‘युवा’ राहुल गाँधी कॉन्ग्रेस को मजबूत करने के लिए इन दिनों युवक-युवतियों से मिल रहे हैं। केरल में दो दिवसीय चुनावी दौरे के दौरान वायनाड से सांसद राहुल गाँधी ने कोच्चि के महिला सेंट टेरेसा कॉलेज में सोमवार को छात्राओं से मुलाकात की।
हालाँकि, इन सबके बावजूद कॉन्ग्रेस नेता अपनी पार्टी को एकजुट करने में नाकाम साबित हो रहे हैं। बताया जा रहा है कि कॉन्ग्रेस में लोग राहुल गाँधी के नेतृत्व से असंतुष्ट हैं, जिसके चलते वे पार्टी से इस्तीफा दे रहे हैं। इससे कॉन्ग्रेस मजबूत होने की बजाय और बिखर रही है।
केरल में कॉन्ग्रेस पार्टी से नेताओं का इस्तीफा देने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार को केरल प्रदेश कॉन्ग्रेस समिति में उपाध्यक्ष और वरिष्ठ पार्टी नेता केसी रोसाकुट्टी ने विधानसभा चुनाव से पहले ही पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।
अमर उजाला में प्रकाशित खबर के मुताबिक रोसाकुट्टी ने कहा, ‘वह पार्टी में आपसी गुटबाजी से तंग आ गई थीं और इसलिए इस्तीफा देने का निर्णय लिया।’
इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि कॉन्ग्रेस पार्टी में लगातार महिलाओं की अनदेखी की जा रही है। इतना ही नहीं, पार्टी आलाकमान भी गुटबाजी में लगा हुआ है। केरल महिला आयोग की पूर्व चेयरपर्सन रोसाकुट्टी 1991-96 में वायनाड की सुल्तान बाथेरी विधानसभा सीट से विधायक रह चुकी हैं।
इससे पहले विधानसभा चुनाव में महिलाओं को पर्याप्त उम्मीदवारी नहीं मिलने से नाराज केरल महिला कॉन्ग्रेस की अध्यक्ष लतिका सुभाष ने कॉन्ग्रेस से अपना इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने विरोध जताते हुए तिरुवनंतपुरम में पार्टी दफ्तर के बाहर ही सिर भी मुँड़वा लिया था।
बता दें कि केरल में हाल में कई बड़े नेताओं ने कॉन्ग्रेस छोड़ी है। इनमें प्रदेश सचिव एमएस विश्वनाथन, महिला कॉन्ग्रेस सचिव सुजया वेणुगोपाल, इंटक महासचिव पीके अनिल कुमार, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य केके विश्वनाथन जैसे नेता शामिल हैं।