त्रिपुरा कॉन्ग्रेस के प्रमुख प्रद्योत देब बर्मन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने पार्टी पर कई गंभीर आरोप भी लगाए हैं। पार्टी की ‘हाई कमांड’ संस्कृति पर निशाना साधा है। साथ ही पार्टी में जारी गुटबाजी और आंतरिक कलह का भी जिक्र किया है।
ट्वीट कर उन्होंने अपने इस्तीफे की जानकारी दी। उन्होंने लिखा, “अरसे बाद मैं बेहद सुकून महसूस कर रहा हूॅं। आज काफी दिन बाद बिना किसी अपराधी या झूठे लोगों को सुने बिना दिन की शुरुआत हुई है। आज मुझे गुटबाजी या कहासुनी में पड़ने की जरूरत नहीं है। ना ही भ्रष्ट लोगों को ऊंचे पदों पर बैठाने का आलाकमान का हुक्म सुनना पड़ा है।”
Thank you for all your support ! I will miss you all and i love you . I am sorry if i couldnt do enough for u but i really tried @DebjaniLaskar @BaptuTripuraINC @arnikasaha3 @ShreyasiINC @BiswajitINC @PrasenjitDas_ @pujanbiswaspyc @tanmoydharTPYC @HollywoodChakma @amitkrsaha_INC pic.twitter.com/NHUUFIzuGU
— Pradyot_Tripura (@PradyotManikya) September 24, 2019
प्रद्योत ने आगे लिखा, “आज जब मैं सोकर उठा तो अहसास हुआ कि समाज के गलत तत्वों को राज्य को बर्बाद करने वाले ओहदों तक पहुँचने से रोकने के कारण मेरे जीवन और स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर पड़ रहा था। मैं लड़ा, और शायद हार गया, लेकिन मैं जीत ही कहाँ सकता था जब मैं लड़ाई में शुरू से ही अकेला था? मैंने तय कर लिया है कि मुझे सकारात्मक नजरिए की ज़रूरत है और मैंने अपने आस-पास से नकारात्मक लोगों को बदल दिया है।”
अपने बयान का अंत प्रद्योत कुछ इस प्रकार करते हैं, “आज मैं अपने राज्य में योगदान साफ और ईमानदार मन से कर सकता हूँ। मेरे अंदर का बुबागरा (त्रिपुरा के एक पवित्र देवता) किसी भी राजनीतिक ओहदे से अधिक शक्तिशाली है।”
Woke up today after a long time feeling relaxed . I start this day without having to listen to criminals and liars. Not having to worry about which colleague will back stab u ,not having to indulge in groupism and backchat. Today I can contribute for my state with a clear mind. pic.twitter.com/CjqFnE8cvg
— Pradyot_Tripura (@PradyotManikya) September 24, 2019
पहले भी दी थी धमकी, NRC से जुड़ा मामला
प्रद्योत ने पहले भी इस्तीफे की चेतावनी दी थी। उनका आरोप था कि प्रदेश के वरिष्ठ कॉन्ग्रेस नेता लुइज़िन्हो फलैरो उन पर सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका वापस लेने का दबाव बना रहे हैं। प्रद्योत ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर असम की तरह NRC जैसी नागरिकता-सूची बनाए जाने की माँग की थी। प्रद्योत ने इसमें कॉन्ग्रेस छोड़ कर भाजपा में शामिल हुए एक विधायक की भी भूमिका का आरोप लगाया था। प्रद्योत ने किसी और पार्टी में शामिल होने की संभावना से भी इनकार किया है। इस बीच, राज्य कॉन्ग्रेस के प्रवक्ता हरेकृष्ण भौमिक ने प्रद्योत के इस्तीफ़े की जानकारी होने से ही इनकार किया है।