200 सीटों वाली राजस्थान की विधानसभा चुनाव के लिए आज शनिवार (25 नवंबर 2023) को मतदान शुरू हो गया है। हालाँकि, मतदान सिर्फ 199 सीटों पर ही हो रहा है। इस चुनाव में भाजपा और राज्य में सत्ताधारी कॉन्ग्रेस के बीच सीधी टक्कर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से अधिक से अधिक संख्या में मतदान करने की अपील की है।
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया साइट एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर कहा, “राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए आज वोट डाले जाएँगे। सभी मतदाताओं से मेरा निवेदन है कि वे अधिक से अधिक संख्या में अपने मताधिकार का प्रयोग कर वोटिंग का नया रिकॉर्ड बनाएँ। इस अवसर पर पहली बार वोट देने जा रहे राज्य के सभी युवा साथियों को मेरी ढेरों शुभकामनाएँ।”
राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए आज वोट डाले जाएंगे। सभी मतदाताओं से मेरा निवेदन है कि वे अधिक से अधिक संख्या में अपने मताधिकार का प्रयोग कर वोटिंग का नया रिकॉर्ड बनाएं। इस अवसर पर पहली बार वोट देने जा रहे राज्य के सभी युवा साथियों को मेरी ढेरों शुभकामनाएं।
— Narendra Modi (@narendramodi) November 25, 2023
मतदान सुबह 7 बजे से शुरू हुआ, जो शाम को 6 बजे तक जारी रहेगा। इसके नतीजे 3 दिसंबर 2023 को घोषित होंगे। उधर, राज्य के मुख्यमंत्री और कॉन्ग्रेस नेता अशोक गहलोत ने उनकी सरकार ने पिछले पाँच सालों में जो विकास किया है और जनता को गारंटियाँ दी हैं, उसको देखते हुए मतदाता कॉन्ग्रेस को फिर से चुनेंगे। उन्होंने कहा कि इस बार राजस्थान में पाँच में सत्ता बदलने का रिवाज टूटेगा।
राजस्थान में कुल 1862 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनके भाग्य का फैसला 5,25,38,105 मतदाता कर रहे हैं। इन मतदाताओं में 18-30 आयु वर्ग के 1,70,99,334 मतदाता हैं। वहीं, 18-19 आयु वर्ग के मतदाताओं की संख्या 22,61,008 है, जो इस बार नए मतदाता के रूप में जुड़े हैं। राज्य में कुल 36,101 स्थानों पर मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इनमें 10,501 मतदान केंद्र शहरी इलाकों में और 41,006 मतदान केंद्र ग्रामीण इलाकों में बनाए गए हैं।
बता दें कि राजस्थान की विधानसभा में कुल 200 सीटें हैं। श्रीगंगानगर की करणपुर सीट पर कॉन्ग्रेस प्रत्याशी एवं मौजूदा विधायक गुरमीत सिंह कूनर का निधन हो गया है। इस कारण से इस सीट पर चुनाव स्थगित कर दिया गया है। इस कारण शनिवार को सिर्फ 199 सीटों पर मतदान हो रहे हैं। दरअसल, राजस्थान में चुनाव के दौरान किसी न किसी प्रत्याशी की मौत हो जाती है। यही कारण है कि हर बार एक सीट पर देर से चुनाव होता है।