प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार (दिसंबर 25, 2019) को लखनऊ में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 25 फ़ीट ऊँची प्रतिमा का अनावरण किया। इस दौरान उन्होंने योगी आदित्यनाथ सरकार की भी तारीफ़ की। पीएम मोदी ने जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि ये भी संयोग है कि सुशासन दिवस के दिन, यूपी का शासन जिस भवन से चलता है, वहाँ अटल जी की प्रतिमा का अनावरण किया गया है। उन्होंने कहा कि पूर्व पीएम वाजपेयी की ये भव्य प्रतिमा, लोकभवन में कार्य करने वाले लोगों को सुशासन की, लोकसेवा की प्रेरणा देगी
इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा के पितृपुरुष अटल बिहारी वाजपेयी को समर्पित ‘अटल मेडिकल यूनिवर्सिटी’ का भी शिलान्यास किया। बता दें कि लखनऊ लम्बे समय तक वाजपेयी का संसदीय क्षेत्र भी रहा है। 1991 से लेकर 2004 तक उन्होंने लगातार 5 बार यहाँ से जीत कर संसद में क़दम रखा। इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा:
“अटल जी कहते थे, कि जीवन को टुकड़ों में नहीं देखा जा सकता। उसको समग्रता में देखना होगा। यही बात सरकार के लिए भी सत्य है, सुशासन के लिए भी सत्य है। सुशासन भी तब तक संभव नहीं है, जब तक हम समस्याओं को संपूर्णता में, समग्रता में नहीं सोचेंगे। हेल्थ सेक्टर के लिए सरकार का रोड मैप है। पहला Preventive healthcare पर काम करना, दूसरा Affordable healthcare का विस्तार करना, तीसरा Supply Side Interventions, यानी इस सेक्टर की हर डिमांड को देखते हुए सप्लाई को सुनिश्चित करना और चौथा- Mission Mode intervention को अमल में लाना।”
अपनी महत्वाकांक्षी योजनाओं की बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि स्वच्छ भारत से लेकर योग तक, उज्ज्वला से लेकर फिट इंडिया मूवमेंट तक और इन सबके साथ आयुर्वेद को बढ़ावा देने तक- इस तरह की हर पहल बीमारियों की रोकथाम में अपना अहम योगदान दे रही है। पीएम ने आँकड़े गिनाते हुए बताया कि आयुष्मान भारत के कारण देश के करीब 70 लाख गरीब मरीजों का मुफ्त इलाज हो चुका है, जिसमें करीब 11 लाख यहीं यूपी के हैं।
इस दौरान प्रधानमंत्री ने सीएए को लेकर हिंसा करने वालों को भी समझाया। उन्होंने कहा कि नागरिकों को अधिकार के साथ-साथ अपने दायित्व को भी निभाना चाहिए और संपत्ति को नुकसान पहुँचाने से बचना चाहिए। उन्होंने ऐसे लोगों को खुद से पूछने की सलाह दी कि क्या उनका रास्ता सही था, जो जलाया गया वो उनके बच्चों को काम आने वाला भी तो था। पीएम मोदी ने समझाया कि सार्वजनिक संपत्ति की सुरक्षा जनता का भी दायित्व है।उन्होंने कहा कि ऐसे क़दम उठाने से पहले मारे गए लोगों के परिजनों व घायलों के बारे में सोचना चाहिए।
हमारी सरकार के लिए सुशासन का अर्थ है-
— PMO India (@PMOIndia) December 25, 2019
सुनवाई, सबकी हो।
सुविधा, हर नागरिक तक पहुंचे।
सुअवसर, हर भारतीय को मिले।
सुरक्षा, हर देशवासी अनुभव करे।
और सुलभता, सरकार के हर तंत्र की सुनिश्चित हो: PM @narendramodi
इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को निरस्त करने वाले फ़ैसले का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि ये एक दशकों पुरानी बीमारी थी, जो भाजपा सरकार को विरासत में मिली थी, लेकिन इसे सुलझा दिया गया। सीएए पर उन्होंने कहा कि इससे पाकिस्तान, अफ़ग़ानिस्तान और बांग्लादेश से आए लाखों दलितों व पीड़ितों को न्याय मिलेगा। उन्होंने राम जन्मभूमि मामले का शांतिपूर्वक हल निकलने की भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि दशकों पुराना अयोध्या विवाद ख़त्म हो गया।