Sunday, November 17, 2024
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370 खत्म हुआ, भगवान राम घर लौटे… PM मोदी ने संसद में गिनाई 10 साल की उपलब्धियाँ: 2024 का नतीजा (BJP 370+, NDA 400+) भी बताया

उन्होंने कहा कि 50 करोड़ गरीबों के पास आज बैंक खाता है, 4 करोड़ गरीबों के पास पक्का घर है जो उसके स्वाभिमान को सामर्थ्य देता है, 11 करोड़ गरीबों को नल से पीने का शुद्ध जल मिलता है, 55 करोड़ गरीबों को आयुष्मान कार्ड मिला है जिससे उसे भरोसा है कि घर में कितनी भी बीमारी आ जाए मोदी बैठा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार (5 फरवरी, 2024) को संसद के बजट सेशन में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर जवाब दिया। इस दौरान उन्होंने विपक्षी नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि कइयों ने चुनाव लड़ने का हौसला भी छोड़ दिया है और कई लोकसभा की जगह राज्यसभा में जाना चाहता हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ने 4 मजबूत स्तंभों की तरफ हमारा ध्यान आकृष्ट किया है जो जितने ज़्यादा मजबूत, संरक्षित और समृद्ध होंगे – हमारा देश भी उतनी ही तेज़ी से आगे बढ़ेगा।

देश की नारी शक्ति, युवा शक्ति, गरीब भाई-बहनों और किसानों/मछुआरों/पशुपालकों को उन्होंने ये 4 स्तंभ करार दिया। उन्होंने विपक्ष से कहा कि कब तक टुकड़ों में बाँटते रहोगे, देश को बहुत तोड़ा गया। पीएम मोदी ने कहा कि सकारात्मक सुझावों की जगह इस बार संसद में विपक्षी दलों ने से देश को निराश किया, नेता तो बदल गए हैं लेकिन टेप रिकॉर्डर वही बज रही है। उन्होंने कहा कि आज विपक्ष की जो हालत है, इसकी सबसे बड़ी दोषी कॉन्ग्रेस पार्टी है।

उन्होंने कहा कि कॉन्ग्रेस को एक अच्छा विपक्ष बनने का अवसर 10 वर्षों तक मिला, लेकिन वो विफल रहे। उन्होंने कॉन्ग्रेस पर विपक्ष के जो होनहार लोग हैं उन्हें भी न उभरने देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि युवा सांसदों को मौका नहीं दिया जाता है, ताकि किसी की छवि बिगड़ न जाए। उन्होंने कहा कि कॉन्ग्रेस ने खुद के अलावा विपक्ष, संसद और देश का नुकसान किया है। उन्होंने कहा कि स्थिति ये है कि मल्लिकार्जुन खड़गे इस सदन से उस सदन शिफ्ट हो गए और गुलाम नबी आज़ाद पार्टी से ही शिफ्ट हो गए – ये सब परिवारवाद की भेंट चढ़ गए।

उन्होंने कहा कि एक ही प्रोडक्ट बार-बार लॉन्च करने के चक्कर में कॉन्ग्रेस की दुकान पर ताला लग गया। उन्होंने कहा कि अगर किसी पार्टी को परिवार ही चलाता है तो वो परिवारवाद है, किसी परिवार के 10 लोग अपने बूते राजनीति में सफल हों तो कोई दिक्कत नहीं है। उन्होंने कहा कि कॉन्ग्रेस में एक ‘कैंसल कल्चर’ विकसित हो गया है, इसमें वो फँस गई है। उन्होंने कहा कि हम ‘मेक इन इंडिया’, ‘आत्मनिर्भर भारत’, ‘वोकल फॉर लोकल’, वन्दे भारत’ और ‘संसद की नई इमारत’, कॉन्ग्रेस सब पर कहती है – ‘कैंसल’।

