महाराष्ट्र में सत्ता जाते ही शिवसेना हिंदुत्व के मुद्दे पर वापस लौटते हुए नजर आ रही है। इसका ताजा उदाहरण शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने मंगलवार (5 जुलाई, 2022) को माँ काली के विवादित पोस्टर की आलोचना के रूप में पेश किया है। वरना लम्बे समय से शिवसेना ऐसे मुद्दों पर मौन साधे रहती थी। बता दें कि इस डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘काली’ के पोस्टर में देवी को धूम्रपान करते हुए दिखाया गया है। जिस पर विरोध जताते हुए शिवसेना सांसद ने कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता हिंदू देवताओं के लिए रिजर्व नहीं हो सकती है।
डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘काली’ के पोस्टर पर प्रियंका चतुर्वेदी ने ऐतराज जताते हुए ट्विटर पर कहा, “अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता हिंदू देवी-देवताओं का मजाक उड़ाने के लिए नहीं है। जबकि बाकी सभी की धार्मिक संवेदनाओं का ख्याल रखा जाए। मैं माँ काली पर फिल्म के पोस्टर से आहत हूँ, सम्मान सभी के लिए समान होना चाहिए और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को जानबूझकर दूसरों को अपमानित करने का साधन नहीं बनना चाहिए।”
Freedom of expression cannot be reserved for Hindu Gods and Goddesses while for the rest one must tip toe around religious sensibilities. I am offended with the movie poster on Ma Kali, respect has to be equal for all&FoE should never become a tool to offend- deliberately.
— Priyanka Chaturvedi🇮🇳 (@priyankac19) July 5, 2022
बता दें कि डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘काली’ में माँ काली को धूम्रपान करते और एलजीबीटीक्यू का झंडा पकड़े हुए दिखाया गया है, जिसके बाद फिल्म को लेकर विवाद शुरू हो गया है। फिल्म निर्माता लीना मणिमेकलाई पर धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया गया है। इस मामले में दिल्ली-यूपी सहित देश के कुछ हिस्सों में फिल्ममेकर के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया गया है। वहीं फिल्ममेकर लीना मणिमेकलई के खिलाफ एक्शन लेने की माँग की जा रही है।
गौरतलब है कि टोरंटो में रहने वाली फिल्मकार लीना मणिमेकलई ने शनिवार (2 जुलाई, 2022) को ट्विटर पर अपनी लघु फिल्म ‘काली’ का विवादित और हिन्दुओं की भावनाओं को आहत करने वाला पोस्टर साझा किया था। और कहा था कि यह फिल्म टोरंटो में आगा खान संग्रहालय में ‘रिदम्स ऑफ कनाडा’ सेगमेंट का हिस्सा है। इस पोस्टर के सामने आने के बाद मणिमेकलई पर हिन्दुओं की धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप लगने लगे। यही नहीं, सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ ‘अरेस्ट लीना मणिमेकलई’ हैशटैग भी ट्रेंड करने लगा था।
इससे पहले आज दिन में, काली पोस्टर विवाद के बारे में बोलते हुए टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा था कि काली उनके लिए मांस खाने वाली, शराब पीने वाली देवी है। इसके बाद भड़के विवाद पर जहाँ टीएमसी ने उनके बयान पर पल्ला झाड़ लिया है।
पश्चिम बंगाल के कृष्णानगर से सांसद महुआ मोइत्रा ने दावा किया कि कई जगहों पर देवी-देवताओं को व्हिस्की चढ़ाई जाती है। उन्होंने दावा किया कि हमारे पास इसकी स्वतंत्रता है कि हम हमारे देवी-देवताओं को किसी भी रूप में सोच सकते हैं। 2 दिवसीय ‘इंडिया टुडे कॉन्क्लेव ईस्ट 2022’ में बोलते हुए उन्होंने ये बातें कही। वहीं पश्चिम बंगाल भाजपा ने सीएम ममता बनर्जी पर सांसद के खिलाफ ऐक्शन लेने की माँग की है।