पुलवामा हमले में बलिदान हुए जवानों की वीरांगनाएँ राजस्थान सरकार के खिलाफ धरने पर हैं। इस मामले को लेकर भाजपा गहलोत सरकार पर हमलावर रही है। वहीं, भाजपा कार्यकर्ता भी राजधानी जयपुर की सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं। इस दौरान पुलिस ने कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया है। वहीं, पुलिस झड़प में घायल हुए भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा की हालत नाजुक बनी हुई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पुलवामा आतंकी हमले में बलिदान हुए जवानों की पत्नियों की माँग के समर्थन में भाजपा के दिग्गज नेता अपने कार्यकर्ताओं सहित विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इस प्रदर्शन में हजारों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ता शामिल हुए। सरकार विरोधी नारेबाजी के बीच प्रदर्शनकारी मुख्यमंत्री आवास की ओर कूच रहे थे। इस दौरान पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की। लेकिन वे नहीं रुके और बैरिकेड तोड़ आगे बढ़ने लगे। ऐसे में पुलिस और प्रदर्शन कर रहे भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच तीखी नोंकझोंक हुई।
#WATCH | Police detain Rajasthan BJP workers and leaders in Jaipur.
— ANI (@ANI) March 11, 2023
The party was taking out a huge protest rally over the matter of protest by widows of the jawans who lost their lives in the 2019 Pulwama terror attack. pic.twitter.com/Y6BIa0bXdB
पुलिस ने लाठीचार्ज करते हुए भाजपा के कई नेताओं और कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है। पुलिस द्वारा हिरासत में लिए गए भाजपा विधायक राजेन्द्र राठौर ने गहलोत सरकार को राज्यव्यापी आंदोलन की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है, “हमने आज विरोध प्रदर्शन शुरू किया है। यह प्रदर्शन लगातार जारी रहेगा। राज्य सरकार जिस तरह का व्यवहार दिखा रही है, वह लोकतंत्र का अपमान है। हम राज्य के पूरे राजस्थान में सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे।”
वहीं भाजपा नेता राज्यवर्धन सिंह राठौर ने कॉन्ग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की आँखों में शर्म है। इसलिए वह बलिदानियों की पत्नियों से नहीं मिलना चाहते। झूठी पार्टी, झूठे वादे। ये वीरांगनाओं के सामने खड़े नहीं हो सकते। वहीं, राजस्थान भाजपा के अध्यक्ष सतीश पुनिया ने कहा है कि गहलोत सरकार ने भाजपा नेताओं और बलिदानियों की पत्नियों का अपमान किया है। पार्टी इसका विरोध कर रही है। आने वाले दिनों में राजस्थान में ‘जन आक्रोश’ अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान में बलिदानियों की पत्नियों की माँग के अलावा कर्ज माफ करने, और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दे उठाए जाएँगे।
रातों रात हटाई गईं वीरांगनाएँ
बता दें कि राजस्थान सरकार के खिलाफ धरने पर बैठीं वीरांगनाओं को पुलिस ने शुक्रवार (10 मार्च, 2023) को तड़के 3 बजे धरने स्थल से उठाकर उनके घर पहुँचा दिया था। वहीं, वीरांगनाओं के समर्थन में बैठे भाजपा कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया था। इसके बाद पुलवामा में बलिदान हुए रोहिताश लांबा की पत्नी से मिलने जा रहे भाजपा के राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा पुलिस ने रोक दिया था। इस दौरान मीणा व पुलिस के बीच झड़प हुई थी। इस झड़प में मीणा घायल हुए थे। इसके बाद उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। =वहाँ उनकी हालत खराब बताई जा रही है।