उन्होंने पूछा कि इतनी नफरत कब तक पाले रखोगे? उन्होंने कॉन्ग्रेस पर देश की सफलताओं को भी कैंसल करने का आरोप मढ़ा। उन्होंने कहा कि उनके तीसरे कार्यकाल में भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक ताकत बनेगा। उन्होंने कहा कि ये मोदी की गारंटी है। उन्होंने कहा कि इसके खिलाफ कुतर्क दिया जाता है कि इसमें क्या है, ये तो अपने-आप हो जाएगा। पीएम मोदी ने कहा कि 10 साल पहले 2014 के फरवरी में आए अंतरिम बजट को पेश करते समय उस समय के वित्त मंत्री ने कहा था – “GDP के मामले में भारत दुनिया में 11वें नंबर पर है।”

उन्होंने कहा कि तब गौरव-गान हुआ था, अब भारत नंबर-5 पर पहुँच गया है तो कुतर्क दिए जाते हैं। उन्होंने याद दिलाया कि तत्कालीन वित्त मंत्री ने ये भी कहा था कि अगले 3 दशकों में भारत की GDP अमेरिका और चीन के बाद तीसरे नंबर पर पहुँच जाएगी। पीएम मोदी ने कहा कि ‘ब्रह्माण्ड के सबसे बड़े अर्थशास्त्री’ उस समय ऐसा कह रहे थे। उन्होंने कहा कि 2044 तक जो लक्ष्य रखा गया था, वो अगले 5 साल के भीतर होगा। उन्होंने कहा कि संकल्प तो दूर की बात थी, ये लोग सपना तक देखने का सामर्थ्य खो चुके थे।

प्रधानमंत्री ने इस दौरान ‘9 दिन चले, ढाई कोस’ कहावत का जिक्र करते हुए कहा कि ये कॉन्ग्रेस की सुस्त रफ़्तार को परिभाषित करती है जिसका कोई मुकाबला नहीं है। पीएम मोदी ने जिक्र किया कि कैसे उनकी सरकार ने गरीबों के लिए 4 करोड़ घर बनाए, शहरी गरीबों के लिए 80 लाख पक्के मकान बने। उन्होंने कहा कि कॉन्ग्रेस की रफ्तार से ये घर बने होते तो इतना काम करने में 100 साल लगते, 5 पीढ़ियाँ गुजर जातीं। उन्होंने बताया कि 10 वर्ष में 40,000 किलोमीटर रेलवे ट्रैक का इलेक्ट्रिफिकेशन हुआ, कॉन्ग्रेस की रफ़्तार से इसमें 80 साल लग जाते।

उन्होंने बताया कि 10 वर्षों में 17 करोड़ गैस कनेक्शन दिए, कॉन्ग्रेस की रफ़्तार से जिसमें 60 साल और लग जाते। उन्होंने आँकड़े गिनाए कि सैनिटेशन कवरेज उनकी सरकार में 40 से 100 प्रतिशत तक पहुँची, अगर कॉन्ग्रेस की रफ़्तार होती तो इसमें 60-70 साल और लगते लेकिन गारंटी नहीं होता। उन्होंने कहा कि कॉन्ग्रेस ने देश के सामर्थ्य पर कभी विश्वास नहीं किया, जनता को हमेशा कमतर आँका। उन्होंने इस दौरान जवाहरलाल नेहरू के एक भाषण का भी जिक्र किया, जब उन्होंने लाल किले से कहा था कि भारतवासी जापान-यूरोप-अमेरिका वालों की तरह काम नहीं करते।

पीएम मोदी ने कहा कि नेहरू ने भारत के लोगों को नीचा दिखाते हुए कहा कि विदेशी लोग अक्ल और मेहनत से सफल हुए हैं, यानी वो भारतीयों को आलसी और कम अक्ल के समझते हैं। उन्होंने इंदिरा गाँधी की सोच का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने भी लाल किले से 15 अगस्त को कहा था कि दुर्भाग्यवश हमारी आदत ये है कि जब कोई शुभ कार्य पूरा होने को होता है तो हम आत्मतुष्टि की भावना से ग्रसित हो जाते हैं और असफलता से नाउम्मीद हो जाते हैं, लगता है पूरे राष्ट्र ने ही पराजय भावना को अपना लिया है।

