पंजाब में विधानसभा चुनाव होने हैं, लेकिन नवजोत सिंह सिद्धू के कारण एक बार फिर से राज्य कॉन्ग्रेस में सियासी घमासान शुरू हो गया है। इसी क्रम में सिद्धू के दबाव से परेशान पंजाब के गृहमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने गृह मंत्रालय छोड़ने की पेशकश कर दी है। उन्होंने रविवार को सिद्धू को अति महत्वाकांक्षी बताया।
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक, रंधावा का कहना है कि जब से उन्हें गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी मिली है, तभी से नवजोत सिद्धू उनसे नाराज हैं। दरअसल, ड्रग्स केस के मामले में अकाली दल के नेता बिक्रम मजीठिया को गिरफ्तार करने की माँग सिद्धू लंबे वक्त से कर रहे हैं। लेकिन अभी तक उन्हें गिरफ्तार नहीं किए जाने को लेकर वो आए दिन अपनी ही सरकार पर सवाल उठाते रहे हैं।
इस मामले में रंधावा कहते हैं कि मजीठिया पर केस कानून के आधार पर किया गया है, लेकिन सिद्धू जिस तरह का बर्ताव करते हैं, उससे बदलाखोरी का संदेश जा रहा है। उन्होंने ये भी कहा इस मामले में कानून के अनुसार की कार्रवाई होगी।
सिद्धू का विवाद
ऐसा नहीं है कि ये कोई पहली बार है कि सिद्धू के कारण पंजाब कॉन्ग्रेस में कलह पैदा हुई हो। सिद्धू खुद को पंजाब का सीएम चेहरा घोषित करवाना चाहते हैं। कॉन्ग्रेस द्वारा सामूहिक तौर पर चुनाव लड़े जाने के फैसले के बाद सिद्धू ने बागी अंदाज 29 दिसंबर 2021 को आलाकमान से सीएम फेस घोषित करने की माँग की थी। उन्होंने कहा था बिना दूल्हे के बाराती कैसा? लेकिन सिद्धू की अति महत्वाकांक्षा पर एक वरिष्ठ कॉन्ग्रेस नेता ने सिद्धू के अंदर टीम भावना की कमी बताई थी।
इसी तरह से सिद्धू मुख्यमंत्री चरनजीत सिंह चन्नी को लेकर भी कह चुके हैं कि जिस तरह से पूर्व पीएम मनमोहन सिंह सोनिया गाँधी के इशारे पर नाचते थे। वो चाहते हैं कि चन्नी भी वैसा ही करें।