केंद्र सरकार ने साफ़ कर दिया है कि वो पहलवानों के साथ बातचीत के लिए पूरी तरह तैयार है। केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने ट्वीट कर के कहा कि पहलवानों के मुद्दे पर उनसे बातचीत करने के लिए सरकार तैयार है। उन्होंने जानकारी दी कि बातचीत के लिए प्रदर्शनकारी पहलवानों को आमंत्रित किया गया है। ये पहलवान WFI के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। पहलवान अब भी कह रहे हैं कि उन्हें बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ़्तारी से कम कुछ भी मंजूर नहीं है।
पहलवान साक्षी मलिक ने कहा, “हमें देखना है कि सरकार क्या प्रस्ताव देती हैहम देखेंगे कि सरकार हमें क्या प्रस्ताव देती है। हमारी प्रमुख माँग है कि बृजभूषण शरण सिंह को गिरफ्तार किया जाए। अगर हमें सरकार का प्रस्ताव पसंद आता है तो हम इसके बाद अपने खाप के नेताओं से सलाह लेंगे। ऐसा नहीं है कि हम सरकार के किसी भी प्रस्ताव को नहीं मान लेंगे। हमारा आंदोलन अभी खत्म नहीं होगा।” बताया गया था कि इससे पहले शनिवार (3 जून, 2023) को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से पहलवानों ने मुलाकात की थी।
मीडिया सूत्रों का कहना है कि बैठक में पहलवान बृजभूषण की गिरफ़्तारी के साथ-साथ WFI के निष्पक्ष चुनाव की भी माँग करेंगे। केंद्र सरकार पहलवानों के साथ विवाद को लंबा खींचने के पक्ष में नहीं है। उधर जंतर-मंतर पर प्रस्तावित विरोध प्रदर्शन को भारतीय किसान यूनियन और खाप पचायतों ने रद्द कर दिया है। किसान नेता राकेश टिकैत का कहना है कि बातचीत के नतीजों के बाद आगे का निर्णय लिया जाएगा और विरोध प्रदर्शन का प्लान क्या हो।
The government is willing to have a discussion with the wrestlers on their issues.
— Anurag Thakur (@ianuragthakur) June 6, 2023
I have once again invited the wrestlers for the same.
बताया ये भी जा रहा है कि किसान नेता इस बात से नाराज हैं कि अमित शाह से मुलाकात को लेकर पहलवानों द्वारा उन्हें अँधेरे में रखा गया। राकेश टिकैत 9 जून को दल-बल के साथ जंतर-मंतर पर प्रदर्शन शुरू करने के मूड में थे। हालाँकि, उन्होंने कहा है कि अब भी वो पहलवानों के समर्थन में हैं और आगे भी रहेंगे। उन्होंने ये भी कहा कि पहलवानों की बैठक को लेकर उन्हें कोई जानकारी भी नहीं है। फ़िलहाल उनका दिल्ली का धरना रद्द कर दिया गया है।