केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने लोकसभा में राहुल गाँधी के संबोधन का उत्तर दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि विपक्ष भारत नहीं है, भारत भ्रष्टाचार नहीं है और विपक्षी नेताओं को याद रखना चाहिए कि अंग्रेजों, वंशवाद और भ्रष्टाचार को ‘क्विट इंडिया’ कहा गया था। स्मृति ईरानी ने लोकसभा अध्यक्ष के आसान के प्रति बर्ताव का खंडन करते हुए कहा कि देश के इतिहास में पहली बार भारत माँ की हत्या की बात की गई और कॉन्ग्रेस पार्टी तालियाँ बजाती रही।
उन्होंने कहा कि भारत माँ की हत्या पर कॉन्ग्रेस ने ताली पीट कर बता दिया है कि गद्दारी किसके मन में है। उन्होंने कहा – मणिपुर खंडित नहीं है, देश का अंग है। उन्होंने पूछा कि कॉन्ग्रेस अपने गठबंधन साथी डीएमके के हटा द्वारा भारत पर दिए बयान का खंडन करे, कश्मीर पर रेफरेंडम की बात करने वाले कॉन्ग्रेस नेता की निंदा करें। उन्होंने कहा कि आप भारत नहीं हैं, क्योंकि आप भ्रष्टाचार और अयोग्यता का प्रतीक हैं। स्मृति ईरानी के अनुसार, यूपीए के नेता ने तमिलनाडु में भारत विरोधी बयान दिया।
उन्होंने याद दिलाया कि कश्मीर में राहुल गाँधी अपने परिजनों के साथ बर्फ खेल रहे थे, ये इसीलिए संभव हुआ क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अनुच्छेद-370 को निरस्त किया। उन्होंने कहा कि इसी की वजह से कश्मीर की बेटियों को दहेज़ के लिए प्रताड़ित किया जाता था तो उन्हें कानून का सहारा नहीं मिलता था। उन्होंने कहा कि प्रदेश के बाहर ब्याही जाने पर उन बेटियों को पैतृक संपत्ति पर हक़ नहीं मिलता था। 14 से कम उम्र की बच्चियों का विवाह होता था तो उन्हें कानून का संरक्षण नहीं मिलता था।
स्मृति ईरानी ने इस दौरान कश्मीर में पंडितों पर अत्याचार और गिरिजा टिक्कू के साथ हुई वारदात को भी याद किया। इस दौरान राहुल गाँधी सदन से निकल कर राजस्थान से निकल गए। स्मृति ईरानी ने याद दिलाया कि कैसे कश्मीर में गिरिजा टिक्कू को आड़ी से काट डाला गया था, राजस्थान के भीलवाड़ा में बच्ची के साथ गैंगरेप कर के उसे काटा गया और भट्ठी में डाल दिया गया। उन्होंने पूछा कि आज जो जोर-चोर से चिल्ला रहे हैं, तब उन्होंने न्याय की गुहार नहीं लगाई जब पश्चिम बंगाल में 60 साल की महिला का गैंगरेप हुआ।
स्मृति ईरानी ने कहा कि 2012 में असम के तत्कालीन मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने 2012 में कहा था कि दंगों के बावजूद कॉन्ग्रेस की केंद्र सरकार मदद नहीं कर रही है। स्मृति ईरानी ने कहा कि आज लोकतंत्र की दुहाई देने वाले को आपातकाल को याद करना चाहिए। तब संस्थाओं पर प्रतिबंध और प्रिंटिंग प्रेस पर प्रतिबंध की चर्चा होती है। उन्होंने कहा कि आपातकाल के दौरान बेंगलुरु की जेल में एक महिला को इसीलिए बंद किया गया, क्योंकि वो सोशलिस्ट थीं और 2 मई, 1976 को अपनी डायरी में लिखा।
लिखा गया कि जैसे ही महिला को जेल में लाया जाता है, उसे सबके सामने नग्न किया जाता है। स्नेहलता रेड्डी ने अपने संस्मरण में कॉन्ग्रेस की सच्चाई लिखी, जो अस्थमा की रोगी थीं। उन्हें दवा नहीं लेने दी गईं, वो 2 बार कोमा में गईं और उनकी हालत बिगड़ी तो पेरोल पर 15 जनवरी, 1977 को छोड़ा गया और 5 दिन बाद उनका देहांत हो गया। स्मृति ईरानी ने कहा कि जिनका इतिहास खून से सना है, वो आज इस तरह की बातें कर रहे हैं।
#WATCH भारत मां की हत्या की बात करने वाले कभी भी मेज नहीं थपथपाते। कांग्रेसियों ने बैठ कर मां की हत्या के लिए मेज थपथपाई है: भाजपा सांसद स्मृति ईरानी https://t.co/rpWHvZZvoO pic.twitter.com/uhytfryFiZ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 9, 2023
स्मृति ईरानी ने कहा, “मणिपुर पर चर्चा करने के लिए बार-बार केंद्रीय संसदीय कार्यमंत्री और गृह मंत्री व रक्षा मंत्री ने भी गुहार लगाई कि मोदी सरकार चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन ये भाग गए और हम नहीं भागे। भागने के पीछे कारण ये है कि गृह मंत्री जब बोलने लगेंगे और पत्ते खुलने लगेंगे तो ये मौन साध लेंगे। खुले में शौच की वजह से महिलाओं के रेप की बात 2005 में ही सामने आ चुकी थी और 2010 में वर्ल्ड बैंक ने भी कहा लेकिन ये चुप रहे। 2019 तक शौचालयों के मामले में शत प्रतिशत कवरेज हुआ।”
उन्होंने कॉन्ग्रेस नेताओं पर महिलाओं के बलात्कार पर हँसने और भारत माता की हत्या की बात पर ताली पीटने का आरोप लगाया। स्मृति ईरानी ने कहा कि जब देश में यूपीए सरकार थी, तब मात्र 3 करोड़ परिवारों तक पानी पहुँचता था, अब ये संख्या 12.40 करोड़ हो गई है। उन्होंने कहा कि देश के साधारण महिलाओं का सम्मान बढ़ा, उससे कॉन्ग्रेस का कोई सरोकार नहीं है। उन्होंने जन-धन के माध्यम से 23 करोड़ महिलाओं का खाता खोले जाने की जानकारी भी दी, इस तरह ‘मुद्रा’ के माध्यम से 27 करोड़ महिलाओं को अपना व्यवसाय शुरू करने के लिए 23 लाख करोड़ रुपए का लोन मिला।
स्मृति ईरानी ने कहा कि राहुल गाँधी ने ‘मुस्लिम लीग’ पर विश्वास जताया और उसे सेक्युलर बताया, लेकिन 80 के दशक में मुरादाबाद में 82 लोगों को मारने वाली ‘मुस्लिम लीग’ सेक्युलर कैसे हुई इसका जवाब देना होगा। उन्होंने JNU में भारत के टुकड़ों वाले नारे पर राहुल गाँधी से जवाब माँगा। उन्होंने आतंकी अफजल गुरु के समर्थक को कॉन्ग्रेस में शामिल करने पर भी आवाज उठाई। उन्होंने कहा कि राहुल गाँधी ने विदेश में जाकर कहा कि हिंदुस्तानी सौहार्द-भाईचारे में विश्वास नहीं रखते, वहाँ ध्रुवीकरण है।