Sunday, November 17, 2024
Homeराजनीतिसार्वजनिक माफी ही ममता बनर्जी का प्रायश्चित: शवों को घसीटे जाने पर बोले बंगाल...

सार्वजनिक माफी ही ममता बनर्जी का प्रायश्चित: शवों को घसीटे जाने पर बोले बंगाल के गवर्नर, Video फर्जी बताने पर भी फटकारा

‘‘मानव शरीर को हूक से खींचने वाला यह भयावह अकल्पनीय डर हमें लंबे समय तक परेशान करेगा। ममता बनर्जी द्वारा प्रायश्चित के रूप में सार्वजनिक माफी अपेक्षित है। यह बर्बरता मानवता पर अमिट दाग है। शवों का अंतिम संस्कार तय पंरपरा के अनुसार होना चाहिए। यह एक गंभीर और आध्यात्मिक कार्य है।’’

हाल ही में पश्चिम बंगाल से एक वीडियो सामने आया था जिसमें कोलकाता नगर निगम के वाहन में रखने के दौरान शव घसीटे जा रहे थे। इसको लेकर राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने रविवार (जून 14, 2020) को एक बार फिर से ममता सरकार से सार्वजनिक तौर पर माफी माँगने के लिए कहा है।

राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कोरोना वायरस से मरने वाले लोगों के शवों को लोहे के हूक से खींचने को लेकर गहरा दुख जताते हुए कहा कि यह बर्बरता मानवता को लंबे समय तक शर्मसार करती रहेगी। धनखड़ ने रविवार को ट्वीट कर कहा, ‘‘मानव शरीर को हूक से खींचने वाला यह भयावह अकल्पनीय डर हमें लंबे समय तक परेशान करेगा। ममता बनर्जी द्वारा प्रायश्चित के रूप में सार्वजनिक माफी अपेक्षित है। यह बर्बरता मानवता पर अमिट दाग है। शवों का अंतिम संस्कार तय पंरपरा के अनुसार होना चाहिए। यह एक गंभीर और आध्यात्मिक कार्य है।’’

बता दें कि पश्चिम बंगाल में एक श्मशान घाट पर कुछ शवों को जलाने के दौरान इलाके में बदबू फैल गई थी। इस पर स्थानीय लोगों की भीड़ जमा हो गई और विरोध के साथ हंगामा करने लगी। इसके बाद नगर निगम के कर्मचारियों ने अधजली लाशें घसीटते हुए गाड़ी में भरी। इस अमानीय घटना का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया।

हालाँकि प्रशासन ने इससे इनकार किया है। सोशल मीडिया पर आए वाडियो में देखा जा सकता है कि कर्मचारी कोलकाता में गारिया शवदाह गृह में रखे शवों को हुक से घसीटते हुए बाहर खड़ी गाड़ी में फेंक रहे हैं। अधिकारियों ने इस वीडियो को फर्जी बताया है।

धनखड़ ने वीडियो को फर्जी बताने को ‘अक्षम्य अपराध’ करार दिया। उन्होंने कहा कि वीडियो को फर्जी बताना अपमान है। ममता बनर्जी को इस बात का अंदाजा नहीं है कि इस अपराध को लेकर लोगों के अंदर कितना आक्रोश है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि प्रतिक्रिया देने से पहले ये सोच लें कि अगर उन 14 में से एक आपके परिवार का हिस्सा होता तो।

धनखड़ ने उम्मीद जताई है कि उन्होंने गृह सचिव, पश्चिम बंगाल सरकार और कोलकाता नगर निगम के प्रशासकों से जो विवरण माँगा है, उसे जल्द से जल्द और प्रामाणिक रूप से उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने इस मुद्दे को बेहद भावुक और संवेदनशील बताते हुए कहा कि चेयरपर्सन फिरहाद हकीम जल्द ही उन्हें इस मामले की पूरी जानकारी देंगे।

गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल के राज्यपाल ने इससे पहले शनिवार (जून 13, 2020) को अपने एक ट्वीट में लिखा था, “ममता बनर्जी और उनके प्रशासन की ओर से गवर्नर से निपटने के लिये चाकुओं को धार दी जा रही है। सांसदों और वरिष्ठ नेताओं ने हमारे राज्य को मानव शरीरों को निर्दयी तरीके से घसीटे जाने के बर्बर घटनाक्रम पर माफी माँगने की बजाए एक जैसे ट्वीट करना शुरू कर दिया है।”

एक अन्य ट्वीट में गवर्नर धनखड़ ने सीएम ममता बनर्जी को संबोधित करते हुए लिखा था, “राज्य के लोगों की सेवा करने का मेरा संकल्प है, मुझे इस तरह की स्ट्रीट स्मार्ट हरकतों से डिगाया नहीं जा सकता है। मैं पश्चिम बंगाल की खोई हुई महिमा को हासिल करने की दिशा में काम करूँगा और राष्ट्र के शिखर पर इसकी जगह बनाने के लिए काम करूँगा। पूरी ऊर्जा के साथ मैं कानून के शासन के लिए धर्मयुद्ध करूँगा।”

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

महाराष्ट्र में महायुति सरकार लाने की होड़, मुख्यमंत्री बनने की रेस नहीं: एकनाथ शिंदे, बाला साहेब को ‘हिंदू हृदय सम्राट’ कहने का राहुल गाँधी...

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने साफ कहा, "हमारी कोई लड़ाई, कोई रेस नहीं है। ये रेस एमवीए में है। हमारे यहाँ पूरी टीम काम कर रही महायुति की सरकार लाने के लिए।"

महाराष्ट्र में चुनाव देख PM मोदी की चुनौती से डरा ‘बच्चा’, पुण्यतिथि पर बाला साहेब ठाकरे को किया याद; लेकिन तारीफ के दो शब्द...

पीएम की चुनौती के बाद ही राहुल गाँधी का बाला साहेब को श्रद्धांजलि देने का ट्वीट आया। हालाँकि देखने वाली बात ये है इतनी बड़ी शख्सियत के लिए राहुल गाँधी अपने ट्वीट में कहीं भी दो लाइन प्रशंसा की नहीं लिख पाए।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -