समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के खिलाफ पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान के समर्थकों ने मोर्चा खोला है। उनकी नाराजगी रविवार को पार्टी कार्यालय में एक बैठक के दौरान देखने को मिली जहाँ खान के मीडिया प्रभारी फसाहत अली खान शामू भड़के नजर आए। उन्होंने कहा कि मुसलमानों ने समाजवादी पार्टी का पूरा साथ दिया लेकिन अब अखिलेश यादव मुस्लिमों का ही साथ नहीं दे रहे हैं।
अली ने इस बैठक में नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि आजम खान दो साल से भी ज्यादा वक्त से जेल में बंद हैं। मगर अखिलेश यादव केवल एक ही बार उनसे मिलने गए। उन्होंने आजम खान को नेता प्रतिपक्ष न बनाए जाने पर भी अपना गुस्सा व्यक्त किया। उन्होंने शिकायत की, “अखिलेश यादव को हमारे कपड़ों से बू आती है। एक बार आजम खान रिहा हो जाएँ तो उनसे फैसला लेने को कहेंगे”
विधानसभा चुनावों में सपा द्वारा 100 सीट का आँकड़ा पार किए जाने पर फसाहत ने कहा, “चुनाव में पूरे प्रदेश में मुसलमानों ने सपा को एकतरफा वोट दिया, इससे ही सपा सवा सौ सीटों पर पहुँची। अब अखिलेश यादव मुसलमानों का साथ नहीं दे रहे हैं। उन्हें उनसे बदबू आती है।”
बता दें कि फसाहत अली का ये बयान आने के बाद पार्टी में फूट पड़ने जैसी बातें कही जा रही हैं। ऐसा दावा है कि जब से आजम जेल गए हैं तब से उनकी आवाज हमेशा फसाहत ने ही उठाई है। दैनिक जागरण की खबर में तो सूत्रों के हवाले से यहाँ तक कहा गया है कि आजम के समर्थक एक नई पार्टी खड़ी करने की बातें कर रहे हैं। उनके हिसाब से आजम को अधिकतर मुकदमों में बेल मिल गई है। ऐसे में वो जल्द ही बाहर आ जाएँगे। फिर उनसे निर्णय लेने को कहा जाएगा।
उल्लेखनीय है कि फसाहत से पहले आजम खान के जेल जाने के बाद अखिलेश के रवैये पर इमरान प्रतापगढ़ी ने सवाल खड़ा किया था। हालाँकि तब अखिलेश आजम खान के घर चले गए थे। मगर, अब आजम खान के चाहने वालों का कहना है कि इन चुनावों में उनका ख्याल नहीं रखा गया। बदायूँ में आबिद रजा को लेकर आजम समर्थक जीत पक्की मानते थे लेकिन उनकी जगह मुंबई के बिल्डर को टिकट मिलना इस खेमे को खल गया।