हिन्दू महासभा के पूर्व अध्यक्ष और हिन्दू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की हत्या पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि यह दहशत पैदा करने की एक शरारत है। उन्होंने कहा कि इस मामले में अभी तक तीन गिरफ्तारियाँ हुई हैं और कार्रवाई लगातार चल रही है। मामला एक स्पेशल इन्वेस्टीगेशन को देकर प्रभावी कार्रवाई करने के आदेश दे दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस जघन्य वारदात में शामिल तत्वों को पाताल से भी ढूंढ़ निकाला जाएगा और कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी।
#WATCH UP Chief Minister Yogi Adityanath on Kamlesh Tiwari murder case: He was the President of Hindu Samaj Party. The assailants came to his house in Lucknow yesterday, sat&had tea with him, and later killed him after sending all security guards out to buy something from market. pic.twitter.com/kkbFnms17T
— ANI UP (@ANINewsUP) October 19, 2019
लखनऊ में हुई इस घटना का ज़िक्र करते हुए योगी आदित्यनाथ ने बताया कि हत्यारे जब कमलेश के घर में आए तो उन्होंने साथ बैठकर चाय पी और जलपान किया। लेकिन इसके ठीक बाद उनके निजी सहायक को हत्यारों ने समान लाने के बहाने बाहर भेजकर कमलेश की हत्या कर दी।
हिन्दू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी ने 2015 में पैगम्बर मुहम्मद को लेकर एक विवादित टिप्पणी की थी, जिसके बाद देशभर के कट्टरपंथियों ने उनके खिलाफ प्रदर्शन किया था। कई उलेमा और मौलवियों ने तो यहाँ तक कह दिया था कि ‘कमलेश तिवारी का सर काटने वाले को लाखों का इनाम दिया जाएगा।’
इसी तक़रीर के बाद ही देश में माहौल बिगड़ना शुरू हो गया था। देवबंद से लेकर सहारनपुर और पश्चिम बंगाल में मजहबी भीड़ ने जमकर हंगामा किया था। पश्चिम बंगाल के मालदा में 2.5 लाख मजहबियों ने इकट्ठा होकर कालियाचक बाज़ार में दुकानों में लूट मचाई थी, सड़क पर खड़ी बसें जला दी थीं और पुलिस के एक थाने को भी आग के हवाले कर दिया था। कुछ लोगों की जानें भी गई थीं।
Uttar Pradesh DGP, OP Singh on #KamleshTiwariMurder: We are working in collaboration with the Gujarat Anti-Terrorism Squad (ATS), till now no link with any terrorist organisation has been established. We will look into all the details and take action. https://t.co/hya9oYfEXR
— ANI UP (@ANINewsUP) October 19, 2019
बता दें कि जब कमलेश की हत्या की तस्वीरें इन्टरनेट के ज़रिये लोगों तक पहुँचीं तो गला रेती हुई और गोली लगी लाश को देखकर हर कोई विचलित हो गया। सोशल मीडिया पर भी कुछ अराजक तत्वों ने बेशर्मी दिखाते हुए कमलेश के हत्यारों के समर्थन में निहायत ही घटिया कमेन्ट लिखे, जिनमें अधिकतर कट्टरपंथी थे।
हत्या के 24 घंटों के भीतर ही यूपी पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया जिनके नाम मोहसिन शेख, फैजान और राशिद अहमद पठान हैं। इस पर जानकारी देते हुए उत्तर प्रदेश पुलिस के डीजीपी ओपी सिंह ने जानकारी देते हुए बताया, “हम गुजरात एंटी-टेररिज्म स्क्वाड (एटीएस) के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। हालाँकि, अभी तक इस मामले में किसी भी आतंकवादी संगठन के संलिप्त होने का कोई सबूत नहीं मिला है।
मुख्यमंत्री योगी ने यह भी कहा कि भय और दहशत का माहौल फ़ैलाने वाले जो भी तत्व हैं, हम उन्हें और उनके मंसूबों को कुचल कर रख देंगे। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की किसी भी वारदात को स्वीकार नहीं किया जाएगा। उन्होंने आश्वासन दिया कि ऐसा करने वालों को बक्शा नहीं जाएगा। रविवार (अक्टूबर 20, 2019) को सीएम योगी आदित्यनाथ मृतक कमलेश तिवारी के परिजनों से मुलाक़ात करेंगे। सूत्रों के मुताबिक कमलेश तिवारी का परिवार रविवार शाम को लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करेगा। सरकार तिवारी के परिवार को आर्थिक मदद देने के साथ ही परिवार के लिए सुरक्षा मुहैया कराएगी।