर की एक प्रतिमा देकर सम्मानित किया। इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि महामारी के दौरान किए गए प्रबंधन का परिणाम है कि आज इसका उद्घाटन हो रहा है। उन्होंने कहा कि ये ‘पूर्वांचल एक्सप्रेसवे’ सिर्फ आवागमन का एक माध्यम नहीं है, बल्कि आज़ादी के बाद से ही भौतिक विकास के मापदंडों को पूरा करने में विफल रहे और लगातार उपेक्षित किए गए पूर्वी उत्तर प्रदेश की एक नई विकास की जीवन रेखा की दिशा में एक प्रयास है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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