उन्होंने कहा कि इंदिरा गाँधी भले देश के लोगों का सही आकलन न कर पाई, कॉन्ग्रेस का उन्होंने सटीक आकलन किया था। उन्होंने कहा कि कॉन्ग्रेस के शाही परिवार के लोगों की देशवासियों को लेकर वही सोच है। पीएम मोदी ने इस दौरान I.N.D.I. गठबंधन को ‘भानुमति का कुनबा’ बताते हुए कहा कि जब इन्हें एक-दूसरे पर ही विश्वास नहीं है तो ये देश पर विश्वास कैसे करेंगे? उन्होंने कहा कि हमें देश के लोगों की शक्ति पर भरोसा है।

स्वच्छ भारत, उज्ज्वला, आयुष्मान भारत, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, सुगम्य भारत और डिजिटल इंडिया जैसे जनहित के कामों का जिक्र किया, जिन्हें उनके पहले कार्यकाल में शुरू कर के अभियान का रूप दिया गया। उन्होंने GST का भी जिक्र किया, जिससे टैक्स व्यवस्था आसान बनी। उन्होंने बताया कि इसी कारण जन-आशीर्वाद से दूसरा कार्यकाल शुरू हुआ, जो संकल्पों की पूर्ति का कार्यकाल बना। लंबे समय से जिन चीजों का देश को इंतज़ार था, वो पूरे हुए।

पीएम मोदी ने कहा कि हम सबने अनुच्छेद-370 को खत्म होते हुए देखा। उन्होंने ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ का जिक्र किया, जिससे संसद में महिलाओं को आरक्षण मिला। उन्होंने कहा कि दशकों से अटकी-भटकी-लटकी परियोजनाएँ समयबद्ध तरीके से पूरी हुई। अंग्रेजी शासन के पुराने दंड-प्रधान कानूनों की जगह सरकार न्याय संहिता लेकर आई। पीएम मोदी ने कहा कि भगवान राम न सिर्फ अपने घर लौटे, बल्कि एक ऐसे मंदिर का निर्माण हुआ जो भारत की महान सांस्कृतिक परंपरा को नई ऊर्जा देता रहेगा।

पीएम मोदी ने कहा कि अब हमारी सरकार का तीसरा कार्यकाल भी बहुत दूर नहीं है, ज्यादा से ज्यादा सौ-सवा सौ दिन बाकी हैं। उन्होंने कहा कि पूरा देश कह रहा है ‘अबकी बार, 400 पार, खड़गे भी कह रहे हैं। उन्होंने कहा कि NDA 400 पार जाएगी, लेकिन भाजपा 370 से अधिक सीटें जीतेगी। उन्होंने कहा कि हमारा तीसरा कार्यकाल बहुत बड़े फैसलों का होगा। उन्होंने कहा कि देश को अगले 1000 वर्षों में समृद्धि और सिद्धि के शिखर पर रहेगा, जिसकी नींव रखी जाएगी।

पीएम मोदी ने कहा कि गरीब को अगर साधन व संसाधन मिले, तो वो गरीबी को परास्त कर देगा और उनकी सरकार ने वो रास्ता चुना तो गरीबों ने गरीबी को हरा कर दिखाया है। उन्होंने कहा कि 50 करोड़ गरीबों के पास आज बैंक खाता है, 4 करोड़ गरीबों के पास पक्का घर है जो उसके स्वाभिमान को सामर्थ्य देता है, 11 करोड़ गरीबों को नल से पीने का शुद्ध जल मिलता है, 55 करोड़ गरीबों को आयुष्मान कार्ड मिला है जिससे उसे भरोसा है कि घर में कितनी भी बीमारी आ जाए मोदी बैठा है।

उन्होंने जिक्र किया कि 80 करोड़ गरीबों को मुफ्त अनाज मिलता है। उन्होंने मिलेटस की खेती करने वाले 3 करोड़ किसानों का जिक्र करते हुए कहा कि इसी कारण वो गर्व से G20 के मेहमानों के सामने मोटे अनाज परोसते हैं। उन्होंने कहा कि खादी को कॉन्ग्रेस ने भुला दिया, लेकिन आज इसे ताकत दी जा रही है क्योंकि बुनकरों की ज़िंदगी इससे जुड़ी है। उन्होंने कॉन्ग्रेस पर OBC समाज के साथ अन्याय का आरोप लगते हुए कहा कि इनलोगों ने ओबीसी नेताओं का अपमान किया।

