राज्यसभा में उप-राष्ट्रपति नीति-निर्माण की प्रक्रिया को संचालित करते हैं, ऐसे में उन्हें संवैधानिक मसलों पर बोलने का हक़ कैसे नहीं? TOI और The Wire को समझना चाहिए कि कई पूर्व जजों ने न्यायपालिका में पारदर्शिता की बात की है।
संसद में सभापति जगदीप धनखड़ से तृणमूल कॉन्ग्रेस सांसद डेरेक ओब्रेन ने अभद्रता की। इस घटना के बाद जगदीप धनखड़ ने अपनी बात रखी और फिर कुछ देर के लिए अपनी कुर्सी छोड़ चले गए।