राहुल गाँधी की वाह-वाही कराने के लिए कॉन्ग्रेस का आईटी सेल नित नए प्रयोग करता रहता है। ऐसे में कई बार उसका झूठ पकड़ा जाता है। लेकिन बावजूद इसके वो बाज नहीं आता। अब इसी क्रम में एक बार फिर कोरोना महामारी के बीच उन्होंने ये कारनामा किया है। दरअसल, बुधवार को कॉन्ग्रेस आईटी सेल ने राहुल गाँधी को शुभकामनाएँ देते हुए एक ट्वीट किया और ट्वीट में बताया गया कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने वायनाड में कोरोना वायरस रोकने के प्रयासों व तरीकों की प्रशंसा की है।
Ek hi ❤️ hai , kitni baar jeetoge.
— Sonakshi(छी) nepotism Sinha (@nationalbewafa) April 16, 2020
Wayanad it is! Proud of my leader @RahulGandhi .
This is my leader #RahulGandhi @ajaymaken @SanjayV_INC @SachinPilot @KoomarShah @Ahana_Patra @AniruddhINC @Ch_AnilKumarINC @GauravPandhi @GauravGogoiAsm @INCIndia @WithCongress @DilawarIT pic.twitter.com/Wd7P0FUTX4
It’s neither MODI’S Varnasi
— Vaishnavi Desai (@Vaishnavi_3) April 15, 2020
Nor SMRITI’S Amethi
IT IS RAHUL’S “WAYANAD”
CONSTITUENCY THAT HAS BEEN RECOGNISED BY THE HEALTH MINISTRY FOR ITS EXCELLENT RESULTS IN TACKLING COVID-19.
The district had NO NEW CASES for past 16 DAYS.@RahulGandhi is the most SINCERE LEADER!!🖖 pic.twitter.com/3QIpYWOeTr
इसके बाद राहुल गाँधी ने भी इस मौक़े पर अपनी तारीफ अपने मुँह से करने का मौका नहीं छोड़ा। उन्होंने खुद भी इस खबर को आगे बढ़ाया और लिखा यहाँ 16 दिन से कोई नया मामला नहीं है। इसलिए वे सभी अधिकारियों के कड़े प्रयासों व प्रतिबद्धता को सराहते हैं। उन्होंने ये भी कहा कि उन्हें गर्व महसूस हो रहा है कि उनके क्षेत्र की तारीफ स्वास्थ्य मंत्रालय ने की। जिसे पढ़कर राहुल गाँधी के फॉलोवर्स फूले नहीं समाए। उन्होेंने भी इस आधार पर अपने युवा नेता की तारीफों के पुलिंदे बाँधने शुरू कर दिए और कहने लगे कि न नरेंद्र मोदी के वाराणसी में न स्मृति के अमेठी में ऐसा कमाल हुआ है। बल्कि राहुल गाँधी ने अपने नेतृत्व में ये कर दिखाया है।
ट्वीटर पर राहुल गाँधी के समर्थकों द्वारा किए गए ट्वीट्स के भरमार को देखकर यकीन होता है कि राहुल गाँधी के फॉलोवर उन्हीं की तरह हैं। जो बिना तथ्यों की जाँच परख किए समाज में झूठ फैलाने में लग जाते हैं और अपने नेता की छवि निर्माण करने की होड़ में ये भी नहीं जानते हैं कि जिस जानकारी को वो फैला रहे हैं वो सच है या नहीं।
That’s because .@RahulGandhi ji not only prepared in #Wayanad but also cautioned to prepare for #CoronavirusOutbreak . If corrective precautions would have been taken in February things would have been far much better,At the same time we need to follow all GOVT protocols
— Abhishek Dutt (@duttabhishek) April 16, 2020
इसलिए, सभी भ्रमों को दूर करते हुए आपको बता दें, कि जिस वायनाड को लेकर राहुल गाँधी व उनके समर्थक इतनी उत्साहित हो रहे हैं। उसकी हकीकत वास्तविकता में बहुत ज्यादा अलग है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने वायनाड में कोरोना वायरस को रोकने हेतु प्रयासों की कोई प्रशंसा नहीं की है। बल्कि अतिश्योक्ति देखिए कॉन्ग्रेस पूर्व अध्यक्ष ने जिस मंत्रालय के नाम पर झूठ फैलाया है उसी मंत्रालय ने नई सूची में वायनाड को हॉट्सपॉट चिह्नित किया है।
जी हाँ, स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, वायनाड उन राज्यों में से है जिन्हें कोरोना वायरस के हॉट्सपॉट में क्लस्टर सूची में रखा गया है। जो कि रेड जोन से सिर्फ एक पायदान नीचे की श्रेणी है। अब रही बात इसकी की जब वायनाड के हालत कोरोना मामले में बहुत सुधरे हुए नहीं है तो राहुल गाँधी किन आधारों पर मिया मिठ्ठू बने?
तो जानकारी दे दें कि केरल में 7 जिले हैं जिनमें से 6 जिले पूरी तरह कोरोना के हॉट्सपॉट हैं यानी रेड जोन जबकि वायनाड अकेला ऐसा जिला है जो हॉस्टपॉट का क्लस्टर है। बाकी सब ऐसे इलाके हैं जहाँ कोरोना तेजी से फैला। शायद इसी उपलब्धि को राहुल गाँधी अपनी तारीफ समझ बैठे और सोशल मीडिया पर आभार व्यक्त करने लगे। लेकिन बता दें, राहुल गाँधी के दावों के उलट मंत्रालय ने अभी भी जिले को रेड जोन में रखा है और उसने व्हॉइट जोन में नहीं डाला। जिले से अब तक कोरोना के तीन मामले आए हैं, जिनमें से 2 ठीक हो चुके हैं। लेकिन फिर भी सुरक्षा के लिहाज से सरकार ने इसे रेड जोन में रखा हैं। इसलिए राहुल गाँधी के दावे बिलकुल गलत हैं।