चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) द्वारा कॉन्ग्रेस (Congress) ज्वाइन करने से इनकार करने के बाद अब खबर सामने आई है कि विदेश के दौरे पर गए कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी (Rahul Gandhi) अचानक लापता हो गए हैं। मंगलवार (26 अप्रैल, 2022) को इसका खुलासा करते हुए NDTV ने दावा किया कि वो बीते 10 दिनों से लापता है और उनसे कोई संपर्क नहीं हो सका है।
सोशल मीडिया पर एनडीटीवी की एँकर निधि राजदान की एक वीडियो वायरल हो रही है, जिसके 1:26 सेकंड के हिस्से में उन्होंने कहा, “ऐसे समय में भी राहुल गाँधी लापता हैं। वो पिछले 10-12 दिनों से विदेश में है और जो हमें पता चल रहा है कि किसी की उन तक पहुँच नहीं है।” इसके बाद निधि राजदान प्रशांत किशोर के कॉन्ग्रेस में शामिल होने के मुद्दे पर बात करती हैं। वो कहती हैं, “पीके की कॉन्ग्रेस में एंट्री को लेकर प्रियंका गाँधी काफी उत्साहित थीं। लेकिन आखिरी फैसला सोनिया गाँधी को लेना था। भले ही वो काफी उत्साहित थीं, लेकिन सोनिया गाँधी के फैसले से उनका कद छोटा हो गया है।”
‘इंडिया टुडे’ की रिपोर्ट के मुताबिक, करीब एक सप्ताह पहले राहुल गाँधी विदेश दौरे पर गए थे। सिर्फ वही नहीं, उनकी बहन प्रियंका गाँधी वाड्रा भी विदेश के दौरे पर गई थीं। रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है, “ प्रशांत किशोर के वादों को लागू करने के लिए प्रियंका गाँधी ने काफी जोर दिया था। वो पीके के लिए अपने भाई और माँ समेत कॉन्ग्रेसियों को मनाने की कोशिशें कर रही थीं। यही सबसे नया संकेत मिला था। सूत्रों ने दावा किया कि इन 24 घंटों में प्रियंका गाँधी ने सभी सीमाओं को तोड़ दिया।”
भले ही राहुल गाँधी को ट्रेस नहीं किया जा सका है, लेकिन उनके गायब होने की खबरें भी उन्हें नफरत फैलाने और भ्रामक ट्वीट पोस्ट करने से नहीं रोक सकीं। बुधवार (27 अप्रैल) राहुल गाँधी ने एक नया ट्वीट किया और दावा किया कि 7 वैश्विक ब्रांडों का भारत से जाना ‘हेट-इन-इंडिया’ कैम्पेन के बढ़ने का कारण है।
The ease of driving business out of India.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 27, 2022
❌ 7 Global Brands
❌ 9 Factories
❌ 649 Dealerships
❌ 84,000 Jobs
Modi ji, Hate-in-India and Make-in-India can’t coexist!
Time to focus on India’s devastating unemployment crisis instead. pic.twitter.com/uXSOll4ndD
पीके के 600 स्लाइड प्रेजेंटेशन भी न आए काम
गौरतलब है कि इससे पहले कॉन्ग्रेस में शामिल होने की खबरों के बीच प्रशांत किशोर ने पार्टी को पुनर्जीवित करने और उसे बचाने के लिए शीर्ष नेतृत्व के समक्ष 600 स्लाइड प्रेजेंटेशन दिए थे। इसमें उन्होंने कॉन्ग्रेस डिजिटल वर्ल्ड में सक्रिय होने, समान विचारधारा वाले मीडिया हाउसों और फेसबुक, ट्विटर के इन्फ्लुएँसरों को शामिल करने का सुझाव दिया था। इसके साथ ही पीके ने सुझाव दिया था कि पार्टी को स्टैंडअप कॉमेडियनों को पार्टी के प्रचार-प्रसार के लिए हायर करना चाहिए।
I declined the generous offer of #congress to join the party as part of the EAG & take responsibility for the elections.
— Prashant Kishor (@PrashantKishor) April 26, 2022
In my humble opinion, more than me the party needs leadership and collective will to fix the deep rooted structural problems through transformational reforms.
हालाँकि, पीके का ये प्रेजेंटेशन किसी काम का नहीं रहा। कॉन्ग्रेस ने उनके प्रस्ताव को ठुकरा दिया। पीके ने एक ट्वीट में कहा, “मेरी विनम्र राय में मुझसे ज्यादा पार्टी को परिवर्तनकारी सुधारों के माध्यम से गहरी जड़ें जमाने वाली संरचनात्मक समस्याओं को ठीक करने के लिए नेतृत्व और सामूहिक इच्छाशक्ति की जरूरत है।”