हाल ही में पश्चिम बंगाल से एक वीडियो सामने आया था जिसमें कोलकाता नगर निगम के वाहन में रखने के दौरान शव घसीटे जा रहे थे। इसको लेकर राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने रविवार (जून 14, 2020) को एक बार फिर से ममता सरकार से सार्वजनिक तौर पर माफी माँगने के लिए कहा है।
Horrendous unimaginable horror of dragging human bodies by pair of tongs would haunt us for long.
— Governor West Bengal Jagdeep Dhankhar (@jdhankhar1) June 14, 2020
PUBLIC APOLOGY @MamataOfficial by way of atonement is expected.
This barbarity is indelible taint on humanity. Disposal of dead body is solemn act- dominated by spirituality.(1/3)
राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कोरोना वायरस से मरने वाले लोगों के शवों को लोहे के हूक से खींचने को लेकर गहरा दुख जताते हुए कहा कि यह बर्बरता मानवता को लंबे समय तक शर्मसार करती रहेगी। धनखड़ ने रविवार को ट्वीट कर कहा, ‘‘मानव शरीर को हूक से खींचने वाला यह भयावह अकल्पनीय डर हमें लंबे समय तक परेशान करेगा। ममता बनर्जी द्वारा प्रायश्चित के रूप में सार्वजनिक माफी अपेक्षित है। यह बर्बरता मानवता पर अमिट दाग है। शवों का अंतिम संस्कार तय पंरपरा के अनुसार होना चाहिए। यह एक गंभीर और आध्यात्मिक कार्य है।’’
बता दें कि पश्चिम बंगाल में एक श्मशान घाट पर कुछ शवों को जलाने के दौरान इलाके में बदबू फैल गई थी। इस पर स्थानीय लोगों की भीड़ जमा हो गई और विरोध के साथ हंगामा करने लगी। इसके बाद नगर निगम के कर्मचारियों ने अधजली लाशें घसीटते हुए गाड़ी में भरी। इस अमानीय घटना का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया।
हालाँकि प्रशासन ने इससे इनकार किया है। सोशल मीडिया पर आए वाडियो में देखा जा सकता है कि कर्मचारी कोलकाता में गारिया शवदाह गृह में रखे शवों को हुक से घसीटते हुए बाहर खड़ी गाड़ी में फेंक रहे हैं। अधिकारियों ने इस वीडियो को फर्जी बताया है।
Calling videos as fake is inexcusable blunder -adding injury to shameless insult.
— Governor West Bengal Jagdeep Dhankhar (@jdhankhar1) June 14, 2020
Those orchestrating Remote controlled response @MamataOfficial have no idea of anger of people at enormity of this crime.
Before reacting Reflect-if one of the 14 was part of your family! (2/3)
धनखड़ ने वीडियो को फर्जी बताने को ‘अक्षम्य अपराध’ करार दिया। उन्होंने कहा कि वीडियो को फर्जी बताना अपमान है। ममता बनर्जी को इस बात का अंदाजा नहीं है कि इस अपराध को लेकर लोगों के अंदर कितना आक्रोश है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि प्रतिक्रिया देने से पहले ये सोच लें कि अगर उन 14 में से एक आपके परिवार का हिस्सा होता तो।
Hope details sought by me @HomeSecretaryWB and KMC would be made available earliest and authentically.
— Governor West Bengal Jagdeep Dhankhar (@jdhankhar1) June 14, 2020
Chairperson @FirhadHakim is expected to brief me earliest on this grim episode.
Issue is highly emotive and sensitive-a cover up operation #MAP would be inflammatory.(3/3)
धनखड़ ने उम्मीद जताई है कि उन्होंने गृह सचिव, पश्चिम बंगाल सरकार और कोलकाता नगर निगम के प्रशासकों से जो विवरण माँगा है, उसे जल्द से जल्द और प्रामाणिक रूप से उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने इस मुद्दे को बेहद भावुक और संवेदनशील बताते हुए कहा कि चेयरपर्सन फिरहाद हकीम जल्द ही उन्हें इस मामले की पूरी जानकारी देंगे।
Knives that were being sharpened @MamataOfficial #TroikaMAP are now out to take on Governor. MPs and Senior Leaders have taken to tweeting similarly rather than apologise for shaming our State by such barbaric acts of dragging human bodies callously by pair of tongs.(1/3)
— Governor West Bengal Jagdeep Dhankhar (@jdhankhar1) June 13, 2020
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल के राज्यपाल ने इससे पहले शनिवार (जून 13, 2020) को अपने एक ट्वीट में लिखा था, “ममता बनर्जी और उनके प्रशासन की ओर से गवर्नर से निपटने के लिये चाकुओं को धार दी जा रही है। सांसदों और वरिष्ठ नेताओं ने हमारे राज्य को मानव शरीरों को निर्दयी तरीके से घसीटे जाने के बर्बर घटनाक्रम पर माफी माँगने की बजाए एक जैसे ट्वीट करना शुरू कर दिया है।”
एक अन्य ट्वीट में गवर्नर धनखड़ ने सीएम ममता बनर्जी को संबोधित करते हुए लिखा था, “राज्य के लोगों की सेवा करने का मेरा संकल्प है, मुझे इस तरह की स्ट्रीट स्मार्ट हरकतों से डिगाया नहीं जा सकता है। मैं पश्चिम बंगाल की खोई हुई महिमा को हासिल करने की दिशा में काम करूँगा और राष्ट्र के शिखर पर इसकी जगह बनाने के लिए काम करूँगा। पूरी ऊर्जा के साथ मैं कानून के शासन के लिए धर्मयुद्ध करूँगा।”