उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार (10 फरवरी 2023) को इसका उद्घाटन कर रहे। इस समिट में 30 लाख करोड़ रुपए के निवेश का अनुमान है। साथ ही इससे 2 करोड़ से अधिक लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।
यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 में शामिल होने के लिए देश-विदेश के 10 हजार से अधिक छोटे-बड़े निवेशक लखनऊ पहुँच रहे हैं। इस समिट में 10 साझीदार देशों के अलावा 40 देशों के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे। उत्तर प्रदेश के भविष्य को बदलने की क्षमता रखने वाले इस समिट में यूनाइटेड किंगडम, जापान, साउथ कोरिया, नीदरलैंड, सिंगापुर, डेनमार्क, मारिशस, आस्ट्रेलिया, यूएई और इटली साझेदार की भूमिका में हैं।
30+ लाख करोड़ का हो सकता है निवेश
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस बात के पहले ही संकेत दे चुके हैं कि इस समिट से प्राप्त होने वाला निवेश प्रदेश के सकल राज्य घरेलू उत्पाद (GDSP) से कहीं अधिक होगा। यूपी का GDSP 20.48 लाख करोड़ रुपए अनुमानित है। इसलिए ऐसा अनुमान जताया जा रहा है कि इस समिट से 30 करोड़ रुपए तक का निवेश प्राप्त हो सकता है। बड़ी बात यह है कि इस निवेश में 25% से अधिक हिस्सा विदेशी निवेशकों का होगा।
देश के सबसे अधिक आबादी वाले राज्य में आयोजित हो रहे इस समिट के लिए अब तक जो प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, उसके हिसाब से मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में सबसे अधिक 56% निवेश प्राप्त होता दिख रहा है। वहीं, अक्षय ऊर्जा के मामले में 15%, आधारभूत संरचना तथा टेक्सटाइल में 7% पर्यटन में 5%, शिक्षा में 3% आइटी व इलेक्ट्रानिक्स में 2% और हेल्थकेयर, फार्मा व अन्य में सामान्य तौर पर 1-1% निवेश प्राप्त होने की उम्मीद है।
2 करोड़ लोगों को रोजगार
यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को लेकर जिस तरह के अनुमान सामने आए हैं, उसको देखकर यह कहा जा सकता है कि राज्य में बड़ी संख्या में रोजगार सृजित होने वाले हैं। वास्तव में यदि निवेश का आँकड़ा 30 लाख करोड़ के पार पहुँचता है तो 2 करोड़ से अधिक लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है।
₹50 हजार करोड़ का निवेश करेगा टाटा
देश का बड़ा उद्योगपति समूह टाटा आगामी 4 वर्षों में उत्तर प्रदेश में 50 हजार करोड़ रुपए का निवेश कर सकता है। टाटा राज्य में इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्माण की यूनिट लगाने वाला है। साथ ही नवीनीकृत ऊर्जा और हाइड्रोजन एनर्जी प्लांट व सेमीकंडक्टर प्लांट स्थापित करने के लिए निवेश होने की उम्मीद है। ऐसी चर्चा है कि टाटा राज्य के कई शहरों में ताज होटल खोलने की भी योजना में है।
मोबाइल, लैपटॉप स्क्रीन का नया हब होगा गोरखपुर
इस समिट में वेदांता ग्रुप 20 हजार करोड़ रुपए के निवेश का ऐलान कर सकता है। वेदांता ग्रुप को गोरखपुर में मोबाइल और लैपटॉप की स्क्रीन में लगने वाले ग्लास बनाने की यूनिट की स्थापना करना है। साथ ही नोएडा में इलेक्ट्रिक व्हीकल प्लांट भी स्थापित होगा।
बिड़ला, गोदरेज और जिंदल भी कर सकते हैं 50 हजार करोड़ के निवेश का ऐलान
इसके अलावा आदित्य बिड़ला ग्रुप के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला यूपी में 20 हजार करोड़ रुपए के निवेश का ऐलान कर सकते हैं। बिड़ला ग्रुप राज्य में फूड प्रोसेसिंग सहित कई अन्य प्लांट स्थापित कर सकता है। वहीं, गोदरेज ग्रुप भी 20 हजार करोड़ रुपए का निवेश कर सकता है। जिंदल ग्रुप यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 में 11 हजार करोड़ रुपए के निवेश का प्रस्ताव रख सकते हैं। जिंदल ग्रुप कानपुर में एक मंदिर, नैमिषारण्य धाम के विकास समेत अन्य उपक्रमों में निवेश करने की योजना में है।
समिट से पहले ही हो चुका है 7.85 लाख करोड़ रुपए का निवेश
बता दें कि यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट से पहले ही अडानी, गोदरेज M3M, IKEA और लुलु ग्रुप समेत कुछ अन्य कंपनियाँ 7.85 लाख करोड़ रुपए के निवेश पर हस्ताक्षर कर चुकीं हैं। अडानी ग्रुप ने 5500 करोड़ रुपए का निवेश करने के उद्देश्य से औद्योगिक और भंडारण के लिए सरकार के सामने जेवर हवाई अड्डे के पास 700 एकड़ जमीन का प्रस्ताव रखा है। वहीं, यमुना एक्सप्रेस वे क्षेत्र में कौशल विकास केंद्र स्थापित करने के लिए 250 एकड़ जमीन की माँग की है। हालाँकि, इन माँगों पर अभी विचार होना बाकी है।
इसके अलावा IKEA ग्रुप ने 4300 करोड़ रुपए के निवेश पर हस्ताक्षर किए हैं। रियल एस्टेट कंपनी M3M ने नोएडा में 13 एकड़ जमीन अधिग्रहण करते हुए समिट के माध्यम से 7500 करोड़ रुपए का निवेश किया। यूएई के लुलु ग्रुप ने नोएडा में मॉल खोलने के लिए 2500 करोड़ रुपए के निवेश ऐलान किया है।