लोकसभा चुनाव 2019 के बाद से ही पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हिंसा हो रही है। इन घटनाओं में तृणमूल के गुंडों द्वारा भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या की ख़बरें सुर्ख़ियाँ बनी हुईं थी और अब कॉन्ग्रेस और तृणमूल के कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़प की ख़बरें आ रही हैं। पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में तृणमूल कॉन्ग्रेस (TMC) के तीन कार्यकर्ताओं की हत्या की ख़बर सामने आई है।
WB:TMC workers Khairuddin Sheikh&Sohel Rana died after bomb was hurled at their house last night in Murshidabad.Milan Sheikh,Khairuddin’s son says,”We were sleeping,suddenly our house was bombed.They shot my father.Few days back my uncle was also killed. Congress is behind this.” pic.twitter.com/w1yw4zfKfM
— ANI (@ANI) June 15, 2019
यह घटना शुक्रवार (14 जून) रात की है। TMC के कार्यकर्ता खैरुद्दीन शेख़ और सोहेल राणा की मुर्शिदाबाद में उनके घर पर कल रात बम फेंके जाने के बाद मौत हो गई। खैरुद्दीन के बेटे मिलन शेख़ ने बताया, “हम सो रहे थे, अचानक हमारे घर पर बमबारी हुई। मेरे पिता को गोली मार दी गई। कुछ दिन पहले मेरे चाचा की भी मौत हो गई थी। इसके पीछे कॉन्ग्रेस है।”
इस घटना के बाद से ही पूरे इलाक़े में तनाव का माहौल बना हुआ है। इससे पहले राज्य के उत्तर 24 परगना में गुरूवार (13 जून) की रात को एक महिला बीजेपी नेता सरस्वती दास की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। महिला नेता के बारे में कहा जाता है कि वो उत्तर 24 परगना के हन्नीबल में अमलानी ग्राम पंचायत की सक्रिय कार्यकर्ता थीं। इसके अलावा, दमदम और कूचबिहार में भी TMC के दो कार्यकर्ताओं की हत्या की ख़बर सामने आई थी। इसके ख़िलाफ़ बंगाल के खाद्य मंत्री ज्योतिप्रिया मल्लिक ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा था कि यदि ख़ून बहता है तो हम भी इसका जवाब देंगे।