Thursday, November 7, 2024
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‘बहुत ओछी हरकत कर दी’: आंध्र वाले जगन सहित कई CM-मंत्री हेमंत सोरेन पर बिफरे, PM मोदी को लेकर किया था ट्वीट

"हमारे बीच कोई भी मतभेद हो, मगर इस स्तर पर राजनीति करना सिर्फ हमारे देश को कमजोर बना देगा।"

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन चौतरफा घिर गए हैं। कई राज्यों के मुख्यमंत्री और मंत्रियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर किए गए ट्वीट पर उन्हें घेरा है। इसे ओछी राजनीति करार देते हुए उन्हें इससे बचने की नसीहत दी है।

असल में कोरोना संकट के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल (मई 6, 2021) कई राज्यों के मुख्यमंत्रीत्रियों से फोन पर बात कर उनके राज्य की स्थिति को जाना। लेकिन, इस कॉल के बाद झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपनी राजनीति करने लगे। सोरेन ने ट्वीट कर कहा कि कॉल पर पीएम ने सिर्फ अपने मन की बात की। अगर वह काम की बात करते या सुनते तो ज्यादा बेहतर होता।

सोरेन के इसी ट्वीट पर तमाम राज्यों के मुख्यमंत्रियों की अब प्रतिक्रिया आ रही है। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगनमोहन रेड्डी ने कहा है, “मेरे मन में आपके लिए बहुत सम्मान है, लेकिन भाई के नाते मैं अपील करता हूँ कि चाहे हमारे बीच कोई भी मतभेद हो, मगर इस स्तर पर राजनीति करना सिर्फ हमारे देश को कमजोर बना देगा।”

रेड्डी ने कहा कि कोरोना वायरस के ख़िलाफ़ इस लड़ाई में ये समय पीएम पर ऊँगली उठाने का नहीं, बल्कि एक साथ आकर पीएम मोदी का मजबूत हाथ बनकर महामारी को हराने का है।

मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा, “मेरे ख्याल से जब भी पीएम मोदी कॉल करते हैं, तो वह सब सुनिश्चित कर रहे होते हैं। मैं उनके जज्बे को सलाम करता हूँ जो उन्होंने मणिपुर की चुनौतियों को समझने के लिए दिखाया।”

अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री प्रेमा खांडू ने कहा कि ये समय एक साथ आकर लड़ाई लड़ने का है। हम लोग तब तक सुरक्षित नहीं है जब तक ‘हम सारे’ सुरक्षित नहीं हैं।

मिजोरम के मुख्यमंत्री ने भी ट्विटर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कॉल करने पर उनकी तारीफ की और कहा, “हम खुशकिस्मत हैं कि हमें इतना सक्रिय, ध्यान रखने वाले नरेंद्र मोदी जैसे प्रधानमंत्री मिले। निजी तौर पर मुझे पर सहज महसूस होता है, वो कॉल करते हैं, मेरे राज्य के बारे में पूछते हैं, जंगल में लगी आग और शरणार्थियों की परेशानी का जायजा लेते हैं।”

नगालैंड के मुख्यमंत्री ने हेमंत सोरेन के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उनका अनुभव कहता है कि पीएम मोदी राज्यों के प्रति हमेशा संवेदनशील रहते हैं। इसलिए उनकी सहमति हेमंत सोरेन के साथ नहीं है। नागालैंड के सीएम ने अपने ट्वीट में सोरेन के लिए कहा, “उम्मीद है वो अपना बयान ठीक करेंगे।”

असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने भी झारखंड के सीएम के ट्वीट पर जवाब दिया है। उन्होंने लिखा, “ये दुर्भाग्य है कि आप पीएम मोदी की चिंता और लोगों के लिए किए जा रहे उनके कार्यों पर राजनीति कर रहे हैं। पीएम मोदी की हर कोशिश और कार्रवाई सिर्फ नागरिकों और राष्ट्र के लिए होती है।”

असम के मंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने लिखा है, “आपका यह ट्वीट न सिर्फ़ न्यूनतम मर्यादा के ख़िलाफ़ है बल्कि उस राज्य की जनता की पीड़ा का भी मजाक़ उड़ाना है जिनका हाल जानने के लिए माननीय प्रधानमंत्री जी ने फ़ोन किया था। बहुत ओछी हरकत कर दी आपने।मुख्यमंत्री पद की गरिमा भी गिरा दी।”

उल्लेखनीय है कि झारखंड में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में यूपीए की सरकार है। सरकार में झामुमो के अलावा कॉन्ग्रेस और राजद भी शामिल है। राज्य में फ़िलहाल कोरोना के 60,633 सक्रिय मामले हैं और अब तक 2,70,089 लोग कोविड-19 से संक्रमित हो चुके हैं। पिछले 1 दिन में यहाँ 6974 नए मामले सामने आए हैं और 133 लोगों की मौत हुई है, जिससे कुल मृतकों का आँकड़ा 3479 पहुँच गया है। झारखंड में असम, पंजाब और जम्मू-कश्मीर से भी कम टेस्टिंग हुई है।

कुछ दिन पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी प्रोटोकॉल का उल्लंघन करते हुए प्रधानमंत्री के साथ हो रही मुख्यमंत्रियों की ‘इन हाउस बैठक’ का लाइव प्रसारण चालू कर दिया था, जिसके लिए उन्हें पीएम मोदी ने बीच बैठक में टोका भी था।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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