पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ ने आत्मनिर्भर यूपी की शुरुआत कर दी है। इसके जरिए 1.25 करोड़ मजदूरों को रोजगार दिया जाएगा। पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आत्मनिर्भर यूपी का आगाज किया। इस मौके पर पीएम ने उत्तर प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों से बात भी की।
ऐसे समय में जब कोरोनावायरस के प्रकोप ने गरीबों की जिंदगी में काफी तबाही मचाई है। मजदूरों को उनके ही राज्य में रोजगार देने और देश को आत्मनिर्भर बनाने की प्रकिया में भारत ने अपना कदम उठाना शुरू कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूपी शुक्रवार (26 जून, 2020 ) की सुबह 11 बजे डिजिटल माध्यम से ‘आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार अभियान’ की शुरुआत की है। इस मौके पर सीएम योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे।
थोड़ी देर में मैं ‘आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार अभियान’ की शुरुआत करूंगा। इसके तहत प्रवासी कामगारों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के साथ-साथ स्थानीय उद्यमिता को बढ़ावा दिया जाएगा। https://t.co/npTD1RG5Sg pic.twitter.com/uJQy7HJZwT
— Narendra Modi (@narendramodi) June 26, 2020
पीएम मोदी ने यूपी के 6 जिलों के ग्रामीणों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बात की। प्रदेश के सभी जिलों के ग्रामीण सहज सेवा केंद्रों और कृषि विज्ञान केंद्रों के माध्यम से कार्यक्रम में जुड़े थे।
आज जब दुनिया में कोरोना का इतना बड़ा संकट है, तब उत्तर प्रदेश ने जो साहस दिखाया, जो सूझबूझ दिखाई, जो सफलता पाई, जिस तरह कोरोना से मोर्चा लिया, जिस तरह स्थितियों को संभाला, वो अभूतपूर्व है, प्रशंसनीय है: पीएम मोदी https://t.co/JYxs8XXvWm
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 26, 2020
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी बातचीत में श्रमिकों-कामगारों को भी शामिल किया। जिसमें पीएम से गोंडा की रहने वाली विनिता ने कहा कि उसने प्रशासन से सूचना मिलने के बाद महिलाओं के साथ समूह का गठन किया और एक नर्सरी शुरू की। अब एक साल में 6 लाख रुपए की बचत हो रही है।
वहीं बहराइच के तिलकराम ने बताया कि वे खेती करते हैं। बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने किसान से कहा कि आपके पीछे बहुत बड़ा मकान बन रहा है। इस पर किसान ने जवाब देते हुए कहा कि ये आपका ही है। किसान ने कहा कि आवास योजना से हमें इसका फायदा मिला है। किसान तिलकराम ने कहा कि पहले झोपड़ी में रहते थे, अब मकान बन रहा है, इससे परिवार काफी खुश है।
योजना के लाभ के लिए जरूरी होंगे ये कागज़ात:
- इस योजना का लाभ उठाने वाला नागरिक उसी राज्य का होना अनिवार्य, जहाँ योजना निकाली गई हो।
- व्यक्ति के पास अपना आधार कार्ड होना आवश्यक है।
- कामगारों को निवास प्रमाण पत्र दिखाना जरूरी होगा।
- इस योजना के मुताबिक 18 साल से अधिक उम्र वाले लोगों को ही काम दिया जाएगा।
- कामगारों को उनके स्किल के अनुसार दिया जाएगा काम।
बता दें उत्तर प्रदेश के 31 जिलों को इस योजना के तहत शामिल किया गया है। इनमें लखीमपुर खीरी, हरदोई, सीतापुर, बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, उन्नाव, जालौन, फतेहपुर, रायबरेली, अमेठी, अयोध्या, बस्ती, संतकबीरनगर, सिद्धार्थनगर, महराजगंज, अंबेडकर नगर, आजमगढ़, जौनपुर, मिर्जापुर, प्रयागराज, कौशाम्बी, वाराणसी, गाजीपुर, देवरिया, कुशीनगर, गोरखपुर जिले शामिल हैं।