उन्होंने बिहार के पूर्व CM कर्पूरी ठाकुर को ‘भारत रत्न’ दिए जाने का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि कर्पूरी ठाकुर जब मुख्यमंत्री बने तो उन्हें पद से हटाने के लिए क्या कुछ नहीं किया गया था, कॉन्ग्रेस को अति-पिछड़ा व्यक्ति बर्दाश्त नहीं हुआ था। पीएम मोदी ने याद दिलाया कि कॉन्ग्रेस ने कर्पूरी ठाकुर को नेता प्रतिपक्ष तक के रूप में स्वीकार करने से मना कर दिया था। उन्होंने कहा कि कॉन्ग्रेस के लोग सरकार में ओबीसी को लेकर सवाल उठाते हैं, फिर खुद के बारे में कहा कि इनलोगों को OBC नज़र नहीं आता है।

उन्होंने पूछा कि UPA के काल में सोनिया गाँधी की अध्यक्षता में बनी ‘राष्ट्रीय सलाहकार समिति’ में कोई ओबीसी था क्या? उन्होंने कहा कि आने वाले उनके कार्यकाल में 3 करोड़ ‘लखपति दीदी’ होंगी जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था में बड़ा बदलाव आएगा। उन्होंने कहा कि आज बेटी पैदा होती है तो पूछा जाता है कि ‘सुकन्या समृद्धि’ अकाउंट खुला या नहीं। पहले गर्भवती होने पर न कर पाने की बात होती थी, अब 36 हफ्ते की पेड लीव और उसके बाद भी छुट्टियाँ मिलती हैं। उन्होंने कहा कि पहले महिलाओं से पूछे जाते थे कि नौकरी क्यों करनी है, पति का वेतन कम पड़ रहा है, अब महिलाओं से पूछते हैं – आपका स्टार्टअप अच्छा चल रहा है, नौकरी मिलेगी?

उन्होंने कहा कि पहले कहा जाता था कि घर के मुखिया को बुलाइए, लेकिन आज घर से लेकर बिजली का बिल और पानी-गैस सब महिलाओं के नाम पर आता है, परिवार की मुखिया महिलाएँ हैं। उन्होंने कॉन्ग्रेस पर किसानों से विश्वासघात का आरोप लगाया और कहा कि कॉन्ग्रेस के समय कृषि के लिए 25,000 करोड़ रुपए का बजट होता था, हमारी सरकार ने सवा लाख करोड़ रुपए के बजट का प्रावधान किया। उन्होंने बताया कि हमने 18 लाख करोड़ रुपए का धान-गेहूँ किसानों से खरीदा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमने सवा लाख करोड़ रुपए से भी अधिक रकम का दलहन-तिलहन की खरीद की है। उन्होंने बताया कि पहली बार मछुआरों को ‘किसान क्रेडिट कार्ड’ मिला। पीएम मोदी ने बताया कि पशुओं को रोगों से बचाने के लिए 50 करोड़ टीके लगाए गए। प्रधानमंत्री ने बताया कि डिजिटल सेक्टर युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर बना रहा है। उन्होंने सस्ता मोबाइल फोन और सस्ता डेटा की बात करते हुए कहा कि ये दुनिया में सबसे कम कीमत है जिससे रिकॉर्ड मैन्युफैक्चरिंग और एक्सपोर्ट देश देख रहा है।

पीएम मोदी ने कहा कि देश में 1000 नए एयरक्राफ्ट्स ऑर्डर किए गए हैं, जिससे पायलट्स, क्रू मेंबर्स और इंजीनियर्स की ज़रूरत होगी, यानि एविएशन सेक्टर भारत के लिए एक बहुत बड़ा नया अवसर बन कर आया है। बीते 10 वर्षों में इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण के अंदर बजट 44 लाख करोड़ रुपए हो गया।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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