भारतीय जनता पार्टी (BJP) की एक खासियत ये भी है कि इसे हराने के लिए ऐसे दल साथ आ जाते हैं, जिनकी विचारधारा दो अलग-अलग ध्रुवों पर खड़ी होती है और जो एक-दूसरे के कट्टर प्रतिद्वंद्वी होते हैं। उत्तर प्रदेश में मायावती और अखिलेश यादव और बिहार में लालू यादव और नीतीश कुमार इसके उदाहरण हैं। अब महाराष्ट्र के अमरावती में शिवसेना ने भाजपा को हराने के लिए असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM के साथ गठबंधन किया, फिर भी हार गई।
कॉन्ग्रेस केरल में CPI(M) को उखाड़ फेंकने की लड़ाई लड़ती हैं और पश्चिम बंगाल में उसके साथ गठबंधन बनाती है। तेजस्वी यादव बिहार में कॉन्ग्रेस के साथ चुनाव लड़ते हैं और पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की TMC को समर्थन देते हैं। इसी तरह, अमरावती म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन की स्टैंडिंग कमिटी अध्यक्ष पद के लिए शिवसेना ने AIMIM को अपने साथ लिया, लेकिन चेयरमैन का पद भाजपा की झोली में आ गया।
भाजपा के शिरीष रासने ने स्थायी समिति के सभापति पद पर जीत दर्ज की। विधायक रवि राणा के युवा स्वाभिमान पक्ष के एक सदस्य ने भाजपा के रासने का समर्थन किया। इसने रासने की जीत का मार्ग प्रशस्त किया। कॉन्ग्रेस, शिवसेना, AIMIM और बसपा ने मिलकर भाजपा को सत्ता से बाहर रखने की कोशिश की थी। लेकिन, बसपा के नेता चेतन पवार चुनाव में अनुपस्थित थे। इससे विरोधियों की संख्या कम हो गई।
उद्धवजी सत्ता की लालच में आपने हिंदुद्वेशी AIMIM पार्टी के साथ अमरावती मे समझौता किया? जिसने कहा था के 15 मि के लिए देश से पुलिस हटा दो फिर हिन्दुओं जो हाल होगा वो पूरा देश देखेगा। हिंदुहृदयसम्राट बालासाहेब ठाकरेजी के विचारों को तिलांजली देकर शिवसेना अब सत्तामोही शवसेना बन गई है। pic.twitter.com/ORd3XECJh6
— Sanjay Pandey (@BJPSanjayPandey) March 13, 2021
AIMIM ने अफजल हुसैन मुबारक हुसैन को अध्यक्ष पद का उम्मीदवार बनाया था। चुनाव में, शिरीष रासने को 9 वोट मिले, जबकि AIMIM के अफज़ल हुसैन मुबारक हुसैन को 6 वोट। लेकिन, शिवसेना ने जिस तरह हिंदुत्व की विचारधारा त्याग कर कट्टरपंथी कही जाने वाली पार्टी के साथ गठबंधन किया, उससे उसकी आलोचना हो रही है। पत्रकार अमन चोपड़ा ने पूछा, “अब शिवसेना 6 दिसंबर को विवादित ढाँचा विध्वंस पर शौर्य दिवस मनाएगी या AIMIM के साथ काला दिवस?”
महाराष्ट्र भाजपा के ‘उत्तर भारतीय मोर्चा’ के अध्यक्ष संजय पांडेय ने कहा, “उद्धव ठाकरे ने सत्ता की लालच में हिन्दूद्वेषी AIMIM के साथ अमरावती मे समझौता किया। इसी पार्टी के नेता अकबरुद्दीन ओवैसी ने कहा था के 15 मिनट के लिए देश से पुलिस हटा दो फिर हिन्दुओं का जो हाल होगा वो पूरा देश देखेगा। हिन्दू हृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे के विचारों को तिलांजलि देकर शिवसेना अब सत्तामोही शवसेना बन गई है।”