महाराष्ट्र में कॉन्ग्रेस, एनसीपी के साथ सरकार बनाने के कुछ दिन बाद ही उद्धव सरकार ने वर्ली के विधायक आदित्य ठाकरे की सुरक्षा बढाने और क्रिकेट का भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर की सुरक्षा को घटाने का फैसला लिया है। सचिन के अलावा उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्यपाल नाम नाईक की सुरक्षा में भी कटौती की गई है और आदित्य ठाकरे की तरह उद्धव ठाकरे, अन्ना हजारे की सुरक्षा को बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। महाराष्ट्र सरकार ने ये फैसला सुरक्षा समिति की बैठक के बाद लिया है।
जानकारी के मुताबिक सुरक्षा समिति की बैठक में कुल 97 लोगों की सुरक्षा की समीक्षा की गई। जिसके बाद 29 लोगों की सुरक्षा में कटौती की गई और 16 लोगों के पास से सुरक्षा हटाई गई। बताया जा रहा है कि सरकार की ओर से यह निर्णय इंटेलीजेंस की ओर से मिली रिपोर्ट के आधार किया गया है।
मीडिया खबरों के अनुसार मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे की सुरक्षा को जहाँ वाई श्रेणी से अपग्रेड करके जेड सिक्योरिटी प्रदान की गई है। वहीं अभी तक जेड सिक्योरिटी में रहने वाले उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्यपाल और पूर्व केंद्रीय मंत्री राम नाईक की सुरक्षा को घटाकर एक्स कर दिया गया है।
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— Amar Ujala (@AmarUjalaNews) December 25, 2019
इसी तरह कहा जा रहा है कि अभी तक वीआईपी सुरक्षा के तहत सचिन तेंदुलकर के पास जो पुलिसकर्मी तैनात रहता था, उसे हालिया निर्णय के बाद हटा लिया जाएगा और उन्हें केवल एक पुलिस एस्कॉर्ट दिया जाएगा।
गौरतलब है कि नेता और खिलाड़ियों के अलावा देश के नामी वकील उज्ज्वल निकल की सुरक्षा को भी महाराष्ट्र सरकार ने बैठक के बाद जेड प्लस से हटाकर अब वाई कर दिया है। साथ ही भाजपा के वरिष्ठ नेता एकनाथ खड़से के पास जो अब तक वाई श्रेणी की सुरक्षा रहती थी, उसमें भी कटौती हुई है, जिसके कारण उनके एस्कॉर्ट को हटा लिया गया है।
वहीं, विधायक आदित्य ठाकरे के अलावा जिन लोगों की सुरक्षा में बढ़ोत्तरी की गई है, उनमें एक नाम अन्ना हजारे का भी है, जिन्हें अब तक वाई श्रेणी की सुरक्षा मिलती थी, लेकिन अब उसे जेड कर दिया गया है।