गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणि ने राज्य में कोरोना वायरस के प्रसार के लिए तबलीगी जमात को जिम्मेदार ठहराया है। बता दें कि सबसे ज्यादा कोरोना मरीजों के मामले में गुजरात दूसरे नंबर पर है। वहाँ 70,000 से भी अधिक लोगों की टेस्टिंग हुई है और 4721 कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। रूपाणी ने कहा कि घर-घर जाकर टेस्ट करने की प्रकिया अपनाई जा रही है और सर्विलांस किया जा रहा है।
रूपाणी ने बताया कि कुल मामलों में से 70% अकेले अहमदाबाद के हैं। रूपाणी ने बताया कि गुजरात में रोजाना 3000 से ज्यादा टेस्टिंग की जा रही है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से जमातियों ने कोरोना के मामलों को छिपाया, उससे कई मामले बढ़े। अहमदाबाद में जमात के सदस्यों ने ट्रेवल हिस्ट्री छिपाते हुए लोगों से मिले और बिना रोकटोक घूमते रहे, जिससे मरीजों की संख्या बढ़ी। रूपाणी ने बताया कि अहमदाबाद में जमातियों के कारण मामले इतने बढ़ गए।
‘आजतक’ के अंजना ओम कश्यप से बात करते हुए रूपाणी ने बताया कि सरकार ने बिना समय जाया किए अहमदाबाद में 750 टीमों को लगाया और सर्दी-खाँसी और बुखार से पीड़ित लोगों की टेस्टिंग करके उन्हें क्वारंटाइन किया, नहीं तो स्थिति और ख़राब हो जाती। उन्होंने जानकारी दी कि अहमदाबाद डेथ रेट भी बढ़ गया है। उन्होंने बताया कि मृतकों में वैसे लोग हैं जो बुजुर्ग हैं और कैंसर से लेकर बीपी और शुगर जैसी बीमारियों से जूझ रहे हैं।
अहमदाबाद के म्युनिसिपल कमिश्नर ने 31 मई तक 8 लाख मामले आने की बात कही थी। सीएम रूपाणी ने कहा कि ऐसी स्थिति नहीं आएगी। सूरत में मजदूरों के पलायन को लेकर उन्होंने कहा कि पूरा गुजरात ही इंडस्ट्री वाला राज्य है और कई प्रदेशों के लोग यहाँ रहते हैं। उन्होंने डायमंड और टेक्सटाइल इंडस्ट्री के कारण सूरत को लघु भारत बताते हुए कहा कि यहाँ कई प्रदेशों के लोग वास करते हैं और वो सभी सरकार का सहयोग कर रहे हैं।
रूपाणी ने बताया कि उन्होंने भी भारत सरकार से मजदूरों को गृह प्रदेश भेजे जाने की बात कही थी, जिसके लिए ट्रेनें जा रही हैं। उन्होंने कहा कि सभी श्रमिक वापस जाएँ और सब ठीक होते ही फिर वापस आएँ, ऐसी वो कामना करते हैं। उन्होंने बताया कि कई उद्योग-धंधे धीरे-धीरे चालू हो रहे हैं और काम फिर से चालू हो रहा है। अहमदाबाद के कॉन्ग्रेस विधायक इमरान को कोरोना होने की बात पर उन्होंने कहा कि उन्हें टेस्ट रिपोर्ट आए बिना घर से नहीं निकलना चाहिए था लेकिन 20 फुट की दूरी से ही बात हुई थी।
इसके बाद रूपाणी ने भी सारे मेडिकल रिपोर्ट्स आने तक ख़ुद को क्वारंटाइन कर के रखा। उन्होंने 10 दिनों के लिए सारे विजिटर्स को मना कर दिया। इमरान के इलाज के लिए भी राज्य सरकार ने सारी व्यवस्था की। वो फ़िलहाल ठीक हो गए हैं। उन्होंने बताया कि गुजरात में लॉकडाउन सफल रहा है और सीसीटीवी कैमरे के कारण हर किसी पर सरकार की नज़र थी। उन्होंने बताया कि गुजरात में 10 दिनों में वेंटिलेटर्स और मास्क बनाए गए।