उत्तर प्रदेश में शनिवार (दिसंबर 28, 2019) को प्रियंका गाँधी का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वो एक कॉन्ग्रेस कार्यकर्ता के साथ स्कूटी पर बैठ कर जाती हुई दिख रही हैं। इस दौरान लखनऊ में प्रियंका और उनके साथियों ने एक महिला पुलिसकर्मी को धक्का भी दिया। हालाँकि, बाद में कॉन्ग्रेस ने आरोप लगाया कि महिला पुलिसकर्मी अर्चना सिंह ने इन आरोपों को नकार दिया और कहा कि वो बस अपनी ड्यूटी कर रही थीं। अर्चना ने बताया कि प्रियंका का फ्लीट इंचार्ज होने के कारण वो उनके सुरक्षा काफिले में शामिल रहीं लेकिन अचानक से प्रियंका वहाँ जाने लगी, जहाँ का उनका कार्यक्रम तय नहीं था।
अब यूपी ट्रैफिक पुलिस ने उस कॉन्ग्रेस कार्यकर्ता पर जुर्माना लगाया है, जो प्रियंका गाँधी को स्कूटी पर बिठा कर फर्राटे भर रहा था। सीएए विरोधी रैली में उपद्रव मचाने वाले पूर्व आईपीएस अधिकारी एसआर दारापुरी के परिजनों से मिलने के लिए प्रियंका ने यूपी पुलिस को चकमा दिया था। उस दौरान उन्होंने एक कॉन्ग्रेस कार्यकर्ता के स्कूटी के पीछे बैठ कर अपनी यात्रा तय की थी। चूँकि कॉन्ग्रेस कार्यकर्ता ने हेलमेट नहीं पहना हुआ था, पुलिस ने उसका 6100 रुपए का चालान काटा है।
Lucknow: The Congress party worker on whose two wheeler Priyanka Gandhi Vadra travelled while going to meet family members of Former IPS officer SR Darapuri yesterday, has been challaned with a penalty of Rs 6100 for not wearing helmets. (File pic) pic.twitter.com/LArpmx31UJ
— ANI UP (@ANINewsUP) December 29, 2019
प्रियंका गाँधी को जब पुलिस ने रोका, तो उन्होंने पैदल चलना शुरू कर दिया। एक कॉन्ग्रेस कार्यकर्ता ने बताया कि प्रियंका ने लगभग 3-4 किलोमीटर पैदल चल कर पुलिस को चकमा दिया। प्रियंका गाँधी के कारण उस क्षेत्र में ट्रैफिक व्यवस्था अस्त-व्यस्त हो गई और घंटों जाम लगा रहा। प्रियंका ने इसके लिए पुलिस को जिम्मेदार ठहराया। प्रियंका गाँधी ने कहा कि अगर सरकार उन्हें गिरफ़्तार करना चाहती हैं तो वो इसके लिए तैयार हैं।
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