राज्य सरकार इस अवसर का उपयोग श्रमिकों के कल्याण के लिए कर रही है। 25 श्रेणियों के काम पर ध्यान देने के साथ विभिन्न विभागों को काम देने का लक्ष्य रखा गया है और 1.25 करोड़ श्रमिकों को काम मिलेगा।
आत्मनिर्भर भारत पैकेज के अंतर्गत निजी इकाइयों द्वारा 1.25 लाख कामगारों को नियुक्ति पत्र का वितरण जाएगा।#योगी_का_आत्मनिर्भर_UP pic.twitter.com/f9AShIOova
— Government of UP (@UPGovt) June 26, 2020
गौरतलब है कि यूपी सरकार ने लॉकडाउन के दौरान कई बड़ी कंपनियों से MoU साइन किया था, इसके साथ ही उत्तर प्रदेश की योगी सरकार प्रवासी कामगारों को स्किल डेवलपमेंट की ट्रेनिंग देने का भी काम किया है। जिसका मकसद प्रवासी मजदूरों को उनके जिले में ही रोजगार उपलब्ध कराना था।
साथ ही, लॉकडाउन के चलते अपने प्रदेश लौटे सभी मजदूरों और ग्रामीणों को सम्बोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सभी ने अपने जीवन में बहुत उतार चढ़ाव देखे हैं, सामाजिक जीवन में कई तरह की कठिनाई आती हैं। किसी ने नहीं सोचा था कि पूरी दुनिया पर एक साथ इतना बड़ा संकट आएगा, ऐसा संकट जिसमें चाहकर भी लोग मदद नहीं कर पा रहे हैं।
इस घातक बीमारी के बारे में चर्चा करते हुए उन्होंने लोगों से कहा कि हमें नहीं पता कि इस बीमारी से कब मुक्ति मिलेगी, इसकी अभी एक ही दवाई है दो गज की दूरी, मुँह ढँकना, फेसकवर या गमछे का इस्तेमाल करना। जब तक कोरोना की वैक्सीन नहीं बनती, हम इसी दवा से इसे रोक सकते हैं।
Till the time a vaccine is not developed for COVID19, we all have to maintain ‘Do gaj doori’ and wear face masks: Prime Minister Narendra Modi during launch of ‘Atma Nirbhar Uttar Pradesh Rojgar Abhiyan’ through video conference pic.twitter.com/09FJr6FEVv
— ANI UP (@ANINewsUP) June 26, 2020
हमारी सरकार ने इस बीच गरीब कल्याण रोजगार अभियान शुरू किया है, इसी के तहत यूपी आत्मनिर्भर अभियान चल रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि योगी जी ने आपदा को अवसर में बदला है, इससे लोगों को काफी लाभ होगा।
योगी सरकार द्वारा अलग-अलग राज्यों से महामारी के दौर में सावधानी बरतते हुए मजदूरों को कुशलपूर्वक गृहराज्य लाना, लॉकडाउन का सख्ती से पालन करना, उचित प्रशासनिक व्यवस्था जैसे साहसी कदम को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि यूपी ने जिस तरह से कोरोना को काबू किया है, वह तारीफ के काबिल है। योगी सरकार द्वारा उठाए गए कदम की वजह से यूपी में आने वाली पीढ़ियों को भी इसका लाभ मिलेगा। यूपी कई देशों के मुकाबले सबसे बड़ा राज्य है। इसीलिए इसकी तरफ ध्यान देना उतना ही आवश्यक है।
उन्होंने बताया कि यूरोप के चार बड़े देश इंग्लैंड, फ्रांस, इटली और स्पेन की कुल आबादी 24 करोड़ है। जोकि वर्तमान में हमारे देश में अकेले यूपी की है। कोरोना महामारी ने इन चार देशों में 1 लाख 30 हजार लोगों की जान ली है। अगर इसकी तुलना उत्तरप्रदेश से करें तो यहाँ केवल 600 लोगों की जान गई। जिससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि सरकार के साथ-साथ नागरिकों ने भी इस महामारी से सख्ती से लड़ाई की है।
वहीं पिछली सरकारों पर तंज कसते हुए पीएम ने कहा कि पहले वाली सरकार होती तो अस्पताल का बहाना बनाकर, अस्पताल में बिस्तरों का बहाना बनाकर इस संकट को टाल देते। योगी जी ने हालात को समझा और इसे देखते हुए युद्ध स्तर पर काम किया। क़्वारन्टाइन सेंटर और आइसोलेशन की सुविधा तैयार करने के लिए पूरी ताकत झोंक दिया। योगी जी अपने पिताजी का स्वर्गवास होने के बावजूद वे लोगों की सेवा में जुटे रहे। मैं योगी जी को नमन करता हूँ।