Sunday, November 17, 2024
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अपनी ही पार्टी की हार पर नाचने लगे कॉन्ग्रेसी… ‘दरी बिछाने और कुर्सी पकड़ने’ पर भिड़े कॉन्ग्रेस के टॉप लीडर

सचिन पायलट का लक्ष्य राजस्थान में कॉन्ग्रेस सरकार को फिर से सत्ता में लाना है और इसके लिए उन्होंने कॉन्ग्रेस हाईकमान को अपने सुझाव भी भेजे हैं। दूसरी तरफ, मध्य प्रदेश के पंचायत चुनाव में हार के बाद वहाँ के कार्यकर्ता जश्न मना रहे हैं।

एक तरफ अपनी पार्टी की हार पर कॉन्ग्रेसी नाच रहे हैं तो दूसरी तरफ दरी बिछाने और कुर्सी देने के नाम पर शीर्ष नेताओं में तकरार चल रही है। राजस्थान कॉन्ग्रेस (Congress) के नेता और प्रदेश के पूर्व उप-मुख्यमंत्री सचिन पायलट (Sachin Pilot) ने एक बार फिर पार्टी में नेतृत्व को लेकर सवाल उठाते हुए कहा कि युवा सिर्फ दरी बिछाने के लिए नहीं है। उधर, मध्य प्रदेश में पंचायत चुनाव हारने के बाद कॉन्ग्रेस के कार्यकर्ताओं ने जमकर जश्न मनाया।

लगभग ढाई महीने पहले जयपुर में हुए कॉन्ग्रेस के चिंतन शिविर में जीत के लिए युवाओं को आगे लाने की बात कही गई थी। इसी बीच सचिन पायलट ने कहा कि युवा सिर्फ दरी बिछाने के लिए नहीं है, उन्हें लीडरशिप भी चाहिए। युवा नेता पायलट का यह बयान उनके पुराने दर्द को दिखाता है।

पायलट ने कहा, “जब तक हम ऊर्जावान और संघर्षशील युवाओं को लीडरशिप का मौका नहीं देंगे, तब तक हम उनके साथ न्याय नहीं कर रहे होते हैं।” उन्होंने कहा कि आज के युवाओं में लीडरशिप की क्षमता और गुण हैं। उनकी इस क्षमता का उपयोग करना चाहिए।

सचिन पायलट युवाओं को आगे करने के पक्षधर रहे हैं। जनवरी 2014 में जब उन्हें राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी मिली थी, तब उन्होंने राजनीति में ऊर्जावान युवाओं की टीम तैयार की। उनकी वजह से कई युवाओं को राजनीति में आगे बढ़ने का मौका मिला।

प्रदेश में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट की बीच सीएम पद को लेकर प्रतिस्पर्धा रही है। इस कारण दोनों के बीच अक्सर जुबानी जंग देखने को भी मिलते हैं। पहले उन्हें राज्य में सत्ता से बाहर रखा गया, लेकिन पायलट समर्थकों को दबाव में उन्हें उप-मुख्यमंत्री का पद दिया गया था।

सचिन पायलट का लक्ष्य राजस्थान में कॉन्ग्रेस सरकार को फिर से सत्ता में लाना है और इसके लिए उन्होंने कॉन्ग्रेस हाईकमान को अपने सुझाव भी भेजे हैं। दूसरी तरफ, मध्य प्रदेश के पंचायत चुनाव में हार के बाद वहाँ के कार्यकर्ता जश्न मना रहे हैं।

मध्य प्रदेश में धार जिला पंचायत के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के चुनाव हुए थे, जिसमें दोनों पदों पर कॉन्ग्रेस की हार हुई। इसके बाद पूर्व वन मंत्री उमंग सिंघार और जिला कॉन्ग्रेस अध्यक्ष बालमुकुंद सिंह गौतम ने कार्यकर्ताओं के साथ जमकर डांस किया और अपनी हार को प्रेरणा कहा। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने इस दौरान ‘हार के बाद ही जीत है’ गाने पर जमकर डांस किया।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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