Friday, November 15, 2024
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साध्वी प्रज्ञा ने माँगी माफ़ी, लेकिन बोला- जिसने मुझे कहा आतंकवादी, वो कब माँगेंगे माफ़ी

"मेरे साथ तत्कालीन सरकार (कॉन्ग्रेस) द्वारा रचे गए षणयंत्रों के बावजूद अदालत में मेरे ख़िलाफ़ कोई आरोप सिद्ध नहीं हुआ है। बिना दोषी सिद्ध हुए मुझे आतंकवादी कहना क़ानून के ख़िलाफ़ है। एक महिला के नाते, एक सन्यासी के नाते, एक सांसद के नाते मेरे सम्मान पर हमला करके मुझे अपमानित करने का प्रयास किया गया है।"

भोपाल की भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताए जाने वाले अपने बयान पर लोकसभा सदन में माफ़ी माँग ली है। 

उन्होंने माफ़ी माँगते हुए कहा, “सदन में मेरे द्वारा की गई किसी भी टिप्पणी से यदि किसी भी प्रकार से किसी को कोई ठेस पहुँची हो तो उसके लिए मैं ख़ेद प्रकट कर क्षमा चाहती हूँ। परंतु मैं यह भी कहना चाहती हूँ कि संसद में मेरे बयानों को तोड़मरोड़ कर ग़लत ढंग से पेश किया गया है, मेरे बयान का सन्दर्भ कुछ और था, जिसे ग़लत ढंग से इस रूप में प्रस्तुत कर दिया गया। जिस प्रकार से मेरे बयानों को तोड़ा-मरोड़ा गया है वो निंदनीय है।”

इसके आगे उन्होंने कहा कि महात्मा गाँधी द्वारा देश के प्रति सेवा कार्य का वो सम्मान करती हैं। उन्होंने राहुल गाँधी का नाम लिए बिना कॉन्ग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा,

“मैं सदन को ध्यान दिलाना चाहूँगी कि इसी सदन के एक माननीय सदस्य द्वारा मुझे सार्वजनिक रूप से आतंकवादी कहा। मेरे साथ तत्कालीन सरकार (कॉन्ग्रेस) द्वारा रचे गए षणयंत्रों के बावजूद अदालत में मेरे ख़िलाफ़ कोई आरोप सिद्ध नहीं हुआ है। बिना दोषी सिद्ध हुए मुझे आतंकवादी कहना क़ानून के ख़िलाफ़ है। कोई आरोप सिद्ध हुए मुझे आतंकवादी बताना एक महिला के नाते, एक सन्यासी के नाते, एक सांसद के नाते मेरे सम्मान पर हमला करके मुझे अपमानित करने का प्रयास किया गया है।”

वहीं, इस मामले में बीजेपी सांसदो का कहना है कि राहुल गाँधी ने एक महिला सांसद को आतंकवादी कहा, वो ग़ैर-क़ानूनी है और इसके लिए उन्हें माँगनी चाहिए। सांसदों ने कहा कि राहुल गाँधी के इस बयान के ख़िलाफ़ विशेषाधिकार प्रस्ताव लाया जाना चाहिए।  

सदन में कॉन्ग्रेस सदस्यों द्वारा हंगामा किए जाने पर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि अब साध्वी प्रज्ञा ने  इस पर माफी माँग ली है और अब इस मसले पर राजनीति नहीं की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि मैंने यह स्पष्ट किया है कि महात्मा गाँधी पर कोई भी आपत्तिजनक बात सदन के रिकॉर्ड में नहीं जाएगी। लेकिन, सदन में कॉन्ग्रेस समेत विपक्ष के तमाम सांसद ‘गोडसे डाउन-डाउन’ और ‘महात्मा गाँधी की जय’ के नारे लगाते रहे।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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