राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शुक्रवार (10 फरवरी 2023) को विधानसभा में बजट पेश कर रहे थे। विपक्ष ने बीच में ही हँगामा करना शुरू कर दिया। क्यों? क्योंकि सीएम अशोक गहलोत सदन में लगातार 7 मिनट तक पुराना बजट पढ़ते रहे, उनको पता भी नहीं चला। इसको लेकर पहले तो विपक्ष ने ठहाके लगाए। इसके बाद हँगामा शुरू कर दिया। हँगामे के चलते सदन को आधे घंटे के लिए स्थगित करना पड़ा।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बजट भाषण में पुराने बजट के कुछ पन्ने शामिल थे। अशोक गहलोत बिना इस बात पर ध्यान दिए लगातार पुराना बजट पढ़ते जा रहे थे। इसके बाद विपक्षी नेताओं ने सदन में ही ठहाके लगाने शुरू कर दिए। हालाँकि, गहलोत फिर भी नहीं रुके। इससे विपक्ष ने हँगामा शुरू कर दिया।
राजस्थान कांग्रेस की लीक सरकार में कुछ भी संभव है।
— RajyavardhanRathore (@Ra_THORe) February 10, 2023
सदन में मुख्यमंत्री जी ने पिछले साल का बजट पढ़ा pic.twitter.com/QEPeoIKb7R
इसके बाद राजस्थान सरकार में मंत्री महेश जोशी ने अशोक गहलोत को बताया कि वह पुराना बजट पढ़ रहे हैं। तब कहीं जाकर उन्हें अपनी गलती का एहसास हुआ। विपक्ष के हँगामे के बीच अशोक गहलोत ने अपनी गलती के लिए माफी भी माँगी। लेकिन विपक्ष का हँगामा नहीं रुका। इसके बाद सदन को स्थगित करना पड़ा। राजस्थान के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है, जब बजट भाषण के बीच में विधानसभा स्थगित की गई हो।
हालाँकि, अब यह सवाल उठना लाजिमी है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ब्रीफकेस में पुराना बजट कैसा आया? सरकार की ओर से यह कहा जा सकता है कि किसी अधिकारी ने ऐसी गलती की है। लेकिन किसी की गलती होने के बाद भी क्या अशोक गहलोत ने बजट पेश करने से पहले इसे पढ़ना जरूरी नहीं समझा?